यूपी में एक ही दिन में 2 मौतें, योगी का फरमान- जमातियों को खोजिए, जो जहां मिले उसे वहीं क्वारन्टाइन किया जाए

कोरोना संकट से निपटने को योगी सरकार सख्त, ट्रेवल हिस्ट्री छिपाने वालों पर कठोर कार्रवाई करने के निर्देश, शैल्टर होम में अधिक लोग होने पर कम्युनिटी किचन शुरू करने को कहा, हर बूथ अध्यक्ष को दी 10 गरीबों के खाने की जिम्मेदारी

यूपी- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
यूपी- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

पॉलिटॉक्स न्यूज/उत्तर प्रदेश. यूपी में कोरोना के संक्रमण से मौत का खाता खुल गया है. सूबे में कोरोना वायरस के कारण आज बुधवार को एक ही दिन में 2 मौतों का मामला सामने आया है. मेरठ में 72 साल के बुजुर्ग ने आज दम तोड़ दिया, मेरठ जिलाधिकारी ने इसकी पुष्टि की है. वहीं इससे पहले बुधवार को ही गोरखपुर में एक 25 साल के युवक की कोरोना के कारण मौत हो गई. कोरोना से एक ही दिन में दो मौतें और निजामुद्दीन मरकज में यूपी के 157 लोगों के शामिल होने की खबर आने के बाद यूपी सरकार पहले और अधिक एक्शन में आ गई है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अफसरों को फरमान सुनाते हुए कहा कि मरकज से लौटे जमातियों को खोजिए और जो जहां मिले उसे वहीं क्वारेंटाइन किया जाए. तब्लीगी जमात से तेलंगाना लौटे जमातियों में से छह कोविड-19 संक्रमितों की मौत की खबर ने दिल्ली के साथ उत्तर प्रदेश में भी हड़कंप मचा दिया है. इसके बाद नोएडा, आगरा और गोरखपुर में नए मामले सामने आए जिसके बाद योगी सरकार पहले से अधिक एक्शन में आ गई है.

मुख्यमंत्री योगी ने पश्चिमी यूपी में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए कठोर कदम उठाने के निर्देश देते हुए कहा कि पूरे प्रदेश में लॉकडाउन का पूरी तरह पालन हो, इसमें किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. साथ ही ट्रेवल हिस्ट्री छिपाने वालों पर कठोर कार्रवाई करने की बात भी कही है.

बता दें, दिल्ली के निजामद्दीन मरकज में हुए तब्लीगी जमात में उत्तर प्रदेश के 157 लोग शामिल हुए थे. इसके लिए 19 जिलों को एलर्ट किया गया है. लखनऊ में छह, बिजनौर में आठ, मथुरा में 21 लोगों को क्वारेंटाइन किया गया है. ये सभी जमात में शामिल थे. इनमें कई विदेशी नागरिक भी हैं, जो जमात में शामिल होने के बाद यूपी आ गए.

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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आवश्यकता पड़ने पर आपात सेवा के लिए रिटायर्ड आर्मी मेडिकल अफसरों के साथ ही साथ पूर्व स्वास्थ्य अधिकारियों और कर्मचारियों की भी सेवा लें. बाहरी राज्यों में मौजूद उत्तर प्रदेश के नागरिकों की पूरी मदद की जाए, उनके भोजन आदि का प्रबंध अवश्य कराया जाए. संस्थानों के मालिक अपने कर्मचारियों और श्रमिकों के भोजन का हर हाल में प्रबंध करें. यदि वह नहीं कर पा रहे तो प्रशासन को सूचित करके सभी श्रमिकों और कर्मचारियों के भोजन का इंतज़ाम सुनिश्चित कराएं. सीएम ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान प्रदेश में कोई भी भूखा नहीं रहना चाहिए.

