Suresh Gopi Latest News – सुरेश गोपी केरल भाजपा के ऐसे नेता है, जिन्होंने राज्य में पार्टी की पहली जीत दर्ज करवाई. सुरेश गोपी 2024 के लोक सभा चुनाव में केरल के त्रिशूर से भाजपा के टिकट पर जीतकर सांसद बने हैं. हालांकि इससे पहले वह राज्यसभा सांसद रह चुके हैं. पर उससे भी बड़ी बात यह हैं कि वह मलयालम के जाने माने अभिनेता, गायक और टीवी आर्टिस्ट हैं. उनकी प्रसिद्धि का अनुमान इसी से लगाया जा सकता हैं कि उन्होंने अब तक ढाई सौ से भी ज्यादा फिल्मो में काम किया हैं. सुरेश गोपी मलयालम के अलावे कुछ तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और बॉलीवुड फिल्मों में भी अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई हैं. सुरेश गोपी ने राजनीति में भी अपनी पकड़ बनाई और राज्य में भारतीय जनता पार्टी की पहली बार जीत दिलवाई. जीत के बाद उन्हें मोदी सरकार में राज्य मंत्री बनाया गया है. इस समय सुरेश गोपी भारत सरकार में ‘पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, व पर्यटन राज्य मंत्री’ है. इस लेख में हम आपको कैबिनेट मंत्री श्री सुरेश गोपी की जीवनी (Suresh Gopi Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.
सुरेश गोपी की जीवनी (Suresh Gopi Biography in Hindi)
पूरा नाम | सुरेश गोपी |
उम्र | 66 साल |
जन्म तारीख | 26 जून 1958 |
जन्म स्थान | कोल्लम, केरल |
शिक्षा | एमए |
कॉलेज | फातिमा ममता नेशनल कॉलेज, कोल्लम, केरल |
वर्तमान पद | केरल के त्रिशूर से सांसद और मोदी सरकार में पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, व पर्यटन राज्य मंत्री |
व्यवसाय | राजनीतिज्ञ, व्यापार |
राजनीतिक दल | भारतीय जनता पार्टी |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
पिता का नाम | के.गोपीनाथन पिल्लई |
माता का नाम | वी. ज्ञानलक्ष्मी अम्मा |
पत्नी का नाम | राधिका नायर |
बच्चे | पाँच बच्चे |
बेटें का नाम | – |
बेटी का नाम | – |
स्थाई पता | केरल |
वर्तमान पता | दिल्ली |
फोन नंबर | – |
ईमेल | – |
सुरेश गोपी का जन्म और परिवार (Suresh Gopi Birth & Family)
सुरेश गोपी का जन्म 26 जून 1958 को केरल के कोल्लम जिले में हुआ. उनके पिता का नाम के.गोपीनाथन पिल्लई तो उनकी माता का नाम वी. ज्ञानलक्ष्मी अम्मा था. सुरेश गोपी अपने माता पिता की सबसे बड़े संतान है. सुरेश गोपी मूल रूप से केरल के कोल्लम से हैं.
सुरेश गोपी के पिता के.गोपीनाथन पिल्लई केरल में फिल्म क्षेत्र से जुड़े हुए थे. वह केरल के अलप्पुझा में फिल्म वितरक थे. सुरेश गोपी के जन्म के बाद उनका परिवार कोल्लम में अपने पिता के घर चला गया जहाँ उनका युवा जीवन बीता. सुरेश गोपीके तीन छोटे भाई हैं, जिनमे दो जुड़वा भाई है. उनके भाइयों में सुभाष गोपी के साथ ही जुड़वां सुनील गोपी एवं सानिल गोपी हैं.
सुरेश गोपी का पैतृक घर (थारवाड़) मदननाडा के पास कोल्लम शहर में स्थित है जबकि मदननाडा, पल्लीमुक्कू के निकट कोल्लम भरणिकावु देवी मंदिर सुरेश गोपी का पैतृक पारिवारिक मंदिर है.
सुरेश गोपी का विवाह 8 फरवरी 1990 को अरनमुला पोन्नम्मा की पोती राधिका नायर से हुआ है. अरनमुला पोन्नम्मा अपने समय में अभिनेत्री रह चुकी थी.
सुरेश गोपी के पाँच बच्चे हैं. जिनके नाम लक्ष्मी सुरेश, गोकुल सुरेश, भाग्य सुरेश, भावनी सुरेश और माधव सुरेश हैं. हालांकि उनकी एक संतान लक्ष्मी की डेढ़ साल की उम्र में एक कार दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी. जबकि गोकुल सुरेश मलयालम सिनेमा में एक अभिनेता हैं.
सुरेश गोपी परिवार के साथ अब केरल के सस्थमंगलम, तिरुवनंतपुरम में रहते हैं. सुरेश गोपी हिन्दू है. सुरेश गोपी पर 4 आपराधिक मुकदमा दर्ज है.
सुरेश गोपी की शिक्षा (Suresh Gopi Education)
सुरेश गोपी ने कोल्लम में इन्फैंट जीसस एंग्लो-इंडियन स्कूल से पढ़ाई की है. इसके बाद सुरेश गोपी ने 1982 में केरल विश्वविद्यालय के फातिमा ममता नेशनल कॉलेज, कोल्लम, केरल से अंग्रेजी में स्नातकोत्तर एमए किया.
