हैदराबाद एनकाउंटर पर क्या रही प्रमुख हस्तियों की प्रतिक्रिया, किसने बताया सही तो किसने किया विरोध

पीड़िता के परिवार, ज्योतिरादित्य सिंधिया, जया बच्चन, भूपेश बघेल सहित अन्य नेताओं ने की एनकाउंट की खुलकर तारीफ, वहीं दूसरा घड़ा ऐसा भी रहा जिसने एनकाउंटर की जांच करने के साथ इसे कानून व्यवस्था के खिलाफ बताया

पॉलिटॉक्स ब्यूरो. हैदराबाद में हुए महिला चिकित्सक के साथ सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या के चारों आरोपियों को शुक्रवार सुबह पुलिस ने एनकाउंटर (Hydrabad Encounter) में ढेर कर दिया. एनकाउंटर मैन कहे जाने वाले साइबराबाद के पुलिस कमिश्नर वी.सी.सज्जनार के अनुसार मृतका का मोबाइल व अन्य सामान की बरामदगी के लिए चारों आरोपियों को घटनास्थल पर ले जाया गया था जहां आरोपियों ने पुलिस के हथियार छीन कर हमला कर दिया और भागने की कोशिश की, जिस पर जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने उनका एनकाउंटर कर दिया. 27 नवंबर को जिस पुल के पास हैवानियत की इस घटना को अंजाम दिया गया, उसी हाइवे के उसी पुल के पास उसी स्थान पर उन आरोपियों का एनकाउंटर हुआ. इस एनकाउंटर पर देश के कई लोगों ने अपनी अपनी राय दी जिसमें कई नेता और आमजन भी शामिल हैं. इनमें एक पक्ष ने जहां इस एनकाउंट को अपराधियों के मन में डर बैठाने के लिए अच्छा कदम बताया, वहीं दूसरा घड़ा ऐसा भी रहा जिसने इसे कानून का उल्लघंन बताया. आइए जानते हैं किसने इस बारे में क्या कहा…

यह भी पढ़ें: हैदराबाद रेपकांड के चारों आरोपी एनकाउंटर में हुए ढेर

सबसे पहले शुरुआत करते हैं मृतका के घर से. इस एनकाउंटर (Hydrabad Encounter) के बारे में मृतका के पिता और बहन ने कहा कि आज हम सरकार और पुलिस के शुक्रगुजार हैं. आज हमारे साथ न्याय हो गया. आज जो हुआ है वह अपराधियों के लिए एक उदाहरण है. आज हमारी बच्ची को इंसाफ मिल गया.

वहीं दिल्ली की ‘निर्भया’ की मां आशा देवी ने अपनी नम आंखों से कहा कि मुझे तो 7 साल बाद भी इंसाफ नहीं मिला है लेकिन आज जो हुआ है वह मिसाल है. इनके साथ ऐसा ही होना चाहिए. अब अपराधियों के अंदर डर बैठेगा. निर्भया के दोषी अभी भी जिंदा हैं, मुझे इस बात का सबसे ज्यादा दुख है.

कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने हैदराबाद एनकाउंटर (Hydrabad Encounter) पर अपनी राय रखते हुए कहा कि दरिंदों को अपने पाप की सजा मिली है. सभ्य समाज में ऐसे पापियों के लिए कोई स्थान नहीं होना चाहिए. बीजेपी सांसद सत्यपाल सिंह ने भी पुलिस के इस कदम का समर्थन करते हुए तेलंगाना पुलिस की सराहना की है.

राजधानी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हैदराबाद एनकाउंटर पर कहा कि उन्नाव और हैदराबाद में दुष्कर्म के बाद लोग गुस्से में थे इसलिए एनकाउंटर पर खुशी जताई जा रही है लेकिन न्याय प्रणाली पर से जनता का भरोसा उठना चिंता का विषय है.

वहीं योग गुरू बाबा रामदेव ने कहा कि पुलिस ने जो एनकाउंटर किया है, वह बहुत ही साहसपूर्ण है. देश में अब शांति का माहौल है.

लोकसभा सपा सांसद जया बच्चन ने हैदराबाद एनकाउंटर पर खुशी जताते हुए कहा कि देर आए दुरूस्त आए.