सीएम योगी ने राशन वितरण और बैंकों से लेनदेन के दौरान भीड़ इकट्ठा न होने दी जाने के निर्देश जारी किए हैं. उन्होंने हर ज़िले में बड़ी संख्या में आश्रय स्थल बनाए जाएं. जो लोग भी लॉकडाउन का पालन करते हुए न दिखें और आश्रयहीन हों, उन्हें इन आश्रय स्थलों में रखा जाए. जिन आश्रय स्थलों में 100 से ज्यादा लोग हों, वहां पर कम्युनिटी किचन शुरू किया जाए. जहां कम लोग हैं, वहां उनके लिए भोजन पैकेट का इंतज़ाम कराने को कहा है.

गौरतलब है कि यूपी में योगी सरकार पलायन करने वाले और अन्य दिहाड़ी मजदूरों के खाने पीने का युद्ध स्तर पर इंतजाम कर रही है. साथ ही कोरोना वायरस के संक्रमण को कम्युनिटी स्तर पर जाने से रोकने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश की सभी सीमाएं सील करने का आदेश दिया है. कर्मचारियों और अधिकारियों पर उनकी सख्ती भी देखने को मिल रही है. नोएडा में कोरोना वायरस से बचाव एवं तैयारियों की समीक्षा बैठक का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें वे नोएडा के डीएम बीएन सिंह को फटकार लगा रहे हैं. मुख्यमंत्री से डांट खाने के बाद नोएडा डीएम ने मुख्य सचिव को खत लिखकर तीन महीने की छुट्टी मांगी जिसके कुछ ही घंटे बाद उन्हें पद से हटा दिया गया. उनकी जगह अब सुहास एलवाई नोएडा डीएम होंगे.

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बता दें, उत्तरप्रदेश में कोरोना संक्रमण के केस लगातार बढ़ते जा रहे हैं। बीते 24 घंटे में प्रदेश में 17 नए मरीजों में संक्रमण की पुष्टि हुई. अब प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 108 हो गई है. जिसमें से आज एक 72 वर्षीय बुजुर्ग और एक 25 वर्षीय युवक की मौत कोरोना से हो चुकी है. कम आयु में संक्रमण से मौत का देश में ये पहला मामला है. सबसे ज्यादा 32 मरीज नोएडा (गौतम बुद्ध नगर) के हैं. यहां मरीजों की संख्या बढ़ने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा रजनीश दुबे को वहां हेलीकॉप्टर से भेजकर हालात सुधारने के निर्देश दिए हैं.

साथ ही जिला प्रशासन ने सभी मंडियों में आम जनता का प्रवेश पूरी तरह रोक दिया. दूसरे राज्यों से पलायन कर प्रयागराज आए 88 लोगों को शहर के केपी कम्युनिटी सेंटर में 14 दिनों के लिए क्वारन्टाइन रखा गया है. इस दौरान उनके स्वास्थ्य पर नजर रखी जाएगी. खाने-पीने व रहने के सभी इंतजाम जिला प्रशासन खुद कर रहा है. यहां दूसरे जिलों के भी मजदूर पहुंचे थे जिन्हें प्रशासन द्वारा 20 बसों से उनके मंजिल तक रवाना किया जा चुका है.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना महामारी से निपटने के लिए भाजपा संगठन से भी सहयोग मांगा है. उन्होंने प्रदेश के कार्यकर्ताओं से वीडियो कांफ्रेंसिंग कर हर बूथ अध्यक्ष को रोजाना 10 गरीबों के लिए भोजन का प्रबंध करने की जिम्मेदारी दी है. उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र और राज्य सरकार के राहत पैकेज और अन्य व्यवस्थाओं की भी जानकारी लोगों से साझा की जाए.

सीएम ने कहा है कि हर बूथ अध्यक्ष अपने गांव और मोहल्लों में 10 परिवारों से संपर्क कर एक-एक घर से एक-एक भोजन पैकेट बनवाएं और इसे जरूरतमंदों को बांटें. साथ ही गैर राज्यों से आने वालों की जानकारी भी प्रशासन को दें.

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