chhagan bhujbal biography in hindi
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Chhagan Bhujbal Latest News – महाराष्ट्र की क्षेत्रीय राजनीति में एक नाम जाना माना है, वह है छगन भुजबल. भुजबल महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार में मंत्री है और अजीत गुट के राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से आते है. भुजबल महाराष्ट्र की 14वीं विधानसभा में येवला विधानसभा से विधायक है. आने वाले कुछ दिनों में राज्य में विधानसभा चुनाव होना है. ऐसे में भुजबल की भी सक्रियता बढ़ गई है क्योकि राज्य में गढ़बंधन की सरकार है और आगे आने वाले चुनाव में इन्ही गठबंधन में शामिल पार्टियों की जोड़ तोड़ चलने वाली है तो ऐसे में नेताओ की पिछले राजनीतिक इतिहास के साथ ही उनके जीवन परिचय को जानना भी जरुरी है क्योकि नई पीढ़ी पुराने नेताओ की राजनीतिक घटनाक्रम से कम ही परिचित है. इस लेख में हम आपको महाराष्ट्र के पूर्व उपमुख्यमंत्री व राज्य की क्षेत्रीय पार्टी एनसीपी नेता छगन भुजबल की जीवनी (Chhagan Bhujbal Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.

छगन भुजबल की जीवनी (Chhagan Bhujbal Biography in Hindi)

पूरा नाम छगन भुजबल
उम्र 77 साल
जन्म तारीख 15 अक्टूबर,1947
जन्म स्थान नासिक, महाराष्ट्र
शिक्षा 10वीं तक
कॉलेज महाराष्ट्र राज्य बोर्ड
वर्तमान पद महाराष्ट्र के पूर्व उपमुख्यमंत्री
व्यवसाय राजनीतिज्ञ, व्यापार
राजनीतिक दल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी
वैवाहिक स्थिति विवाहित
पिता का नाम चंद्रकांत भुजबल
माता का नाम
पत्नी का नाम मीना भुजबल
बच्चे
बेटें का नाम
बेटी का नाम
स्थाई पता प्लाट नंबर 06, सर्वे नंबर 74/A/3B/1+2, विन्चुर रोड, येओला, नाशिक
वर्तमान पता
फोन नंबर 9930339999
ईमेल

छगन भुजबल का जन्म और परिवार (Chhagan Bhujbal Birth & Family)

छगन भुजबल का जन्म 15 अक्टूबर,1947 को महाराष्ट्र के नासिक जिले के एक निर्धन परिवार में हुआ था.

छगन भुजबल की शिक्षा (Chhagan Bhujbal Education)

छगन भुजबल की अधिक पढाई नहीं हो पायी है. फिर भी गरीबी और संघर्ष के बीच छगन भुजबल ने महाराष्ट्र राज्य बोर्ड से 10वीं तक की पढाई पूरी कर ली.

छगन भुजबल का शुरूआती जीवन (Chhagan Bhujbal Early Life)

छगन भुजबल के शुरूआती के दिन संघर्ष भरे थे. राजनीति में आने से पहले भुजबल का जीवन गरीबी में बीता था. शुरुआती दिनों में आर्थिक व मानसिक संकटो का सामना करने वाले भुजबल इसी कारण अपनी पढाई भी अधिक नहीं कर पाए थे. उन्हें अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़कर पारिवारिक जिम्मेदारी सँभालने के लिए सब्जी बेचनी पड़ी थी. उन दिनों उनकी सब्जी की दूकान मुंबई के भायखला बाजार में हुआ करती थी जबकि उनकी माँ फल की एक छोटी सी दूकान चलाती थी.

छगन भुजबल का राजनीतिक करियर (Chhagan Bhujbal Political Career)

छगन भुजबल की राजनीतिक यात्रा वर्ष 1960 से शुरू हुई थी. भुजबल उसी वर्ष शिव सेना पार्टी में शामिल हो गए थे. छगन भुजबल शिव सेना संस्थापक बालासाहेब ठाकरे के विचारो से बहुत प्रभावित थे. शिव सेना में शामिल होकर भुजबल शिव सैनिक बन गए. कहा जाता है छगन भुजबल के बालासाहेब से अच्छे संबंध थे और इसी कारण वो एक कट्टर शिव सैनिक भी कहलाते थे. चूँकि भुजबल पार्टी के शुरूआती दिनों के सदस्य थे इसलिए पार्टी में उनकी अच्छी पकड़ थी. पहली बार भुजबल 1973 में शिवसेना से पार्षद का चुनाव लड़ा और जीत गए.

