Politalks.News/Uttrakhand. अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मानकर चल रहे हैं कि वर्ष 2022 में यूपी में होने वाले विधानसभा चुनावों में भाजपा के लिए ‘रामबाण‘ साबित होगा. इसी को ध्यान में रखते हुए सीएम योगी मंदिर निर्माण के काम में तेजी दिखा रहे हैं. योगी चाहते हैं कि प्रदेश के विधानसभा चुनाव से पहले ‘अयोध्या में राम मंदिर का काम जितना अधिक हो सके उतना ही भाजपा को चुनावों में फायदा मिलेगा.’ दूसरी ओर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी अब यूपी के मुख्यमंत्री योगी की विचारधारा पर चल निकले हैं.
उत्तराखंड में हालांकि सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत राम मंदिर का निर्माण तो नहीं करा रहे हैं लेकिन देश और विदेश के करोड़ों हिंदुओं की आस्था से जुड़े बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम को आधुनिक और सुख सविधाओं से संपन्न बनाने के लिए ‘दिन रात एक किए हुए हैं’. शुक्रवार को ‘सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने खुलकर कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम के काम को मुद्दा बनाएगी.’
बता दें कि वर्ष 2013 में उत्तराखंड में आई भीषण प्राकृतिक आपदा से बद्रीनाथ और केदारनाथ में भारी तबाही हुई थी. इस तबाही ने सैकड़ों लोगों की जान ले ली थी. वहीं बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम को भी भारी नुकसान पहुंचाया था. वर्ष 2014 में केंद्र में भाजपा सरकार आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन धार्मिक स्थलों को संवारने में लगे हुए हैं. यही नहीं बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम मोदी की महत्वकांक्षी परियोजनाओं में से एक है.
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हाल ही में दो दिन पहले ही प्रधानमंत्री मोदी ने बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम में चल रहे नवीनीकरण के कामों की वीसी के जरिये समीक्षा की है. 2017 में उत्तराखंड में भाजपा सरकार आने के बाद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सत्ता संभाली थी तब से ही बद्रीनाथ और केदारनाथ धामों पर विशेष फोकस किया जा रहा है.
बद्रीनाथ-केदारनाथ के काम को वर्ष 2022 के चुनाव प्रचार में शामिल करेगी भाजपा-
शुक्रवार को सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने खुलकर कहा कि उत्तराखंड में वर्ष 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में बाबा बद्रीनाथ और केदारनाथ भाजपा को दोबारा सत्ता में पहुंचाएंगे. भाजपा का मानना है कि हिंदुत्व के एजेंडे वाली पार्टी को इससे देश और देवभूमि दोनों में फायदा होगा. सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि जब भाजपा इन धार्मिक स्थलों पर काम कराने का फोकस दे रही है तो उसको श्रेय भी मिलना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि इसमें कोई राजनीतिक मतलब नहीं निकालना चाहिए.
त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि यह कहने में मुझे कोई संकोच नहीं है कि इस काम का राजनीतिक लाभ भारतीय जनता पार्टी को होगा, उन्होंने कहा कि बद्रीनाथ-केदारनाथ के कामों को सिर्फ विधानसभा क्षेत्रों से जोड़कर नहीं देखना चाहिए बल्कि इसका फायदा सबको होगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि खास तौर पर उन विधानसभा क्षेत्रों में जहां या तो ये काम चल रहे हैं और जहां से इन धामों का रास्ता गुजरता है, वहां पर भाजपा को फायदा होगा.
दूसरी ओर पीएम नरेंद्र मोदी ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन और सड़क मार्ग के जरिए बद्रीनाथ धाम को मॉडर्न बनाना चाहते हैं. इससे उत्तराखंड आने वाले करोड़ों हिंदुओं को फायदा मिलेगा. दोनों धामों की सूरत संवारने और पीएम मोदी के नाम पर यहां तेजी के साथ चल रहा काम वर्ष 2022 में उत्तराखंड मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और भाजपा के लिए सत्ता की राह आसान करेगा.
सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत बद्रीनाथ-केदारनाथ धाम के मास्टर प्लान को जल्द पूरा करना चाहते हैं–
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बद्रीनाथ केदारनाथ धाम के मास्टर प्लान को जल्द पूरा करने के लिए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत दिन रात लगे हुए हैं. यहां हम आपको बता दें कि बद्रीनाथ धाम के मास्टर प्लान में 85 हेक्टेयर क्षेत्र लिया गया है. यहां पर देव दर्शनीय स्थल विकसित किया जा रहा है, वहीं एक संग्रहालय और आर्ट गैलरी भी बनाई जा रही है। इस मास्टर प्लान को वर्ष 2025 तक पूरा करने का उत्तराखंड सरकार ने लक्ष्य रखा है.
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अभी बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इन धामों के कामों की पूरी जानकारी ली. इस मौके पर सीएम रावत ने पीएम मोदी को बताया कि सरस्वती व अलकनंदा के संगम स्थल केशवप्रयाग को भी आध्यात्मिक स्थल के तौर पर विकसित किया जा सकता है. मास्टर प्लान को पर्वतीय परिवेश के अनुकूल बनाया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बद्रीनाथ धाम के मास्टर प्लान को लेकर दिए कई महत्वपूर्ण सुझाव मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को दिए.
यहां हम आपको बता दें कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना और चारधाम राजमार्ग परियोजना पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत तेजी के साथ काम करवा रहे हैं. इससे श्रद्धालुओं के लिए चारधाम यात्रा काफी सुविधाजनक हो जाएगी. अब देखना होगा बाबा बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम का काम मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को वर्ष 2022 के उत्तराखंड के विधानसभा चुनाव में कितनी सफलता दिला पाता है?