यूपी की अयोध्या, जहां अवधेश प्रसाद के आगे राम मंदिर का मुद्दा भी हुआ फैल!

अयोध्या में गौण हुआ राम मंदिर का मुद्दा, देशभर में 'जय श्री राम' के शोर के बीच रामलला की नगरी में दिखा सपा के अवधेश प्रसाद का जोर, अयोध्या से मौजूदा सांसद लल्लू सिंह की हार पचा नहीं पा रही बीजेपी.

awadhesh prasad ayodhya
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लोकसभा चुनाव 2024 के परिणामों के बाद रविवार को मोदी 3.0 की सरकार बनने जा रही है. हालांकि बीजेपी को इस बार पूर्ण बहुमत नहीं मिल सका लेकिन एनडीए सरकार को पूर्ण बहुमत से अधिक सीटें मिली है. इस बार पूरे देश में अयोध्या का शोर रहा लेकिन जहां ये शोर सबसे ज्यादा होना था, वहां बीजेपी को तगड़ा झटका लगा है. इन चुनावों में सभी की नज़रें अयोध्या पर टिकी थी क्योंकि राम मंदिर का मुद्दा देशभर में हावी रहा, लेकिन चुनाव के नतीजे चौंकाने वाले आए. अयोध्या में बीजेपी को करारी शिकस्त झेलनी पड़ी. अयोध्या में मिली हार पचाना भारतीय जनता पार्टी के लिए बिल्कुल आसान नहीं है.

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अयोध्या इलाका फैजाबाद लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है. यहां के दो बार के बीजेपी सांसद लल्लू सिंह को समाजवादी पार्टी के अवधेश प्रसाद ने 54,567 मतों से हराया. अब ऐसे में बीजेपी के अंदर ये एक बड़ी बहस बनती दिख रही है कि आखिर राम की नगरी में पार्टी को हार कैसे मिली. खासकर तब जब चुनाव से पहले राम मंदिर के उद्घाटन को लेकर बीजेपी ने देशभर में अभियान भी चलाया था. यहां तक की फैजाबाद सीट के तहत आने वाले पांच विधानसभा क्षेत्रों में से चार पर बीजेपी को हार का मुंह देखना पड़ा है. अयोध्या भी इसी में से एक है. इस चुनाव में बीजेपी ने खासतौर पर फैजादाबाद में राम मंदिर के नाम पर वोट मांगने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी थी. लेकिन इसके बावजूद भी जनता ने सत्ताधारी पार्टी को नकार दिया.

राम मंदिर के मुद्दे पर चुनाव लड़ना पड़ा भारी

फैजाबाद लोकसभा सीट से बीजेपी के हार के पीछे समाजवादी पार्टी की रणनीति को एक बड़ी वजह माना जा रहा है. बीजेपी यूपी के साथ-साथ समूचे उत्तर भारत में राम मंदिर और विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ी, लेकिन फैजाबाद में पार्टी ने राम मंदिर को लेकर अयोध्या में जो विकास कार्य किए उसे मुद्दा बनाया. वहीं, समाजवादी पार्टी अपने पीडीए (पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक) रणनीति के साथ इस सीट पर जनता के बीच गई. यही वजह थी पार्टी ने अवधेश प्रसाद को यहां से टिकट दिया. अवधेश प्रसाद अनुसूचित जाति के पासी समुदाय से आते हैं. बीजेपी के दो बार के सांसद लल्लू सिंह के खिलाफ एंटी इनकंबेंसी का होना भी एक बड़ा फैक्टर साबित हुआ है और और जनता ने उन्हें अपना आशीर्वाद भी दिया.

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वहीं अयोध्या जिले की फैजाबाद संसदीय सीट से सपा के टिकट पर चुनाव जीतने वाले अवधेश प्रसाद ने बीजेपी के बड़बोलेपन, गलत बयान, महंगाई, बेरोजगारी और आरक्षण पर हमले किए. इसके अलावा, अयोध्या में विकास के नाम पर तोड़फोड़, गरीबों की जमीनों औने पौने दाम पर लेना और किसानों की बदहाली भी बीजेपी की हार की वजह रही.

फैजाबाद लोस का चुनाव परिणाम ऐतिहासिक

फैजाबाद लोकसभा सीट का चुनाव परिणाम इसलिए भी ऐतिहासिक है क्योंकि इस सीट से जीतकर संसद पहुंचने वाले अवधेश प्रसाद 1957 के बाद पहले ऐसे सांसद हैं जो अनुसूचित जाति से ताल्लुक रखते हैं. इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने देशभर में राम मंदिर के नाम पर जमकर वोट मांगा. लेकिन इसके बावजूद भी जनता ने फैजाबाद में बीजेपी को पूरी तरह से दरकिनार कर दिया. अवधेश प्रसाद 1977 में पहली बार विधायक बनें. अब तक 9 बार विधायक और 6 बार मंत्री रह चुके हैं. वर्तमान में सपा में जनरल सेक्रेटरी पद पर विराजमान थे. देशभर में मोदी लहर और राम मंदिर मुद्दे पर अवधेश प्रसाद न केवल विजय पताका फहरायी है, बल्कि फैजाबाद में बीजेपी की हैट्रिक को भी रोक दिया है.

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