कांग्रेस के चाणक्य या कहें संकटमोचक माने जाने वाले वरिष्ठ नेता डीके शिवकुमार (DK ShivKumar) की गिरफ्तारी के बाद दिल्ली से कर्नाटक तक कोहराम मच गया. कर्नाटक में जगह-जगह प्रदर्शन शुरू हो गया है. बैंगलुरु में गिरफ्तारी की खबर आते ही डीके शिवकुमार के समर्थक सड़क पर उतर आए. मंगलवार देर रात बेकाबू समर्थकों ने सड़क जाम कर सरकारी बसों को आग के हवाले कर दिया. रामनगर मंडल में करीब 10 बसों पर पथराव किया गया है. बसों के शीशे टूट गए हैं. रामनगर पुलिस ने बसों के संचालन पर अगले आदेश तक रोक लगा दी है. इसी के चलते बुधवार को रामनगर के सभी स्कूल-कॉलेज बंद हैं.
बता दें, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को कर्नाटक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डीके शिवकुमार को मनी लांड्रिंग मामले में गिरफ्तार कर लिया. अधिकारियों ने बताया कि राज्य सरकार में पूर्व कैबिनेट मंत्री रहे और कनकपुरा विधानसभा सीट से वर्तमान विधायक शिवकुमार मंगलवार को पूछताछ के लिए चौथी बार ईडी के सामने पेश हुए थे. इससे पहले जांच अधिकारियों ने उनसे शुक्रवार को चार घंटे और शनिवार को आठ घंटे तक पूछताछ की थी.
प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों के अनुसार कांग्रेस नेता को हिरासत में लेकर पूछताछ करने की जरूरत थी, इसलिए उन्हें गिरफ्तार किया गया है. ईडी उन्हें बुधवार को यहां की एक अदालत में पेश करेगी. शिवकुमार 30 अगस्त को पहली बार ईडी के सामने पेश हुए थे. विमान के जरिये बेंगलुरु से दिल्ली पहुंचने के बाद उन्होंने ईडी की जांच में सहयोग करने की बात कही थी.
गिरफ्तार किये जाने के बाद डीके शिवकुमार ने ट्वीट करके कहा, ‘मैं अपने बीजेपी के मित्रों को बधाई देता हूं कि उन्होंने मुझे गिरफ्तार करने के मिशन को सफलतापूर्वक पूरा किया. मेरे खिलाफ आईटी और ईडी केस राजनीतिक रूप से प्रेरित है. मैं बीजेपी की बदले की कार्रवाई का शिकार हूं.’ वहीं, कांग्रेस ने डीके शिवकुमार की गिरफ्तारी को सरकार की विफल नीतियों और अर्थव्यवस्था से जनता का ध्यान भटकाने का एक और प्रयास बताया है.
इससे पहले डीके शिवकुमार ने अपने ऊपर लगे आरोपों से इन्कार करते हुए बीजेपी पर राजनीतिक प्रतिशोध के तहत कार्रवाई का लगाया था. शिवकुमार ने कहा था कि ये 2017 में गुजरात की राज्यसभा सीटों पर चुनाव के दौरान विधायकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभाने के चलते राजनीतिक प्रतिशोध के तहत उन पर कार्रवाई की जा रही है. बता दें कि इस चुनाव में कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल कड़े मुकाबले में जीत दर्ज करने में कामयाब रहे थे.
गौरतलब है कि अभी हाल ही में बीजेपी के ऑपेरशन लॉटस के तहत कर्नाटक में में आये राजनीतिक संकट के दौरान भी डीके शिवकुमार खूब चर्चा में रहे थे. असंतुष्ट होकर महाराष्ट्र (Maharastra) के होटल में ठहरे विधायकों को कांग्रेस के पाले में लाने की उन्होंने भरपूर कोशिश की थी, लेकिन उनकी यह कोशिश सफल नहीं हुई और राज्य की कांग्रेस-जदएस गठबंधन (Congress-JDU) सरकार गिर गई. ऐसा माना जा रहा है कि डीके शिवकुमार से इन्हीं सब बातों का अब राजनीतिक प्रतिशोध लिया जा रहा है.
वहीं डीके शिवकुमार की गिरफ्तारी पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने कहा है कि ‘वे डीके शिवकुमार की गिरफ्तारी के बारे में सुनकर दुखी हैं.’ येदियुरप्पा ने कहा कि ‘वह शिवकुमार को बाहर देखकर बहुत खुश होंगे लेकिन, डीके शिवकुमार के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कानून अपना रास्ता अपनाएगा’.
बता दें, पिछले गुरुवार को कर्नाटक हाईकोर्ट ने ईडी के समन को चुनौती देने वाली शिवकुमार की याचिका खारिज कर दी थी. जिसके बाद उन्हें एजेंसी के सामने पेश होना पड़ा था. जांच एजेंसी ने पिछले साल सितंबर में शिवकुमार तथा नई दिल्ली स्थित कर्नाटक भवन के एक कर्मी हनुमंथैया के खिलाफ धन शोधन का एक मामला दर्ज किया था. यह मामला आयकर विभाग द्वारा शिवकुमार के खिलाफ पिछले साल दाखिल एक आरोपपत्र के आधार पर दर्ज किया गया. बेंगलुरु की विशेष अदालत में दाखिल इस आरोपपत्र में शिवकुमार पर कर चोरी तथा हवाला के जरिये करोड़ों रुपये के लेनदेन का आरोप लगाया गया है.
बता दें कि 2 अगस्त, 2017 को कांग्रेस नेता शिवकुमार के दिल्ली स्थित आवास पर आयकर विभाग ने छापा मारा था, इस दौरान उनके यहां से 8.59 करोड़ रुपये की नकदी बरामद हुई थी. इसके बाद, आयकर विभाग ने कांग्रेस नेता और उनके चार अन्य सहयोगियों पर मामले दर्ज किया था. एजेंसी ने आयकर अधिनियम 1961 की धारा 277 और 278 के तहत और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 120 (बी), 193 और 199 के तहत मामला दर्ज किया था.