पॉलिटॉक्स न्यूज़/राजस्थान. लोकसभा में बुधवार को जम्मू कश्मीर से जुड़ी अनुदान व अनुपूरक मांगों पर चर्चा हुई. इस चर्चा में भाग लेते हुए लोकतांत्रिक पार्टी के मुखिया व नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार धन्यवाद की पात्र है, इस सरकार ने 370 और 35 ए जैसे नासूर कानूनों को हटा कर कश्मीर को मुख्यधारा से जोड़ने का ऐतिहासिक कदम उठाया है. इसके साथ ही बेनीवाल ने विदेश मंत्री से मुलाकात कर कोरोना के चलते फिलीपींस व इटली में फसे भारतीय छात्रों को भी जल्द से जल्द वापस लाने की मांग की.
सांसद हनुमान बेनीवाल ने अपनी बात की शुरुआत जहांगीर के शेर से करते हुए कहा कि “गर फिरदौस बर रूये ज़मी अस्त, हमी अस्तो, हमी अस्तो, हमी अस्त, यानी धरती पर अगर कहीं स्वर्ग है, तो यहीं है, यहीं है, यही हैं“. कश्मीर के मशहूर शालीमार बाग को देखकर जहाँगीर ने सदियों पहले इसे स्वर्ग की उपाधि दी थी. पिछले 70 सालों में सीमा पार से समर्थित आतंकवादी हिंसा, अलगाववाद ओर पिछली सरकारों की इन चुनौतियों से निपट पाने में विफलता का ही नतीजा था की यह स्वर्ग अपनी क्षमतानुसार आर्थिक प्रगति नहीं कर पाया. बेनीवाल ने आगे कहा कि समय के साथ नासूर बन गए अनुच्छेद 35A और 370 जैसे अस्थाई प्रावधानों ने इस स्वर्ग के वाशिंदों को भारत के संविधान में निहित अधिकारों से वंचित कर दिया था. जम्मू कश्मीर और लद्दाख क्षेत्र हमेशा से देश के अभिन्न अंग रहे, लेकिन दुर्भाग्य से कुछ लोगों ने अपने नीजी स्वार्थ के कारण 1947 से लेकर लगातार इन क्षेत्रों को पिछड़ा बनाए रखा और केवल अपनी राजनीतिक रोटियां सेकीं.
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सांसद बेनीवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार धन्यवाद की पात्र है. इस सरकार ने 370 और 35 ए जैसे नासूर कानूनों को हटा कर कश्मीर को मुख्यधारा से जोड़ने का ऐतिहासिक कदम उठाया है. इसके साथ ही बेनीवाल ने कहा कि राष्ट्र की एकता और अक्षुण्णता को सुरक्षित रखने में बहे हमारे वीर सैनिकों के लहू को इस से बड़ी श्रद्धांजलि नहीं दी जा सकती थी. जम्मू कश्मीर से धारा 370 ओर 35 ए हटाने के लिए पूरा राष्ट्र इस सरकार का अभिनंदन करता है.
इसके साथ ही हनुमान बेनीवाल ने कहा कि यहां मौजूद हम सभी सदस्यों ओर दलों का यह दायित्व बनता है कि हम राजनीतिक विचारधाराओं से ऊपर उठकर राष्ट्र की एकता और अखंडता को सर्वोपरि रखें. यह दुर्भाग्य की बात ही है कि आज भी कई राजनीतिक दल ओर उनका नेतृत्व करने वाले नेता अपने जहन में उस विचारधारा को पालते है जिस विचारधारा ने इस देश को सदियों तक विदेशी ताकतों का गुलाम बनाए रखा.
सांसद हनुमान बेनीवाल ने आगे कहा कि एनडीए सरकार की कश्मीर के प्रति विकासशील नीतियों का ही परिणाम है कि आज जम्मू-कश्मीर क्षेत्र के 11 और लद्दाख के 2 हवाई अड्डे उड़ान योजना की बिडिंग में शामिल हुए है, जिससे उम्मीद जगी है कि यह हवाई अड्डे जल्द से जल्द ऑपरेशनल हो जाएंगे. इसके साथ ही बेनीवाल ने मोदी सरकार के नेतृत्व में जम्मू कश्मीर में करवाए गए विकास कार्यों पर कहा कि एक समय था जब बर्फबारी के चलते जवाहर टनल बंद कर दी जाती थी और कश्मीर घाटी में कई दिनों तक वाहनों की आवाजाही थम जाती थी. यह इस सरकार कि दूरगामी सोच का ही परिणाम है कि आज जवाहर टनल के पार भी भारतीय रेल सेवा उपलब्ध है. आज हम चिनाब नदी के ऊपर दुनिया का सबसे ऊंचा पुल भी बना रहे है, जल्द ही पूरी घाटी में रेल सेवा उपलब्ध होगी.
