Politalks.News/ProtestAgainstAgnipath/Congress. अग्निपथ योजना की घोषणा के चौथे दिन भी बिहार जल रहा है. बिहार के कई इलाकों में प्रदर्शनकारी युवाओं ने पटना के मसौढ़ी में तारगेना स्टेशन के पास पत्थरबाजी की और प्रदर्शनकारियों ने स्टेशन में तोड़फोड़ की और वहां पार्किंग में खड़ी गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया. प्रदर्शनकारियों पर काबू पाने के लिए पुलिस ने कई राउंड फायर भी किए. कुछ ऐसा ही नजारा देश के अन्य राज्यों में दिखाई दिया. वहीं बढ़ते विरोध प्रदर्शन को देखते हुए आज केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने तीनों सेना प्रमुखों के साथ अपने आवास पर बैठक भी की. हालांकि बैठक से क्या नतीजा निकलकर सामने आया वह अभी तक साफ़ नहीं हो पाया है. वहीं इस पुरे मामले को लेकर देश की सियासत भी गरमा गई है. कांग्रेस ने शनिवार को एक पत्रकार वार्ता के माध्यम से अग्निपथ योजना के खिलाफ केंद्र पर निशाना साधा. कांग्रेस ने कहा कि, ‘अग्निपथ योजना नोटबंदी जैसा फैसला है. प्रधानमंत्री जी बिना सोचे समझे नीतियां बना कर लोगों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं.’
सेना में भर्ती से जुड़ी अग्निपथ योजना को लेकर बिहार, उत्तरप्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल, दिल्ली, मध्यप्रदेश सहित देश के अन्य राज्यों में बेरोजगार युवाओं का हिंसक प्रदर्शन जारी है. केंद्र सरकार की इन नई योजना के खिलाफ सबसे अधिक हिंसा बिहार (Bihar) में देखने को मिल रही है. बिहार में हिंसक प्रदर्शन को देखते हुए 12 जिलों में 48 घंटे के लिए मोबाइल इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया है. वहीं कुछ ऐसा ही नजारा उत्तरप्रदेश में भी देखने को मिला है. वहीं इस योजना को लेकर देश की सियासत गर्म है.
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कांग्रेस ने केंद्र की अग्निपथ योजना के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. शनिवार को राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवाड़ी, राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा और कन्हैया कुमार ने पत्रकार वार्ता के दौरान जमकर केंद्र पर निशाना साधा. प्रमोद तिवाड़ी ने कहा कि, ‘अग्निपथ योजना को नो रैंक, नो पेंशन, ओनली टेंशन बिना डायरेक्शन है. आपने 700 किसानों की शहादत के बाद कृषि कानूनों को वापस लिया था, यहां कितने नौजवानों को शहीद करवाने का इरादा है? इस योजना को तत्काल रूप से वापस लीजिए. प्रमोद तिवाड़ी ने कहा कि, ‘आज युवा सड़कों पर निकल पड़े हैं और उन्हें नहीं मालूम कि उनका भविष्य क्या है. उनके मां-बाप उन्हें बेबस होकर देख रहे हैं. युवा आपसे रोजगार मांग रहे हैं. उस वादे का जवाब मांग रहे हैं जो 2 करोड़ रोजगार के रूप में किया गया था.’
वहीं कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि, ‘नई सेना भर्ती योजना को लेकर जो देश का माहौल देख रहे हैं. इस योजना को लाने का आर्थिक कारण बताया जा रहा है. कई विशेषज्ञों से चर्चा करने के बाद यह दिखाने को आर्थिक कारण हो सकते हैं, असल में नीयत कुछ और है. इसके पीछे नीयत कुछ और है- 1. आप संघ की मानसिकता को सेना में घुसाना चाहते हैं, आखिर क्या कारण है कि 4 में से 1 को आप रखेंगे और 3 को चलता करेंगे? 2. आप समाज का सैन्यीकरण कर रहे हैं, ये चिंता का विषय है. हमारे 55,000 सैनिक हर साल सेवानिवृत्त हो जाते हैं, बहुत अच्छी तरह प्रशिक्षित होते हैं, अभी उनका काफी वक्त बचा होता है कि वो योगदान दे सकें. आप रिसेटलमेंट डायरेक्टरेट का आंकड़ा उठाकर देखिए- मात्र 2% से 3% तक को ही नौकरी मिल पाती है, बाकी बेरोजगार घूमते हैं.’
बिहार में जहां सबसे ज्यादा प्रदर्शन हो रहा है वहां के दिग्गज नेता कन्हैया कुमार ने कहा कि, ‘हम पूछना चाहते हैं कि नियमित भर्ती प्रक्रिया को खत्म करने का कारण क्या है? तब सरकार दावे बताती है- सरकार कहती है कि हम चाहते हैं कि नौजवानों को रोजगार मिले, लेकिन सरकार रोजगार के प्रति गंभीर होती तो केंद्र सरकार में 28 लाख रिक्त पदों पर भर्ती हो चुकी होती.’ हकीकत यह है कि ये असली बात देश की जनता से छिपाना चाहते हैं. असली बात यह है– नोटबंदी के दौरान आतंकवाद, नक्सल खत्म होने के दावे किए गए, मगर क्या हुआ? जब इनके माँ-बाप पैदल हजारों कि.मी चलकर गए, ये वही नौजवान हैं, तब भी इन्होंने हिंसा नहीं की. जब इनके परिवार को ऑक्सीजन नहीं मिल रही थी, तडप-तडप कर मर रहे थे, तब भी इन्होंने हिंसा नहीं की लेकिन आज ये मजबूर हैं.’
कन्हैया कुमार ने कहा कि, ‘मैं देश की सरकार से अपील करना चाहता हूं- आप सच्चाई बताइए कि क्या आपने इस योजना के बारे में विपक्ष से चर्चा की, क्या आपने पार्लियामेंट्री कमेटी की मीटिंग में कोई चर्चा की? क्या आपने नौजवानों से पूछा कि हम आपके लिए यह योजना लाना चाहते हैं.’
कई राज्यों में हो रहे युवाओं के प्रदर्शन को देखते हुए अब केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस योजना को लेकर बड़ा ऐलान किया है. गृह मंत्रालय ने अब केंद्रीय आर्म्ड पुलिस फोर्स CAPF और असम राइफल्स की भर्ती में अग्निवीरों को 10 प्रतिशत आरक्षण देने की घोषणा की है. इसके अलावा अग्निवीरों को अधिकतम आयु सीमा में तीन साल की छूट भी दी जाएगी. वहीं सरकार ने अग्निपथ योजना के तहत भर्ती के लिए अग्निवीरों के पहले बैच को अधिकतम आयु सीमा में पांच साल की छूट देने का भी ऐलान किया है. साथ ही चार साल बाद कम ब्याज दर पर लोन देने का भी एलान किया गया है.