सुरेश गोपी का शुरूआती जीवन (Suresh Gopi Early Life)
सुरेश गोपी अभिनय और गायन में अपना करियर बनाया. उन्होंने मुख्य रूप से मलयालम सिनेमा में काम किया हैं और इसके अलावे उन्होंने कुछ तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और बॉलीवुड फिल्मों में भी काम किया हैं. उन्होंने अपने अभिनय करियर की शुरुआत 1965 में रिलीज हुई एक फिल्म ‘ओडायिल निन्नू’ में एक बच्चे के रूप में किया था. उसके बाद पहली बार वह 1986 में एक वयस्क किरदार के रूप में लोगो के सामने दिखे. उसके बाद तो वह लगातार कई फिल्म किये. उन्होंने अब तक 250 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया हैं. 1998 में उन्हें कलियाट्टम में अपने प्रदर्शन के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार और सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए केरल राज्य फिल्म पुरस्कार मिला हैं.
सुरेश गोपी का राजनीतिक करियर (Suresh Gopi Political Career)
सुरेश गोपी ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत विद्यार्थी जीवन से ही की थी. अपने कॉलेज के दिनों में वह भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की छात्र शाखा, स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के एक सक्रिय सदस्य हुआ करते थे. बाद में वह कांग्रेस से जुड़ गए और इंदिरा गांधी के प्रचार प्रसार में लग गए. वर्ष 2006 के केरल विधानसभा चुनाव में सुरेश गोपी ने लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट और यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट दोनों के उम्मीदवारों के लिए प्रचार किया था.
सुरेश गोपी पहली बार 29 अप्रैल 2016 को भारत के संविधान के अनुच्छेद 80 के प्रावधानों के अनुसार प्रतिष्ठित नागरिकों की श्रेणी में राष्ट्रपति द्वारा नामित राज्यसभा में सांसद के रूप में शपथ ली थी. राज्य सभा सांसद छः वर्षो के लिए अपने पद पर बने रहते हैं इसलिए वह वर्ष 2022 तक राज्य सभा सांसद रहे पर इससे पहले ही सुरेश गोपी ने भारतीय जनता पार्टी ज्यॉइन कर ली थी.
सुरेश गोपी आधिकारिक तौर पर अक्टूबर 2016 में भाजपा में शामिल हो गए. फिर इसी के बाद पार्टी ने उन्हें पहली बार 2019 के लोक सभा में त्रिशूर निर्वाचन क्षेत्र से अपना उम्मीदवार बनाया. पर सुरेश गोपी कांग्रेस उम्मीदवार टीएन प्रतापन से चुनाव हार गए. इतना ही नहीं इस चुनाव में वह तीसरे स्थान पर रहे. दूसरे स्थान पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) के उम्मीदवार राजाजी मैथ्यू थॉमस रहे. चूँकि केरल में भाजपा को जीत दिलवाना किसी उम्मीदवार के लिए आसान नहीं हैं क्योकि राज्य में पार्टी का जनाधार दूसरे पार्टी की तुलना में बहुत कम हैं. हालांकि सुरेश को इस चुनाव में पहले के भाजपा उम्मीदवारों की तुलना में दोगुना मत मिले थे पर बावजूद इसके वह चुनाव हार गए थे.
इसके बाद उन्होंने राज्य की राजनीति में भी भाग्य आजमाए और राज्य में भाजपा की जीत के लिए फिर प्रयास किया. वर्ष 2021 में हुए केरल विधानसभा चुनाव में उन्हें पार्टी ने त्रिशूर विधानसभा क्षेत्र से टिकट दिया पर दुर्भाग्य ! कला क्षेत्र में सफलता की झंडी गाड़ने वाले कलाकार, गायक सुरेश गोपी इस बार भी हार गए. लोकसभा चुनाव के बाद उन्हें केरल विधानसभा चुनाव में भी पराजय का सामना करना पड़ा. इस बार भी वह तीसरे स्थान पर रहे. दूसरे स्थान पर कांग्रेस जबकि यहाँ से सीपीआई के पी. बालचंद्रन की जीत हुई थी.
सुरेश गोपी को मिलने वाली यह लगातार दूसरी हार थी. इसी के बाद भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें इस बार मार्च 2024 में हुए आम चुनाव में फिर से एक बार त्रिशूर निर्वाचन क्षेत्र से अपना उम्मीदवार घोषित किया गया और इस बार वह जीत गए. उनकी जीत के साथ ही राज्य में भाजपा ने भी अपनी जीत वाला रिकॉर्ड कायम किया. क्योकि इससे पहले राज्य में भाजपा की कभी भी जीत नहीं हुई थी. जीत के बाद सुरेश गोपी को मोदी सरकार 3.0 में राज्य मंत्री बनाया गया हैं.
वर्तमान में, सुरेश गोपी केरल के त्रिशूर लोकसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के सांसद है और मोदी सरकार में ‘पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, व पर्यटन राज्य मंत्री’ है.
सुरेश गोपी की संपत्ति (Suresh Gopi Net Worth)
2024 के लोकसभा चुनाव में दाखिल किये गए घोषणापत्र के अनुसार सुरेश गोपी की कुल सम्पत्ति 18 करोड़ 58 लाख रूपये हैं जबकि सांसद के ऊपर 1.29 लाख रूपये का कर्ज भी है.
इस लेख में हमने आपको कैबिनेट मंत्री सुरेश गोपी की जीवनी (Suresh Gopi Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.