Politalks.News/Rajasthan. बीती 5 फरवरी शुक्रवार को दौसा में किसान महापंचायत के आगाज के बाद मंगलवार को राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने भरतपुर जिले के बयाना में डांग इलाके के जैसोरा पंचायत स्थित फतेहसागर ताल पर हुई दूसरी बड़ी किसान महापंचायत को सम्बोधित किया. जयपुर से सड़क मार्ग से बयाना पहुंचे सचिन पायलट का जगह-जगह भव्य स्वागत हुआ. वहीं दौसा के बाद आज एक बार फिर फतेहसागर ताल जैसे दूर-दराज के गांव में सचिन पायलट को सुनने के लिए जन-सैलाब उमड़ पड़ा. आपको बता दें, फतेहसागर ताल पर स्थित धार्मिक स्थल से पायलट परिवार की बरसों से आस्था जुड़ी हुई है. करीब 12 साल पहले भी सचिन पायलट अपनी मां रमा पायलट के साथ फतेह सागर ताल पर आए थे.
किसान महापंचायत में केन्द्र के तीनों कृषि कानूनों के विरोध में पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि देश में तीन कानून लागू किए गए हैं. इन तीनों को कृषि कानून कहा जाता है, लेकिन ये किसानों को खत्म करने के कानून हैं. पायलट ने कहा अन्नदाता पूरे देश का पेट पालता है. वादा तो किया था कि किसान की आमदनी दुगुनी होगी, लेकिन मैं आज तक एक भी ऐसे किसान से नहीं मिला, जिसने कहा हो कि उसकी आमदनी दुगुनी हो गई, दुगुनी की बात दूर की है, बल्कि अब तो स्थिति यह आ गई है कि वह अपने ही खेत पर गुलाम बन जाएगा.
यह भी पढ़ें: राकेश टिकैत का पीएम मोदी पर सीधा पलटवार- ‘हम आंदोलन करते हैं, लेकिन हम जुमलेबाज तो नहीं हैं’
पूर्व पीसीसी चीफ सचिन पायलट ने कहा कि किसान को आज एकजुट होने की जरूरत है. देश के किसी भी राज्य में जो भी व्यक्ति खेती कर रहा है, वह किसान है. उसकी कोई जाति नहीं है. देश उन्हें किसान के रूप में जानता है. किसान की मजबूती के लिए हम सभी को एकत्रित होना होगा. पायलट ने कहा कि 12 फरवरी को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी राजस्थान आ रहे हैं. गंगानगर और हनुमानगढ़ में उनका दौरा है. वे किसान को ताकत देकर जाएंगे.
अपने सम्बोधन के आगे सचिन पायलट ने कहा कि दिल्ली के बॉर्डर पर कितनी पुलिस खड़ी कर रखी है. सड़कों पर कीलें लगा रखी हैं. पुलिस और किसानों का झगड़ा हो रहा है. आज सरहद पर जो जवान खड़ा है, वो किसान का बेटा और पोता है. सरहद पर खड़ा फौजी हमारे गांव से निकला है. उसका मान-सम्मान तभी होगा, जब हम किसान का मान-सम्मान करेंगे. आपको बता दें, महापंचायत में डीग-कुम्हेर विधायक विश्वेंद्र सिंह, पूर्व कैबिनेट मंत्री रमेश मीणा, भरतपुर कांग्रेस प्रभारी विधायक वेद प्रकाश सोलंकी, जीआर खटाना, अमर सिंह जाटव, शेर सिंह सूपा सहित कई अन्य कांग्रेसी नेता और कार्यकर्ता भी शामिल हुए.