Politalks.News/AshokGehlot. शनिवार को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हिण्डोली (बूंदी) पहुंचकर लगभग 1512 करोड़ रूपये के विभिन्न विकास कार्यों का शिलान्यास किया. सीएम गहलोत ने हिण्डोली-नैनवां चम्बल पेयजल परियोजना, मेडिकल कॉलेज, कृषि महाविद्यालय, राजकीय महाविद्यालय, आईटीआई कॉलेज, नर्सिंग कॉलेज एवं 4 सड़क कार्यों का शिलान्यास करने के बाद सीएम गहलोत ने विशाल जनसभा को भी सम्बोधित किया. इसके साथ ही सीएम गहलोत ने आने वाली सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में 2 साल की छूट देने के साथ ही 2013 में केदारनाथ हादसे में मरने वाले और लापता लोगों के परिजनों को भी अनुपकंपा नियुक्ति के तहत नौकरी देने का एलान किया. वहीं सीएम गहलोत ने कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बात करते हुए ERCP को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा और कहा कि, ‘बीजेपी की नेता वसुंधरा राजे जब मुख्यमंत्री थीं तब की बनी हुई है यह योजना तो फिर अब वो क्यों खोट निकाल रहे हैं.’
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बूंदी जिले के हिण्डोली में 974 करोड़ रूपए लागत की हिण्डोली-नैनवां चम्बल पेयजल परियोजना, 21 करोड़ लागत के नर्सिंग कॉलेज, 10.50 करोड़ की लागत के आईटीआई, 6.50 करोड़ की लागत के कृषि महाविद्यालय व 4.50 करोड़ की लागत के राजकीय महाविद्यालय का शिलान्यास किया. वहीं 117 करोड़ की तीन प्रमुख सड़कों का भी शिलान्यास किया. इस दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंच से कई और बड़ी घोषणाएं भी की. सीएम गहलोत ने कहा कि, कोविड के कारण दो वर्षों तक नौकरी के लिए प्रतियोगी परीक्षाएं समय पर आयोजित नहीं हो सकीं. इसलिए आगामी प्रतियोगी परीक्षाओं में ऐसे वंचित अभ्यर्थियों को अधिकतम आयु सीमा में दो वर्षो की छूट दी जाएगी. सरकार की विभिन्न योजनाओं के केन्द्र में युवा और छात्र हैं. प्रदेश का अगला बजट भी युवाओं को समर्पित होगा. सरकार शहरों में भी सौ दिन का रोजगार देने का कार्य कर रही है.’
यह भी पढ़े: देश की संपत्ति को बेचना ही है गुजरात मॉडल, जिससे बढ़ रही है महंगाई, गरीबी और भुखमरी- CM बघेल
वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक अन्य बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि, ‘वर्ष 2013 की केदारनाथ त्रासदी में जान गंवाने वाले एवं स्थायी रूप से लापता हुए राजस्थान के निवासियों के परिजनों को सम्बल देने के लिए अनुकंपा नियुक्ति देने की घोषणा की थी एवं कुछ लोगों को नियुक्ति दे दी गई थी, लेकिन सरकार बदलने के बाद इन नियुक्तियों को रद्द कर दिया गया था. केदारनाथ त्रासदी के पीड़ितो के पात्र परिजनों को पुनः अनुकंपा नियुक्ति दी जाएगी.’ वहीं ERCP से जुड़े मुद्दे को लेकर सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘राज्य के 13 जिलों में सिंचाई व पेयजल जलापूर्ति के लिए ई.आर.सी.पी बेहद महत्वपूर्ण है. हम लंबे समय से इसे राष्ट्रीय महत्त्व की परियोजना घोषित कराने की मांग कर रहे हैं जिस पर केन्द्र ने अभी तक कोई सकारात्मक फैसला नहीं लिया है.’
सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने जयपुर और अजमेर में अपनी चुनाव रैलियों में ई.आर.सी.पी. को राष्ट्रीय महत्व की परियोजना घोषित करने पर सकारात्मक रूख रखा था. पिछले दिनों जयपुर में केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह जी की अध्यक्षता में उत्तरी क्षेत्रीय परिषद् की 30वीं बैठक में भी ई.आर.सी.पी. योजना का मुद्दा उठाया गया था.’ वहीं पत्रकारों से बात करते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘अब केंद्र सरकार के दिल के अंदर क्या है वो बता भी नहीं रहे हैं, कोई तो प्रेस के अंदर कहते हैं कि आप सिंचाई बंद कर दीजिए, कोई कहते हैं कि इसका रूप बदल दीजिए. ये योजना मैंने नहीं बनाई है, बीजेपी ने बनाई है, बीजेपी की नेता वसुंधरा राजे जब मुख्यमंत्री थीं तब की बनी हुई है, तो अब वो क्यों खोट निकाल रहे हैं?’
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आगे कहा कि, ‘पूर्ववर्ती सरकार के समय में जो एक्सपर्ट थे श्रीराम वेदिरे, वो यहां भी योजना को बनाने वाले के एक्सपर्ट के रूप में थे और आज वो ही जल संसाधन मंत्रालय में है. अगर योजना में कोई कोई कमी-पेशी है तो आप उनसे समझ लीजिए, पर आप राष्ट्रीय परियोजना घोषित करके हमें 90 पर्सेंट पैसा देते हैं, योजना टाइम पे पूरी हो जाएगी इसकी कीमत नहीं बढ़ेगी और लोगों को लाभ मिलेगा.’ वहीं खेल एवं युवा मामलात तथा सूचना एवं जनसंपर्क राज्य मंत्री अशोक चांदना ने कहा कि ,’हिण्डोली-नैनवां विधानसभा क्षेत्र में 1133 करोड़ के कार्यों की एक साथ सौगात से इलाके में शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़कों और पेयजल की तस्वीर बदल जाएगी. इससे इलाके में पेयजल की समस्या का स्थाई समाधान हो सकेगा.’
चांदना ने कहा कि, ‘नर्सिंग, एग्रीकल्चर और आईटीआई सहित चार कॉलेज खुलने से शिक्षा की अलख जगेगी. इससे हिण्डोली-नैनवां हाड़ौती क्षेत्र में शिक्षा के हब के रूप में उभरेगा. तीन बड़ी सड़कें बनने से लोगों को आवाजाही में आसानी होने के साथ क्षेत्र के विकास को गति मिलेगी.’ आपको बता दें कि इस कार्यक्रम में कृषि मंत्री लालचंद कटारिया, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री टीकाराम जूली, गृह राज्य मंत्री राजेन्द्र यादव, पीपल्दा विधायक रामनारायण मीणा, आरटीडीसी चेयरमेन धर्मेद्र राठौड़, जिला प्रमुख चन्द्रावती कंवर सहित अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी व बड़ी संख्या में जन समूह उपस्थित था.