किसान न झुकेगा-न ही रुकेगा, कानून वापस नहीं हुए तो 2024 में सरकार को जवाब जरूर मिलेगा- बेनीवाल

जब सरकार बिलों में संसोधन के लिए तैयार है तो जिद्द छोड़कर बिल वापिस लिए जाए क्योंकि संसोधन का प्रस्ताव देकर सरकार यह जाहिर कर चुकी है कि बिल किसानों के खिलाफ हैं- हनुमान बेनीवाल

नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल
नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल

Politalks.News/HanumanBeniwal. राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक व नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल ने मंगलवार को लोकसभा मे राष्ट्रपति अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा में भाग लेते हुए किसान आन्दोलन के पक्ष में मजबूती से आवाज उठाई. सांसद बेनीवाल ने उत्तराखंड राज्य के चमोली जिले में हुई त्रासदी के काल कवलित हुए लोगों और कोरोना काल मे दिवगन्त हुए कोरोना वॉरियर्स व किसान आन्दोलन में दिवगंत हुए 200 से अधिक किसानों को श्रद्धांजलि देते हुए अपने संबोधन की शुरुआत की. सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा किसान आन्दोलन एक राज्य तक सीमित नही है क्योंकि यह देश का जन आंदोलन बन चुका है.

नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने सिंघु, गाजीपुर, टिकरी व शाहजहाँपुर बॉर्डर पर पड़ाव डालकर बैठे किसानों की तरफ सदन का ध्यान आकर्षित किया. सांसद बेनीवाल ने कहा 26 दिसम्बर को एक लाख किसानों ने आजादी के बाद पहली बार जयपुर-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम किया मगर आमजन व आवश्यक सेवाओं के लिए किसान सहयोग भी कर रहा है और किसान अपने हक तथा अधिकार के लिए शान्तिपूर्वक रूप से आन्दोलित है. वहीं सांसद बेनीवाल ने मांग करते हुए कहा की तीनो कृषि बिलो को वापस लेते हुए स्वामीनाथन कमेटी की सम्पूर्ण सिफारिशों को लागू किया जाए.

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सांसद हनुमान बेनीवाल ने 26 जनवरी को दिल्ली में हुई हिंसक घटनाओं की निंदा करते हुए कहा की किसानो के बेटों ने हमेशा देश के लिए शहादत देकर देश को आजाद करवाया है, ऐसे में किसान तिरंगे का अपमान नही कर सकते हैं. बेनीवाल ने कहा जिन्होंने देश के राष्ट्रीय ध्वज का अपमान किया उसकी जांच करके दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की जाए मगर 26 जनवरी की घटना की आड़ में आन्दोलन को बदनाम करने का प्रयास नही किया जाके. सांसद बेनीवाल ने कहा जब सरकार बिलों में संसोधन के लिए तैयार है तो जिद्द छोड़कर बिल वापिस लिए जाए क्योंकि संसोधन का प्रस्ताव देकर सरकार यह जाहिर कर चुकी है कि बिल किसानों के खिलाफ है और सरकार इस वहम में नही रहे कि आन्दोलित किसान थक जाएगा क्योंकि किसान न झुकेगा और न ही थकेगा और 2024 के चुनाव में इस बात का जवाब भी सरकार को मिल जाएगा.

इस दौरान सांसद हनुमान बेनीवाल ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा की 2006 से स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशें लंबित थी मगर उन्हें लागू नहीं की गईं. बेनीवाल ने कहा देश का किसान 100 रुपये खर्च करता है तो मात्र 57 रुपये वापिस मिलते हैं, जबकि जापान व अमेरिका जैसे देशों में 100 रुपये खर्च करने पर 300 रुपये किसानों को मिलते है.

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एमएसपी पर बने कानून – सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि राजस्थान में घोषणा के बावजूद एमएसपी पर खरीद नही की गई मूंग की उपज की तरफ सरकार का ध्यान आकर्षित करते हुए कहा की मूंग की उपज की खरीद नहीं कि गई क्योंकि यह कह दिया कि मूंग 10 प्रतिशत से ज्यादा खराब है वहीं खरीद में भी राइडर लगा हुआ है ऐसे में सरकार को एमएसपी को कानूनी अमलीजामा पहनाया जाए. बेनीवाल ने कहा मोदी को देश की जनता ने 2 बार चुना हैं ऐसे में जनता, बेरोजगार युवाओं व किसानों को उनसे अपेक्षा है. मगर भारत मे अब भी किसान व युवा परेशानी से झूझते हुए आत्महत्या कर रहे हैं. आपको बता दें, संबोधन के दौरान सांसद का भाजपा के मंत्रियों व सांसदों से टकराव भी हुआ.

पैरा मिल्ट्री के जवानों की मांग उठाई- सांसद बेनीवाल ने
चाणक्य की बात का जिक्र करते हुए सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा की देश के अस्तितव पर चाणक्य ने चार खतरों का वर्णन करते हुए बताया की बाहरी, आंतरिक व बाहरी, तथा बाहरी मदद से उत्तपन्न आंतरिक व आंतरिक मदद से उतपन्न बाहरी खतरे से देश का अस्तित्व संकट में आता है और ऐसे संकट से 1947 से लेकर अब तक आईटीबीपी, बीएसएफ व सीआरपीएफ व एनडीआरएफ सहित केंद्रीय बल के जवान झुंझकर देश की रक्षा कर रहे हैं, उसके बावजूद उनकी उपेक्षा की जा रही है. सांसद बेनीवाल ने 2004 के बाद भर्ती हुए पैरा मिल्ट्री के जवानों की मांग व समस्याओ की तरफ सरकार का ध्यान आकर्षित करते हुए कहा इन जवानों को पेंशन व मेडिकल जैसी मूलभूत सुविधाओं में सेना की तर्ज पर लाभ नही दिया जा रहा है इसलिए उनकी उपेक्षा नही की जाए.

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