Politalks.News/Delhi. 19 जुलाई से शुरू हो रहे संसद के मानसून सत्र में मोदी सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस ने कमर कस ली है. सोनिया गांधी की अध्यक्षता में कांग्रेस की पार्लियामेंट्री स्ट्रेटजी ग्रुप की वर्चुअल बैठक में कांग्रेस ने संसद सत्र के दौरान 6 बिंदुओं का एजेंडा बनाया. इसमें कोरोना रोधी टीका की धीमी रफ्तार, पेट्रोल, डीजल के लगातार बढ़ते दाम और कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसानों के आंदोलन को जोर शोर से उठाने का फैसला लिया गया. और कयास के बीच अधीर रंजन अपनी पॉजीशन बचाने में कामयाब रहे हैं. अधीर को पद से हटाने की अफवाहों के बीच कल हुई बैठक में इस बात को लेकर हुआ ही नहीं कोई विचार !
फिलहाल बच गई अधीर रंजन की कुर्सी !
कांग्रेस की इस बैठक की एक अहम बात यह रही कि कयासों के विपरीत लोकसभा में कांग्रेस दल नेतृत्व में बदलाव को लेकर कोई बात नहीं हुई. पार्टी के आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक फिलहाल अधीर रंजन लोकसभा में कांग्रेस दल के नेता बने रहेंगे. लोकसभा में विपक्ष के नेता के रूप में अधीर रंजन चौधरी की जगह किसी और को नेता बनाए जाने की खबरों के बीच कांग्रेस पार्टी के सूत्रों ने संकेत दिया कि, ‘लोकसभा पार्टी में कांग्रेस के नेता के पद में फिलहाल कोई बदलाव नहीं है. इस सत्र में अधीर रंजन चौधरी लोकसभा में कांग्रेस के नेता बने रहेंगे.
बदलाव का नहीं है समय- सूत्र
कांग्रेस पार्टी के सूत्र के मुताबिक, संसद सत्र में एक हफ्ते से भी कम समय बचा है. ऐसे में लोकसभा में पार्टी के नेता का बदलाव संभव नहीं है, पश्चिम बंगाल चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद अधीर रंजन को लोकसभा में कांग्रेस दल के नेता पद से हटाए जाने की कयास नए सिरे से लगाए जाने लगे थे. अधीर रंजन की जगह रवनीत बिट्टू, मनीष तिवारी, शशि थरूर और गौरव गोगोई को दिए जाने को लेकर अटकलों का बाजार गर्म था. कुछ लोगों ने यह खबरें भी उड़ा दी कि राहुल गांधी अधीर की जगह ले सकते हैं. लेकिन फिलहाल कांग्रेस के झगड़ों ने शायद अधीर की कुर्सी बचा दी है. बता दें कि 19 जुलाई से शुरू हो रहा संसद का मानसून सत्र 13 अगस्त तक चलेगा.
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मानसून सत्र को लेकर हुई कांग्रेस पार्लियामेंट्री स्ट्रेटजी ग्रुप की बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, एके एंटनी, राज्यसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राज्यसभा में उपनेता विपक्ष आनंद शर्मा, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, केसी वेणुगोपाल, के सुरेश, जयराम रमेश, मनीष तिवारी, मनिकम टैगोर, गौरव गोगोई मौजूद थे.
मोदी सरकार को घेरने का कांग्रेस का 6 सूत्रीय एजेंडा
कांग्रेस से जुड़े सूत्रों ने बताया कि पार्लियामेंट्री स्ट्रेटजी ग्रुप की बैठक में ‘मुख्य रूप से 6 मुद्दे तय किए गए हैं. कोरोना टीकाकरण की धीमी रफ्तार, बढ़ती मंहगाई, किसानों के अलावा बेरोजगारी, राफेल सौदे की जेपीसी जांच, चीन से सटी नियंत्रण रेखा पर तनाव आदि मुद्दों पर कांग्रेस सरकार से जवाब मांगेगी. इसके साथ ही जम्मू कश्मीर में हुए हालिया ड्रोन हमलों से लेकर लक्षद्वीप के मुद्दे तक कांग्रेस सदन में उठाएगी.
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महंगाई के मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरेगी कांग्रेस
इससे पहले कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर महंगाई को रोकने में विफल रहने और जनता की बेबसी का फायदा उठाने का आरोप लगाया है. कांग्रेस ने पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतें कम कर और जरूरी वस्तुओं पर जीएसटी की दरें घटाकर लोगों को राहत प्रदान करने की मांग की है. पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने यह भी कहा कि, ‘कांग्रेस 19 जुलाई से आरंभ हो रहे संसद के मानसून सत्र में महंगाई के मुद्दे को उठाएगी और इस पूर्ण चर्चा की मांग करेगी.
विपक्ष को एकजुट करने की जिम्मेदारी खड़गे की
सूत्रों के मुताबिक बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि, ‘सभी विपक्षी दलों को मोदी सरकार को घेरने के लइए एकजुट रहना चाहिए. सोनिया ने अन्य विपक्षी दलों के साथ समन्वय को जरूरी बताया. राज्यसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को अन्य दलों से बात करने की जिम्मेदारी दी गई है.