राजस्थान में 27 अगस्त को होने वाले छात्रसंघ चुनाव के लिए आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है. लिंगदोह कमेटी की सिफारिशों के अनुरुप होंगे छात्रसंघ चुनाव. लिंगदोह कमेटी की सिफारिशों के अनुसार चुनाव होने से छात्रनेताओं को कुछ नियमों का पालन करना जरूरी है.

इसके तहत चुनाव में जाति और समुदाय के आधार पर वोट की अपील नहीं की जाएगी. उम्मीदवार तनाव पैदा करने वाली गतिविधियों से दूर रहेंगे. आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहने वाले चुनाव नहीं लड़ेंगे. चुनाव प्रचार में छपी हुई प्रचार सामग्री काम में नहीं ली जाएगी. कालेज और विश्वविद्यालय परिसर के बाहर चुनाव प्रचार नहीं किया जाएगा. उम्मीदवार के लिए चुनाव खर्च की अधिकतम सीमा पांच हजार रुपए तय की गई है.

विश्वविद्यालय में बगैर परिचय पत्र किसी को भी प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा. छात्र-छात्राओं पर निगरानी रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. परिसर में आने वाले वाहनों की भी तलाशी ली जाएगी. वाहनों के शीशे पर काली फिल्म होगी तो उसे हटाया जाएगा. नए नियम लागू होने से कई छात्र-छात्राओं में अफरा-तफरी का माहौल रहा. रविवार को विभिन्न विभागों में प्रवेश पत्र बनवाने वाले विद्यार्थियों की कतार लगी रही. प्रशासन की तरफ से विभाग प्रमुखों ने विद्यार्थियों को प्रवेश पत्र जारी किए.

गौरतलब है कि राजस्थान में छात्रसंघ चुनाव की सरगर्मियां शुरू हो चुकी हैं. चुनाव कार्यक्रम घोषित हो गया है. प्रदेश के समस्त विश्वविद्यालयों, संघटक कालेजों और प्रदेश के सभी राजकीय कालेजों में 27 अगस्त को छात्रसंघ चुनाव होंगे. इस सिलसिले में सोमवार सुबह 10 से दोपहर तीन बजे तक मतदाता सूचियों के प्रकाशन का कार्यक्रम है. मंगलवार सुबह 10 से दोपहर एक बजे तक मतदाता सूचियों पर आपत्तियां स्वीकार की जाएंगी. इसके बाद दोपहर दो से पांच बजे तक अंतिम मतदाता सूचियों का प्रकाशन होगा. उच्च शिक्षा विभाग ने लिंगदोह कमेटी की सिफारिशों के अनुसार ही छात्रसंघ चुनाव करवाने के आदेश जारी किए हैं.

मतदाता सूचियों के प्रकाशन के साथ ही चुनाव प्रचार में तेजी आ जाएगी और उम्मीदवारों की घोषणा का सिलसिला शुरू होगा. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) और भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) के उम्मीदवारों की घोषणा एक-दो दिन में होने वाली है. उम्मीदवारों का नामांकन 22 अगस्त को होगा. इससे पहले उम्मीदवार तय होना जरूरी है. दोनों छात्र संगठनों ने इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी है. राजस्थान विश्वविद्यालय पर सबसे ज्यादा फोकस है.

राजस्थान विश्वविद्यालय छात्रसंघ अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने के लिए दोनों ही प्रमुख छात्र संगठनों के 10 से ज्यादा छात्रनेता टिकट मांग रहे हैं. एबीवीपी प्रदेश के 115 कालेजों-विश्वविद्यालयों में टिकट देगी और इसकी सूची सार्वजनिक की जाएगी. रविवार को छात्रसंघ चुनाव की अधिसूचना जारी होने के साथ ही आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है. आचार संहिता लागू होने से पहले ही तमाम छात्रनेता शहर में जगह-जगह अपने पोस्टर लगा चुके हैं. सरकारी भवनों, इमारतों, चौराहों, दीवारों पर ये पोस्टर देखे जा सकते हैं, जिससे शहर के सौंदर्य को भारी नुकसान पहुंच रहा है. नगर निगम भी इन पोस्टरों को नहीं हटा रहा है और न ही किसी छात्रनेता के खिलाफ कोई कार्रवाई हो रही है. हालांकि प्रशासन ने कालेज-विश्वविद्यालय के परिसरों से छात्रनेताओं के पोस्टर हटवा दिए हैं.

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