जम्मू कश्मीर से जुड़े बजट के आंकड़ों पर प्रकाश डालते हुए बेनीवाल ने कहा कि हमारी सरकार ने एक लाख करोड़ रूपए से भी अधिक का बजट जम्मू कश्मीर के लिए रखा है जो की पिछले वर्षों की तुलना में 27 प्रतिशत अधिक है, इस बजट में 50 हज़ार सरकारी पद भरने, राज्य कर्मचारियों को सातवें वेतनमान के अनुसार वेतन देने, कश्मीर में नए पर्यटन को बढ़ावा देने, धार्मिक सर्किट को विकसित करने का भी प्रावधान किया गया है जो की स्वागत योग्य है.
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सांसद बेनीवाल ने सदन में मांग करते हुए कहा कि कश्मीर व लद्दाख के पर्यटन क्षेत्र का विकास होना चाहिए. एडवेंचर स्पोर्ट्स और पर्वतारोहण में इन क्षेत्रों का पोटेंशियल बहुत ज्यादा है, जिसका लाभ हम अभी तक पूर्ण रूप से उठा नहीं पाये इस ओर भी सरकार को ध्यान देने की जरूरत है. इसके साथ ही बेनीवाल ने कहा कि कश्मीर में जगह जगह पर सैनिक बस्तियाँ बनाई जाये जहां भूतपूर्व सैनिकों को बसाया जा सके. सैनिक बस्तियों में शहीद सैनिकों के परिवारों को भूमि आवंटन हो ताकि वहां सकारात्मक माहौल बन सके. इसके साथ ही युद्धविराम के उल्लंघन से विस्थापित सीमा पर रहने वाले नागरिकों के लिए आरक्षण तथा राहत पैकेज की घोषणा की प्रभावी पालना की जाए.
सांसद बेनीवाल ने कश्मीरी पंडितों व श्यामा प्रसाद मुखर्जी को लेकर कहा कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी की विचारधारा में एक राष्ट्र और एक संविधान था. इसी विचारधारा को आगे बढ़ाते हुए एनडीए सरकार ने कश्मीर से धारा 370 और 35 ए हटाने का कार्य किया है. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की भी कुछ लोगों ने रहस्यमय तरीके से हत्या करवा दी थी, मुखर्जी का संघर्ष सदैव स्मरण किया जाएगा. बेनीवाल ने मुखर्जी के नाम से जम्मू कश्मीर में मेडिकल यूनिवर्सिटी शुरू करने की भी मांग की. इसके साथ ही बेनीवाल ने कहा कि देश के विभाजन के समय घाटी में 17 लाख पंडित थे जिनकी संख्या घटते-घटते 2 लाख से भी कम रह गई है. कश्मीर घाटी में कश्मीरी पंडितों के पुनर्वास हेतु सरकार को कदम उठाने चाहिए. इसके साथ ही बेनीवाल ने मांग करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर में किसी भी अलगाववादी नेता को रिहा नहीं किया जाए.
बता दें, सांसद हनुमान बेनीवाल ने लोकसभा कार्यवाही में भाग लेने से पहले सदन में विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर से मुलाकात की. इस दौरान बेनीवाल ने कोरोना वायरस के चलते फिलीपींस और इटली में फंसे भारतीय नागरिकों व छात्रों की तत्काल वतन वापसी सुनिश्चित करने की मांग की. बेनीवाल ने बताया कि फिलिपिंस में नागौर के 50 से अधिक ओर प्रदेश के 200 मेडिकल छात्र वहां फंसे हुए है जो कि हवाई सेवाएं बंद होने के कारण भारत नहीं आ सके है. इस मुलाकात पर विदेश मंत्री ने सकारात्मक आश्वासन देते हुए कहा है कि भारतीयों को जल्द ही भारत लाने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी.