यूथ कांग्रेस चुनाव विवाद पहुंचा पुलिस थाने, राष्ट्रीय अध्यक्ष सहित 4 पर रूपये ऐंठने और धोखाधडी का मुकदमा दर्ज

रामचंद्र जलवाणिया ने आर्थिक अनियमितता और धोखाधडी के आरोपों के साथ यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीवी श्रीनिवास, राष्ट्रीय प्रभारी कृष्णा अल्लवुरु सहित चार पदाधिकारियों के खिलाफ करवाया मुकदमा दर्ज

यूथ कांग्रेस
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पॉलिटॉक्स न्यूज/राजस्थान. प्रदेश में यूथ कांग्रेस के फरवरी माह में हुए चुनाव शुरूआत से ही विवादों के घेरे में है. चुनाव से पहले चुनाव करवाने के आॅनलाइन तरीके, फिर मतदान के समय वोटिग ऐप में गडबडी और उसके बाद तय घोषित नतीजों को बदलने से यूथ कांग्रेस का संगठनात्मक चुनाव लगातार सवालों के घेरे में है. यूथ कांग्रेस के संगठनात्मक चुनाव की प्रणाली और घोषित नतीजे बदलने को लेकर उठा विवाद अब आर्थिक अनियमितता और धोखाधड़ी के आरोपों के साथ पुलिस तक पहुंच गया है.

यूथ कांग्रेस के ही एक कार्यकर्ता रामचंद्र जलवाणिया ने आर्थिक अनियमितता और धोखाधडी के आरोपों के साथ यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीवी श्रीनिवास, राष्ट्रीय प्रभारी कृष्णा अल्लवुरु सहित चार पदाधिकारियों पर मुकदमा दर्ज करवाया है. रामचंद जलवाणिया ने इन पदाधिकारियों के खिलाफ प्रदेश के युवाओं को उज्ज्वल भविष्य का झांसा देने, धोखाधड़ी कर रुपए ऐंठने का आरोप लगाते हुए जोधपुर जिले के भोपालगढ़ पुलिस थाने में मामला दर्ज कराया है. रामचंद जलवाणिया पूर्व में परसराम मदेरणा राजकीय पीजी कॉलेज भोपालगढ के एनएसयूआई से छात्रसंघ अध्यक्ष रह चुके है. भोपालगढ थानप्रभारी राजेन्द्र खदाव के अनुसार इस मामले में आईपीसी की धारा 420 व 406 के तहत मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच एएसआई ज्ञानपाल को सौंपी गई है.

रामचंद्र जलवाणिया ने अपनी शिकायत में भोपालगढ पुलिस को बताया है कि यूथ कांग्रेस ने 22 फरवरी 2018 को सदस्य बनने व बनाने के लिए सूचना जारी की थी. जिसमें उसने निर्धारित सदस्यता शुल्क देकर यूथ कांग्रेस की सदस्यता ली. श्रीनिवास व अल्लवुरु के साथ तरुण त्यागी व प्रदेश रिटर्निंग अधिकारी जगदीश सन्धू ने सदस्यता अभियान के बाद लोकतांत्रिक तरीके से चुनाव करवाने का प्रलोभन दिया. इस पर मैंने सघन अभियान चलाकर प्रदेश में 4383 सदस्य बनाए लेकिन 2 साल तक युथ कांग्रेस के संगठनात्मक चुनाव नहीं कराए गए. करीब 2 वर्ष बाद फिर से और सदस्य बनाने की सूचना जारी कर दी गई. इस पर मैंने और प्रदेश के सैंकडो युवाओं ने लगभग 5 लाख सदस्य प्रदेशभर में बनाए. सदस्यता अभियान में बनाए गये सदस्यों से शुल्क के नाम पर इन चारों लोगों को लगभग 6.25 करोड़ रुपए मिले.

जलवाणिया ने आगे बताया कि गत 22 व 23 फरवरी को यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश महासचिव, जिला अध्यक्ष, जिला महासचिव और विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष पर पर ऐप के जरिए चुनाव हुए थे. इसके बाद इस चुनाव के 3 मार्च को आॅनलाइन परिणाम घोषित किए गए. इसमें सर्वाधिक 46304 मतों के साथ प्रदेशाध्यक्ष पद पर सुमित भगासरा को विजयी घोषित किया गया. इसके बाद मतदान में गडबडी और वोटिंग ऐप के हेक हो जाने की शिकायत के चलते घोषित नतीजों पर रोक लगा दी गई. इसी बीच लॉकडाउन के दौरान 7 अप्रेल को सिर्फ अध्यक्ष पद का नया परिणाम जारी कर प्रदेशाध्यक्ष पद पर मुकेश भाकर को विजयी घोषित कर दिया गया. आरोपियों ने स्वतंत्र एजेंसी से जांच कराए बिना ही कह दिया कि ऐप हैक होने के कारण परिणाम बदला है.

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यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीवी श्रीनिवास सहित चार पदाधिकारियों पर भोपालगढ थाने में दर्ज हुए मुकदमें को लेकर प्रदेशाध्यक्ष पद पर पहले घोषित हुए प्रत्याशी सुमित भगासरा ने पॉलिटॉक्स को बताया कि यह जो भी हो रहा है उससे संगठन का नाम खराब हो रहा है. इस पर जल्द से जल्द राष्ट्रीय नेतृत्व को ध्यान देना चाहिए. प्रदेश में यूथ कांग्रेस के हुए चुनाव की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए. भगासरा ने आगे बताया कि चुनाव से पहले वोटर लिस्ट आउट हुई थी उस पर कोई कार्रवाई अभी तक नहीं हुई. चुनाव परिणामों के बदलाव पर भी कोई कार्रवाई अभी तक नहीं की गई है. चुनाव के परिणामों में हुए बदलाव की जिम्मेदारी संगठन को लेनी चाहिए. इस पूरे मामले में राष्ट्रीय नेतृत्व को दोषियों के नाम सार्वजनिक करने चाहिए.

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