पॉलिटॉक्स न्यूज. कोरोना काल में पहले लॉकडाउन और बाद में प्रवासी मजदूरों के घर वापसी के चलते उद्योग धंधे ठप समान है. कई कारोबार आर्थिक संकट तो कुछ मजदूरों के चलते पटरी पर नहीं आ पा रहे हैं. वहीं घर वापसी कर चुके मजदूरों के सामने भी रोजी रोटी का संकट मुंह बाये खड़ा है. लाखों के पास घर चलाने के लिए रोजगार नहीं है. ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक योजना शनिवार को बिहार के खगड़िया जिले से लॉन्च किया है, जिससे 6 राज्यों के मजदूरों को रोजगार मिलेगा. इस योजना का नाम है गरीब कल्याण रोजगार योजना. इस योजना पर रोजगार के लिए 50 हजार करोड़ रुपये खर्चे जाएंगे.
राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड और ओडिशा सहित 6 राज्यों के कुल 116 जिलों के 25,000 से अधिक प्रवासी मजूदरों को इस योजना के लिए चुना गया है. इसमें उक्त सभी राज्यों के 27 आकांक्षी जिले शामिल हैं. इन जिलों के ऐसे करीब दो तिहाई प्रवासी मजदूरों को योजना में शामिल करने का अनुमान है. योजना के तहत 125 दिनों का रोजगार मिलेगा जिसमें प्रवासी मजदूरों को रोजगार मुहैया कराने और देश के ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी ढांचा खड़ा करने के लिए 25 अलग तरह के कार्यों पर ध्यान केंद्रित किया गया है. इस योजना का समन्वय 12 अलग-अलग मंत्रालय करेंगे.
इन 25 कामों पर रहेगा ध्यान
- सामुदायिक स्वच्छता परिसर
- ग्राम पंचायत भवन
- फाइनेंस कमिशन फंड के तहत किए जाने वाले काम
- राष्ट्रीय राजमार्ग के काम
- जल संरक्षण एवं जल संचयन के काम
- कुओं का निर्माण
- पौधारोपण के काम
- बागवानी के काम
- आंगनवाड़ी केंद्र के काम
- प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के काम
- ग्रामीण सड़क एवं सीमा सड़क के काम
- भारतीय रेल के तहत आने वाले काम
- श्यामा प्रसाद मुखर्जी अरबन मिशन
- भारत नेट के तहत फाइबर ऑप्टिकल केबल बिछाने का काम
- पीएम कुसुम योजना के काम
- जल जीवन मिशन के तहत कराए जाने वाले काम
- प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा प्रोजेक्ट
- कृषि विज्ञान केंद्र के तह जीवनयापन की ट्रेनिंग
- जिला खनिज निधि के तहत आने वाले काम
- सॉलिड एवं लिक्विड वेस्ट मैनेजमैंट के काम
- फार्म पोंड योजना के काम
- पशु शेड बनाने का काम
- भेड़/बकरी के लिए शेड बनवाने का काम
- मुर्गी पालन के लिए शेड निर्माण
- केंचुआ खाद यूनिट तैयार कराना
योजना का शुभारंभ करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रमिकों का जिक्र करते हुए कहा कि आप श्रमेव जयते, श्रम की पूजा करने वाले लोग हैं, आपको काम चाहिए, रोजगार चाहिए. इस भावना को सर्वोपरि रखते हुए ही सरकार ने इस योजना को बनाया है और इतने कम समय में लागू किया है.
पीएम मोदी ने कहा कि बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड, ओडिशा, मध्य प्रदेश और राजस्थान के 116 जिलों में ये अभियान पूरे जोर-शोर से चलाया जाएगा. कितना ही टैलेंट इन दिनों वापस अपने गांव लौटा है. देश के हर शहर को गति और प्रगति देने वाला श्रम और हुनर जब खगड़िया जैसे ग्रामीण इलाकों में लगेगा, तो इससे बिहार के विकास को भी कितनी गति मिलेगी.