सैंपलिंग की ढिलाई पर CM ने जताई नाराजगी, वैक्सीनेशन के लिए दी डेडलाइन, मंत्री बोले- बंद हों स्कूल

कोरोना को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओपन वीसी, फरवरी से बिना दोनों डोज घर से निकलने पर पाबंदी, कम सैंपलिंग पर अफसरों को फटकारा, धार्मिक स्थलों को बंद करने की बात कर उलझे जोशी और खाचरियावास, इधर विशेषज्ञों की चिंता है चौंकाने वाली

सीएम के सामने आपस में उलझे मंत्री
सीएम के सामने आपस में उलझे मंत्री

Politalks.News/Rajasthan. राजस्थान में कोरोना (Rajasthan Corona) संक्रमण के लगातार बढ़ते आंकड़ों के बीच तीसरी लहर का खतरा तेज हो गया है. इस बीच स्कूलों को एक बार फिर बंद करने की चर्चा ने जोर पकड़ लिया है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की (Ashok Gehlot) अध्यक्षता में हुई वीडियो कॉन्फ्रेंस में आज जनप्रतिनिधियों ने स्कूल बंद करने का मुद्दा उठाया, ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि 3 जनवरी 2022 से एक बार फिर प्रदेश में स्कूलें बंद हो सकती हैं. कोरोना कंट्रोल के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओपन लाइव बैठक करीब तीन घंटे चली. वीसी में गहलोत ने कहा कि, ‘हमें वैक्सीनेशन (Vaccination) को लेकर सख्ती करनी होगी. 3 जनवरी से प्रदेश में नाइट कर्फ्यू में और सख्ती की जाएगी. पंजाब की तर्ज पर नई SOP जारी करनी पड़े तो भी कोई परहेज नहीं है’. वहीं वीसी के दौरान सैंपलिंग (Sempling) की ढिलाई पर नाराजगी जताते हुए अफसरों को फटकार लगाई तो धार्मिक स्थलों को बंद करने को लेकर मंत्री महेश जोशी और प्रतापसिंह खाचरियावास उलझ गए. इसको देखते हुए सीएम गहलोत को इंटरफेयर करना पड़ा.

31 जनवरी वैक्सीन की दोनों डोज लगाने का समय, उसके बाद अनुमति नहीं- गहलोत
सीएम गहलोत ने वीसी में कहा कि, ‘डेल्टा के वक्त भी हाहाकार मच गया था. वैरिएंट ही पूरी तरह बदल गया था. ओमिक्रॉन कब रूप बदल ले, कह नहीं सकते. अमेरिका में रोज 5 लाख केस आ रहे हैं. यह तेजी से फैलता है. पिछली बार भी ऐसे ही फैला था. राजस्थान में 90 फीसदी लोगों में एंटीबॉडी डेवलप होने की बात सीरो सर्वे में आई है. हो सकता है उसके कारण ही हम बचे हुए हों’. सीएम गहलोत ने कहा कि, ’31 जनवरी वैक्सीन की दोनों डोज लगाने का समय है. इसके बाद हमें सख्ती करनी होगी. पंजाब की तर्ज पर राजस्थान में भी बिना वैक्सीन की दोनों डोज लगे व्यक्ति को घर से निकलने की अनुमति (1 फरवरी से) ही नहीं हो’.

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स्वास्थ्य मंत्री बोले- स्कूल बंद हों, सैंपलिंग का काम धीमा

ओपन बैठक में स्वास्थ्य मंत्री परसादीलाल मीणा ने स्कूल बंद करने का सुझाव दिया ही साथ ही मीणा ने कहा कि, ‘सैंपलिंग का काम धीमा है. जयपुर की रोज सैंपलिंग 20 हजार होनी चाहिए. हम गवर्नर हाउस गए थे, वहां हमारी सैंपलिंग हुई है. तो बाकी जगह करने में क्या दिक्क्त है? जयपुर की हालत बहुत विस्फोटक हो सकती है. इस पर हमें कंट्रोल करना होगा’.

सैंपलिंग की ढिलाई पर सीएम गहलोत ने जयपुर सीएमएचओ को फटकारा

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सैंपलिंग में ढिलाई बरतने पर जयपुर सीएमएचओ को फटकार लगाई. सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘पिछले सात दिन में इतने ज्यादा कोरोना केस आ गए, लेकिन सैंपलिंग के फिगर 3 से 4 हजार के बीच हैं. क्या आपके दिमाग में यह बात नहीं आती कि सैंपलिंग बढ़ानी चाहिए? क्या आपको 10 हजार सैंपल नहीं लेने चाहिए?’.

