Politalks.News/REETPaperLeak: राजस्थान के बहुचर्चित REET पेपर लीक मामले को लेकर सूबे की सियासत एक बार फिर गरमा गई है. अब इस पुरे मामले में ED की एंट्री हो गई है. जिसके बाद से सियासी गलियारों में चर्चा है कि अब प्रदेश की सियासत में एक अलग ही उबाल आ सकता है. हालांकि REET पेपर लीक मामले को लेकर सूबे के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बड़ा फैसला लेते हुए REET लेवल-2 की परीक्षा को पहले ही निरस्त कर दिया था. आपको बता दें REET पेपर लेकर मामले को लेकर बीजेपी के दिग्गज नेता एवं राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा ने ED से जांच कराने की मांग की थी. साथ ही सांसद मीणा ने आरोप लगाया था कि रीट मामले में करोड़ों रुपयों का लेन-देन हुआ है. अब ED की एंट्री के बाद सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि, ‘यह पूरा मामला 400 करोड़ से ज्यादा का है, अब ईडी की जांच में कई बड़ी मछलियों के चेहरे बेनकाब होंगे.’
रीट पेपर लीक मामले में अभी तक 40 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है तो वहीं 11 लोग जमानत पर छूट गए हैं . मामले में आरोपी उदाराम और अन्य अभियुक्त से रामकृपाल को मिले 1 करोड़ 22 लाख रुपयों में से पूर्व में 71 लाख रुपए जब्त किए गए थे और 11 लाख रुपए कई बैंक खातों में फ्रीज़ करवाए गए थे. इस मामले को लेकर राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने सूबे की अशोक गहलोत सरकार पर जमकर निशाना साधा था. अब इस मामले में ED की एंट्री के बाद एक बार फिर किरोड़ी लाल मीणा ने प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि, ‘ईडी अब इस पुरे मामले की जांच कर रही है जिसमें कई बड़ी मछलियों के चेहरे बेनकाब होंगे. अब ईडी उन लोगों तक हाथ डाल सकेगी जो राज्य सरकार की जांज एजेंसी एसओजी के दायरे में नहीं आ पाए थे.’
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सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने आरोप लगाया है कि, ‘रीट मामले में करीब 400 करोड़ रुपये का घोटाला है. प्रदेश सरकार ने राजस्थान की 1.5 करोड़ जनता को लूटने का काम किया है. देखना इस मामले में किन किन लोगों के चेहरे सामने आते हैं. इस मामले में मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारी से लेकर गहलोत कैबिनेट के मंत्री भी शामिल है.’ माना जा रहा है कि ईडी अब जल्द ही माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के निलंबित अध्यक्ष डीपी जारौली और प्रदीप पाराशर से पूछताछ करेगी. ईडी ने PMLA के तहत मामला दर्ज किया है. पेपर लीक करने में करोड़ों का लेनदेन सामने आने के बाद केस दर्ज किया गया है. ED की राजस्थान ब्रांच अब केस में गिरफ्तार सभी आरोपियों को जल्द समन करेगी. बताया जा रहा है कि अगले सप्ताह आरोपियों के ठिकानों पर छापेमारी और पूछताछ शुरू होने की संभावना है. वही मामले में मुख्य आरोपी रामकृपाल मीणा और भजनलाल समेत मामले के आरोपियों से भी पूछताछ करेगी.
रीट पेपर लीक मामले में जांच कर रही SOG की रिपोर्ट में जहां-जहां धन के लेनदेन और बरामदगी की रिपोर्ट चार्जशीट में है, उन सभी बिंदुओं पर ईडी और एसओजी के अधिकारी जांच करेंगे. माना जा रहा है कि इस पूरे मामले में ईडी मीडिया रिपोर्ट्स और भाजपा सांसद किरोड़ीलाल मीणा के सौपें हुए दस्तावेज और पेन ड्राइव का भी अध्ययन कर रही है. इस मामले में एसओजी की ओर से उदाराम, रामकृपाल और अन्य से 1 करोड़ 22 लाख रुपयों में से पूर्व में 71 लाख रुपये जब्त किए गए थे और 11 लाख रुपये विभिन्न बैंक खातों में फ्रीज करवाए गए थे. रामकृपाल द्वारा अपराध से अर्जित धनराशि जिन व्यक्तियों को दी गई थी, उनसे 21 लाख 80 हजार रुपये की धनराशि और जब्त की गई है. इस प्रकार अब तक 1 करोड़ 3 लाख 80 हजार की धनराशि बरामद कर ली गई है.
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इससे पहले फरवरी महीने में और बाद में सूबे की प्रमुख विपक्षी पार्टी बीजेपी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को जमकर आड़े हाथ लिया था. अब सियासी गलियारों में चर्चा है कि राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव 2023 में रीट पेपर लीक एक बड़ा मुद्दा हो सकता है. जिसको भुनाने में विपक्ष सड़क से लेकर सदन तक लगा है. वहीं, बेरोजगारों का सड़कों पर प्रदर्शन और धरना लगातार होता रहा है. मामले में अब ईडी जल्द ही राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से सस्पेंड अध्यक्ष डीपी जारौली और प्रदीप पाराशर से भी ईडी की टीम पूछताछ करेगी.