Politalks.News/PetrolDieselPriceHike. हाल ही में हुए 5 राज्यों के चुनाव के बाद एक बार फिर पेट्रोल डीजल की कीमतों (Petrol Diesel Price) ने आम आदमी की जेब में आग लगा दी है. बीते पांच दिनों में तीन रुपये से ज्यादा की वृद्धि ने आम उपभोक्ता की चिंता को बढ़ा दिया है. पिछले वर्ष 4 नवंबर के बाद से पेट्रोल-डीजल के दामों में किसी प्रकार की कोई वृद्धि नहीं हुई थी लेकिन चुनाव परिणाम आने के बाद आज मात्र पांच दिनों में 4 बार बढ़ोतरी हो गई है. पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर अब केंद्र सरकार विपक्षी दलों के निशाने पर आ गई है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने जहां ट्विटर के माध्यम से सरकार पर निशाना साधा. तो वहीं कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला (Randeep Surjewala) ने प्रेसवार्ता करते हुए कहा कि, ‘केंद्र ने एक तरफ देश के लोगों की आमदनी कर दी कम….और दूसरी तरफ बेतहाशा महंगाई का दे दिया गम.’
देश में पेट्रोल और डीजल के दाम लगातार बढ़ रहे हैं. लगातार चौथे दिन पेट्रोल की कीमतों में जहां 76 से 84 पैसे तक का इजाफा हुआ है तो वहीं डीजल के दाम में 76 से 85 तक की बढ़ोतरी हुई है. पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि, ‘राजा करे महल की तैयारी, प्रजा बेचारी महंगाई की मारी.’ वहीं कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने पत्रकार वार्ता करते हुए कहा कि, ‘कांग्रेस, देशभर में तीन चरणों का कांग्रेस ‘मंहगाई मुक्त भारत’ अभियान शुरू करेगी. इसके तहत 31 मार्च को सुबह 11 बजे कांग्रेस कार्यकर्ता अपने घरों के बाहर और सार्वजनिक जगहों पर रसोई गैस सिलेंडर को माला पहना कर, घन्टी और ड्रम बजा कर प्रदर्शन करेंगे केंद्र सरकार को बढ़ती महंगाई से अवगत कराएंगे. 2 से 4 अप्रैल के बीच देश भर में जिला स्तर पर और 7 अप्रैल को राज्यों की राजधानी में कांग्रेस कार्यकर्ता धरना प्रदर्शन करेंगे.’
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रणदीप सुरजेवाला ने आगे कहा कि, ‘एक तरफ देश के लोगों की आमदनी कर दी कम….और बेतहाशा दूसरी तरफ महंगाई का दे दिया गम. पिछले पांच दिनों में चौथी बार पेट्रोल-डीजल के दाम वृद्धि हुई है. मई 2014 में मोदी जी ने जब सत्ता संभाली तब पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी 9 रूपए 20 पैसे प्रति लीटर थी वहीं डीजल पर ये 3 रुपए 46 पैसे. लेकिन पिछले 8 सालों में डीजल पर 531 प्रतिशत एक्साइज ड्यूटी बढ़ाई है और पेट्रोल पर 203 प्रतिशत.’ सुरजेवाला ने आगे कहा कि, ‘जब देश में मनमोहन सिंह सरकार थी तब कच्चा तेल, 108 से 140 रुपए गया तो पेट्रोल 71 रुपए 41 पैसे और डीजल 55 रुपए 49 पैसे प्रति लीटर मिलता था. और आज जब कच्चा तेल 108 रुपए हुआ है तो पेट्रोल 98.61 प्रति लीटर और डीजल 89.87 प्रति लीटर है.’
सुरजेवाला ने आगे कहा कि, ‘2011-12 में कांग्रेस ने पेट्रोल-डीजल पर एक लाख ग्यारह हजार करोड़ की सब्सिडी दी, जो 2012-13 में बढ़कर 1 लाख 64 हजार 364 करोड़ हो गया. यानी औसतन डेढ़ लाख करोड़ रुपया मनमोहन सरकार पेट्रोलियम कंपनियां को देती थी, ताकि आमजनों को तेल के दामों पर बोझ न पड़े. लेकिन मोदी सरकार ने सब्सिडी कम कर दी. एक लाख 50 हजार करोड़ जो कांग्रेस सरकार सब्सिडी के तौर पर देती थी आज वो ग्याहर हजार करोड़ की हो गई है. देश भर में कच्चे तेल की वजह से नहीं, बल्कि एक्साइज ड्यूटी के चलते बढ़ रहे हैं डीजल-पेट्रोल के दाम.’
सुरजेवाला ने आगे कहा कि, ‘मोदी सरकार में महंगाई- ‘तारीख़ नई, तकलीफ़ वही.’ आज की सुबह भी महंगाई से शुरू, आज फ़िर से रेट ₹0.80 बढ़ा दिए. नए भारत में डीज़ल/पेट्रोल का रोज़ नया रेट, लगातार 5 दिन 4 हमला, ₹3.2/L की लूट. भाजपा का जारी है- ‘ज़श्न भरा शपथ’ जनता को हर रोज़ महंगाई की चपत?’