Politalks.News/Rajasthan. प्रदेश भाजपा के नेता कोरोनाकाल में गहलोत सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की चाहे जितनी आलोचना करे लेकिन केन्द्र की मोदी सरकार गहलोत सरकार द्वारा कोरोना के विरुद्ध लिए गए फैसलों की तारीफ ही करती रही है. पहले प्रधानमंत्री मोदी ने वीसी के दौरान कोरोना प्रबंधन को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की भूरी भूरी प्रशंसा की थी. अब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कोरोना काल में हुए काम को लेकर राजस्थान सरकार के कामकाज की जमकर तारीफ की. वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी हर्षवर्धन को जयुपर आकर बैठक करने का न्यौता दिया.
बुधवार को भीलवाडा के साथ भरतपुर के मेडिकल कॉलेज भवन और तीन सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक्स के डिजिटल लोकार्पण समारोह के दौरान केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कोरोना काल में हुए काम को लेकर गहलोत सरकार के प्रयासों की जमकर सराहना करते हुए कहा कि केन्द्र के प्रयासों के साथ ही राजस्थान पूरी मुस्तैदी के साथ यह लड़ाई लड़ रहा है. केन्द्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि केन्द्र सरकार ने तीसरे चरण में देश के पिछड़े जिलों में ‘पहले आओ पहले पाओ’ के आधार पर 75 नए मेडिकल कॉलेज खोलने का लक्ष्य निर्धारित किया था. राजस्थान सरकार ने इस दिशा में तत्परता दिखाते हुए जल्द प्रस्ताव भेजे, जिसके चलते राजस्थान को सबसे ज्यादा 15 मेडिकल कॉलेज मिल सके. डॉ हर्षवर्धन ने आगे कहा कि हमें हेल्थ फॉर ऑल का लक्ष्य प्राप्त करना है, इसके लिए राज्यों का सहयोग जरूरी है. हर्षवर्धन ने सीएम गहलोत से आग्रह करते हुए कहा कि स्वास्थ्य की योजनाओं को पूरा करने में सहयोग दें और केंद्र सरकार पूरा सहयोग करेगी.
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बता दें कि प्रदेश में पिछले एक माह से ज्यादा समय चले सियासी संकट के दौरान कांग्रेस-बीजेपी के बीच पैदा हुई तल्खी के बाद यह पहली वीडियो कॉन्फ्रेंस थी. इस वीसी में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन और अशोक गहलोत के साथ राज्य मंत्री अश्विवनी चौबे, केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया के साथ कई बीजेपी सांसद भी जुड़े. इस दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री को जयुपर आकर बैठक करने का न्यौता भी दिया.
डिजिटल लोकार्पण समारोह के दौरान सीएम अशोक गहलोत ने डॉ. हर्षवर्धन को विश्व स्वास्थ्य संगठन का कार्यकारी अध्यक्ष बनने पर बधाई दी. सीएम गहलोत ने हर्षवर्धन से कहा, ‘आप एक बार जयपुर आइए, यहां अफसरों की बैठक लीजिए, ताकि आपके अनुभवों का फायदा मिले. सीएम गहलोत ने कहा कि केंद्र स्वास्थ्य के क्षेत्र में जो भी योजना या कार्यक्रम हाथ में लेगा, राजस्थान उन्हें लागू करने में अग्रणी रहेगा. इस दौरान मुख्यमंत्री ने डिजिटल लोकर्पण समारोह के बारे में बताया कि यह कार्यक्रम 7 दिन पहले होना था लेकिन डॉ. हर्षवर्धन खुद शामिल होना चाहते थे, इसलिए इस कार्यक्रम को स्थगित किया गया.
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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने डॉ हर्षवर्धन को बताया कि राजस्थान के हर जिले में कोरोना टेस्ट की लैब लगाई जाएंगीं. अभी हम पीसीआर टेस्ट ही कर रहे हैं. सीएम गहलोत ने आगे कहा कि चीन से आने वाले रैपिड टेस्ट किट की हमने ही सबसे पहले एसएमएस मेडिकल कॉलेज में जांच की और सबसे पहले हमने ही रैपिड टेस्ट किट की खराबी की सूचना आईसीएमआर (ICMR) को दी थी. अब जो एंटीजन टेस्ट किट हैं उनमें भी रैपिड टेस्ट किट जैसी ही शिकायत आ रही है. कोरिया की कम्पनी है, इस कम्पनी ने राजस्थान को किट नहीं दिए. एंटीजन टेस्ट भी फेल साबित हो रहे हैं. हमने आईसीएमआर को सूचना दी है लेकिन वहां से कोई जवाब नहीं आया, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री इस पर ध्यान दें.
लोकार्पण समारोह के दौरान प्रदेश के चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि राजस्थान में कोरोना को लेकर बेहतरीन मेनेजमेंट किया गया है. जुलाई एवं अगस्त माह में यहां मृत्युदर एक प्रतिशत से भी कम रही, साथ ही रिकवरी रेट भी राष्ट्रीय औसत से बेहतर है. वहीं चिकित्सा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने कहा कि राजस्थान की भौगोलिक परिस्थिति को देखते हुए स्वास्थ्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में केन्द्र प्रवर्तित योजनाओं का संचालन पूर्व की भांति 75 अनुपात 25 के आधार पर ही किया जाए. वीसी की शुरूआत में चिकित्सा शिक्षा सचिव वैभव गालरिया ने प्रदेश में मेडिकल सुविधाओं के विस्तार की जानकारी दी.