वहीं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने तेलंगाना पुलिस की तारीफ करते हुए कहा कि जब एक अपराधी भागने की कोशिश करता है तो पुलिस के पास अन्य कोई विकल्प नहीं बचता.

बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी हैदराबाद एनकाउंटर (Encounter) का समर्थन करते हुए खुशी जताई है. साथ ही उन्होंने कहा कि यूपी और दिल्ली पुलिस को हैदराबाद पुलिस से प्रेरणा लेनी चाहिए. यहां अपराधी मेहमान हैं इसलिए यूपी में अभी भी जंगल राज का बोलबाला है.

बॉलीवुड अभिनेता विवेक ओबेरॉय ने कहा कि इस एनकाउंटर से पीड़ित लड़की के परिवार वालों को बेशक न्याय मिलने का एहसास हुआ होगा और उन्हें राहत महसूस हुई होगी. कानून व्यवस्था को और चुस्त-दुरुस्त होने‌ की जरूरत है.

कवि कुमार विश्वास ने टवीट करते हुए तेलंगाना पुलिस को शुक्रिया कहा. साथ ही उन्होंने कहा कि इस घटना पर देश के सामान्य नागरिकों में प्रसन्नता है लेकिन न्यायिक व्यवस्था व राजनैतिक संकल्प-शक्ति के प्रति गहरे अविश्वास की दुखद सूचना भी है. जनतंत्र के रूप में हम सब को इस व्यवस्था के आमूल-चूल कायाकल्प के विषय में सोचना ही होगा.

वहीं एक घड़ा ऐसा भी रहा जिसने न केवल इस एनकाउंटर पर सवाल उठाया बल्कि इसे कानून व्यवस्था के खिलाफ एक कदम बताया. इसमें सबसे बड़ा बयान पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी की वरिष्ठ नेता मेनका गांधी ने दिया. उन्होंने कहा कि यह देश के लिए बहुत खतरनाक है. हमारे देश में कानून है, अदालत है. ऐसे में कानून के मुताबिक सजा देने के लिए लोग हैं तो पहले से बंदूक चला कर क्यों मार रहे हैं. उन्होंने कहा कि अगर एक मामले में देरी हो रही है तो क्या हम सब लोगों को बंदूक लेकर मारने लगेंगे.

कुछ इसी तरह का बयान राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने दिया. उन्होंने कहा कि एनकाउंटर हमेशा ठीक नहीं होते. पूरी कानूनी प्रक्रिया के तहत ही कार्रवाई होनी चाहिए.

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी इस घटनाक्रम को कानून व्यवस्था के खिलाफ बताया. उन्होंने कहा कि देश में कानून राज स्थापित रहना चाहिए. अब ये एनकाउंटर क्यों हआ, क्या परिस्थितियां थी, वो पुलिस बताएगी लेकिन कुछ भी देश के अंदर हो रहा है, वो अच्छा नहीं हो रहा.

कांग्रेस के राज्यसभा सांसद पी.चिदंबरम और पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी एवं कांग्रेस नेता शर्मिष्ठा मुखर्जी ने भी हैदराबाद एनकाउंटर की जांच कराने की मांग की. शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा कि आखिर ऐसी कौनसी नौबत आ गई थी कि कानून के रखवालों को ही कानून हाथ में लेना पड़ा. हो सकता है कि चारों आरोपियों ने वाकई में भागने की कोशिश की हो लेकिन एक साथ चारों आरोपियों को मार देना एक्सट्रीम कंडीशन है. इस एनकाउंटर की जांच होनी चाहिए.

वहीं पूर्व गृहमंत्री पी.चिदंबरम ने रांची में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि मुझे इसकी जानकारी सिर्फ उतनी ही है, जितनी आपको है. मैं नहीं जानता कि तथ्य क्या हैं लेकिन जो भी हैदराबाद में हुआ, उसके लिए जिम्मेदार व्यक्तियों की जांच होनी चाहिए.

इसी क्रम में बिहार के उपमुख्यमंत्री और बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी ने भी इसे कानून व्यवस्था के खिलाफ बताया. उन्होंने कहा कि मैं हैदराबाद जैसे एनकाउंटर (Hydrabad Encounter) के सख्त खिलाफ हूं.

Google search engine