1990 में जब छगन भुजबल शिव सेना में थे, तब उसी समय शिव सेना और बीजेपी मिलकर राज्य में होने वाले विधान सभा चुनाव को लड़ा था. इस चुनाव के परिणाम शिवसेना के पक्ष में था जबकि बीजेपी को इससे राज्य में केवल मजबूती मिली थी. भुजबल इस गठबंधन की सरकार में मंत्री बनकर विभिन्न पदों को संभाला था. भुजबल लोक निर्माण विभाग (पीडब्यूडी), गृह मंत्रालय और पर्यटन मंत्रालय जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालयों को संभाला. भुजबल के लिए राजनीतिक का सबसे महत्पूर्ण वर्ष 1999 था.  इसी वर्ष छगन भुजबल महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री बनाये गए थे. भुजबल 18 अक्टूबर 1999 से लेकर 23 दिसंबर 2003 तक महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री रहे है.

लम्बे समय तक शिव सेना में रहने वाले छगन भुजबल का नब्बे के दशक के शुरुआत में ही बालासाहेब ठाकडे से मतभेद हो गया और वो 1991 में शिव सेना छोड़कर कॉग्रेस में शामिल हो गए. माना जाता है ऐसा उन्होंने शरद पवार से अच्छे संबंध होने के कारण किया क्योकि उस समय शरद पवार कांग्रेस पार्टी में हुआ करते थे. बाद में जब शरद पवार ने अपनी स्वयं की पार्टी बनायीं तब 1999 में कांग्रेस को भी छोड़ दिया और एनसीपी में शामिल हो गए. भुजबल दो बार मुंबई नगर निगम के मेयर भी रह चुके है.

भुजबल पहली बार शिवसेना के टिकट पर मुंबई के मंझगांव से 1985 में विधायक चुने गए. इसके बाद फिर 1990 में भी वो फिर वही से विधायक चुने गए थे. भुजबल 2014 में शरद पवार वाली पार्टी एनसीपी के टिकट पर महाराष्ट्र के नासिक से लोकसभा चुनाव लड़ा पर शिव सेना के हेमंत गोडसे से पराजित हो गए.

छगन भुजबल 2004 से येओला विधान सभा क्षेत्र से लगातार जीत रहे है और वर्तमान में भी वो इसी निर्वाचन क्षेत्र से विधायक है. इसके साथ ही छगन भुजबल वर्त्तमान में एकनाथ शिंदे सरकार में खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री है. वह इस पद पर 2 जुलाई, 2023 से आसीन है. छगन भुजबल विवादों से घिरे रहे है

एक समय था जब छगन भुजबल महाराष्ट्र के बड़े नेता माने जाते थे पर बाद में वो विवादों में लगातार घिरते चले गए, इससे उनकी राजनीतिक छवि बहुत प्रभावित हुई है. उनपर करोड़ो रूपये के घोटाले का आरोप लग चुका है. भुजबल पर महाराष्ट्र के लोक निर्माण मंत्री रहते हुए अपने कार्यकाल में भ्रष्ट्राचार एवं मनी लॉन्ड्रिंग करने का आरोप लगा था. इतना ही नहीं भुजबल पर बाद में सदन घोटाले का भी आरोप लगा था. 2016 को भुजबल को प्रवर्तन निदेशालय ने महाराष्ट्र सदन व कालीना लाइब्रेरी निर्माण से जुड़े मामलो में मनी लॉन्ड्रिंग के लिए दोषी पाया था और उन्हें गिरफ्तार कर लिया था. दिसंबर 2017 में प्रवर्तन निदेशालय ने भुजबल व उनके परिवार की 20 करोड़ से भी अधिक की संपत्ति की कुर्की की थी. इतना ही नहीं भुजबल पर जमीन हड़पने, अवैध निर्माण करने जैसे अनेक संगीन आरोप लग चुके है. इस तरह छगन भुजबल और विवाद दोनों एक दूसरे के समानार्थी शब्द बन गए थे, जिससे भुजबल की राजनीतिक करियर मटियामेट सा हो गया था.

छगन भुजबल की संपत्ति (Chhagan Bhujbal Net Worth)

कभी सब्जी बेचने वाले छगन भुजबल राजनीति करके आज के समय में कई करोड़ के मालिक है. 2019 के विधानसभा चुनाव के समय छगन भुजबल के हलफनामे के अनुसार उनके पास कुल सम्पत्ति 26 करोड़ है. भुजबल के पास महाराष्ट्र में 7 करोड़ से भी ज्यादा की कृषि योग्य भूमि तो 6 करोड़ से भी ज्यादा के गैर कृषि योग्य भूमि भी है. इसके अलावे उनके पास और उनकी पत्नी के नाम मुंबई सहित महाराष्ट्र में कई सारे घर भी है.

इस लेख में हमने आपको महाराष्ट्र के पूर्व उपमुख्यमंत्री व राज्य की क्षेत्रीय पार्टी एनसीपी नेता छगन भुजबल की जीवनी (Chhagan Bhujbal Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.

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