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‘जयपुर में इतने केस आ रहे हैं, सैंपल क्यों नहीं बढ़ाए?’

सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘यह कौन तय करता है? आपके इतने केस आ गए तो सैंपल क्यों नहीं बढ़ाएं? राजस्थान में केवल जयपुर ही ऐसी जगह है, जहां इतने ज्यादा केस आ रहे हैं. यह प्रदेश की राजधानी है, इसे आप हलके में मत लेना. दिल्ली के हालत देखे हैं क्या आपने? वहां कितने केस आ रहे हैं? यह हाथ से निकल गया तो कुछ नहीं होगा. जर्मनी, अमेरिका में हाहाकार मच गया है. सैंपलिंग बढ़ाकर हालात काबू कीजिए’. सीएम गहलोत ने यह भी कहा कि, ‘कोरोना से मौत के आंकड़े नहीं छुपाएं. कोरोना से मौत के आंकड़े छिपाने का कोई तुक नहीं है. हमें आंकड़े नहीं छुपाने हैं, कहा जा रहा है कि मौत के आंकड़े छुपाए जा रहे हैं. आंकड़े रोज जारी करें तो ठीक रहेगा’.

मंत्रियों में दिखे मतभेद, सीएम के सामने उलझे जोशी और खाचरियावास
धार्मिक स्थल बंद करने के सुझाव पर ओपन मीटिंग में सीएम गहलोत के सामने मंत्रियों के मतभेद साफ नजर आए. खाद्य मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने शादियों में 200 लोगों से कम की लिमिट के सुझाव का खुलकर विरोध किया. खाचरियावास ने कहा कि, ‘इससे गरीब मारे जाएंगे. शादियों की बजाय तो धार्मिक स्थल बंद कर देने चाहिए’. इस सुझाव का जलदाय मंत्री महेश जोशी ने विरोध किया और कहा कि, ‘इससे गलत मैसेज जाएगा. हमने न्यू ईयर सेलिब्रेशन की छूट दी है और 3 जनवरी से धार्मिक स्थल बंद करेंगे तो इसका गलत मैसेज जाएगा. धार्मिक स्थल अभी बंद नहीं करने चाहिए’. इस पर स्वास्थ्य मंत्री परसादीलाल मीणा ने कहा कि, ’31 दिसंबर की रात की पार्टियों को छूट देने का पब्लिक मैसेज ठीक नहीं है’. लोग नेगेटिव कमेंट कर रहे हैं. इस पर रोक हो’ .स्वास्थ्य मंत्री के यह कहने पर खाद्य मंत्री प्रताप सिंह भड़क गए और कहा कि, ‘जयपुर का मैसेज पूरे प्रदेश पर होता है. ऐसे कैसे बंद कर देंगे, आप न्यू ईयर पार्टियों पर रोक लगाकर देख लो कौन आपकी बात मानेगा’. दरअसल पिछली वीसी में मंत्री खाचरियावास ने ही कहा था कि, प्रदेश में न्यू ईयर सेलेब्रेशन की छूट दी जानाी चाहिए. अब इस पर उनका भड़कना तो लाजमी था.

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अगले एक महीने में 40 से 50 हजार केस होने की आशंका

बैठक में एसएमएस अस्पताल के डॉ. अशोक अग्रवाल ने कहा कि, ‘दुनिया का ट्रेंड देखते हुए राजस्थान में अगले एक महीने में 40 से 50 हजार कोरोना पॉजिटिव केस हो सकते हैं. देश में यह संख्या 30 से 35 लाख हो सकती है. राजस्थान में हमें दो से तीन जीनोम सिक्वेंसिंग लैब लगानी चाहिए. अभी राजस्थान के डेटा नहीं है. डेटा बाहर से आ रहे हैं. राजस्थान में पब्लिक हेल्थ के 500 डॉक्टर हैं. हमें उनकी सहायता लेकर खुद के डेटा तैयार करने चाहिए. कौन सा वैरिएंट आया है. यह डॉक्टर नहीं अखबार बता रहे हैं. लोगों में भय बढ़ रहा है’.

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