दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को शराब नीति मामले में जमानत मिलने पर एनसीपी (एससीपी) के प्रमुख शरद पवार ने खुशी जताई है. उन्होंने कहा कि इससे एक बात तो साफ हो गई कि देश में लोकतंत्र की नींव आज भी मजबूत है. राउज एवेन्यू कोर्ट की स्पेशल जज न्याय बिंदु ने दिल्ली आबकारी नीति मामले में सीएम अरविंद केजरीवाल को जमानत दी है. दिल्ली के एक्साइज पॉलिसी केस में केजरीवाल 57 दिन तिहाड़ जेल में रहने के बाद आज दोपहर तक तिहाड़ जेल से बाहर आएंगे. कोर्ट के न्यायाधीश ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का जमानत आदेश पर 48 घंटे के लिए रोक लगाने का अनुरोध ठुकराते हुए केजरीवाल के एक लाख रुपये के निजी मुचलके पर रिहा करने का आदेश दिया है.
केजरीवाल को जांच को बाधित करने या गवाहों को प्रभावित करने की कोशिश नहीं करने की हिदायत भी दी गयी है. विशेष न्यायाधीश ने केजरीवाल को यह भी निर्देश दिया कि जब भी जरूरी होगा, वह अदालत में पेश होंगे और जांच में सहयोग करेंगे.
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इधर, शरद पवार ने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘केजरीवाल को जमानत मिलने से ये साबित होता कि किसी को अपदस्थ करने की साजिश लोकतांत्रिक देश में कभी सफल नहीं होगी. वहीं आम आदमी पार्टी के नेताओं ने इसे देश और जनता जनार्दन के लिए बड़ी जीत बताया है. माना यह भी जा रहा है कि आज ही ईडी दिल्ली हाईकोर्ट में जमानत के इस आदेश को चुनौती देने वाली है. साथ ही जमानत रद्द करने की अर्जी दायर करने के साथ जल्द सुनवाई की मांग भी करेगी.
21 मार्च को किया था गिरफ्तार, 2 जून को सरेंडर
गौरतलब है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल को ED ने लंबी पूछताछ के बाद 21 मार्च को गिरफ्तार किया था. इसके बाद आप पार्टी ने फैसले को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया. जहां शीर्ष अदालत ने उन्हें लोकसभा चुनाव में प्रचार के लिए 21 दिनों की अंतरिम जमानत दी. चुनाव प्रचार के दौरान केजरीवाल ने ‘इंडिया गठबंधन’ के तहत शरद पवार के साथ कई बार मंच साझा किए और केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग के आरोप लगाए.
सीएम केजरीवाल ने सत्ताधारी क्रेंद की बीजेपी सरकार पर आप नेताओं को जेल में डालने और आम आदमी पार्टी को खत्म करने के आरोप जड़े थे. इसके बाद केजरीवाल ने 2 जून को तिहाड़ जेल में सरेंडर कर दिया था. बता दें कि राज्यसभा सांसद संजय सिंह और दिल्ली के पूर्व उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया समेत कई बड़े नेता आबकारी नीति मामले में गिरफ्तारी का दंश झेल रहे हैं. संजय सिंह इस समय जमानत पर हैं जबकि सिसोदिया को लंबे समय से जमानत का इंतजार है.