संजय सिंह टाइगर की जीवनी | Sanjay Singh Tiger Biography in Hindi

sanjay singh tiger biography in hindi
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Sanjay Singh Tiger Latest News – संजय सिंह टाइगर बिहार के दो बार के भाजपा विधायक है. वे राज्य की नीतीश कुमार सरकार में ‘युवा, रोजगार और कौशल विकास मंत्री है. इसके अलावे संजय सिंह बिहार में भारतीय जनता पार्टी के मुख्य प्रवक्ता भी हैं. बचपन से ही संघ से जुड़े रहने वाले संजय सिंह टाइगर की सादगी चर्चित है. सादा भोजन, सामान्य रहन-सहन और जमीन से जुड़ाव रखने वाले बिहार के इस मंत्री ने विवाह भी नहीं किया है. संजय के बड़े भाई भी बिहार में दो बार विधायक रह चुके है बावजूद इसके सजंय वीआईपी कल्चर से दूर जीवन बिताते है. इस लेख में हम आपको बिहार में युवा, रोजगार और कौशल विकास मंत्री संजय सिंह टाइगर की जीवनी (Sanjay Singh Tiger Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.

संजय सिंह टाइगर की जीवनी (Sanjay Singh Tiger Biography in Hindi)

पूरा नाम संजय सिंह टाइगर
उम्र 51 साल
जन्म तारीख 1974
जन्म स्थान भोजपुर, बिहार
शिक्षा एलएलबी
कॉलेज ए.एन. कॉलेज, पटना
वर्तमान पद बिहार में युवा, रोजगार और कौशल विकास मंत्री
व्यवसाय राजनीतिक
राजनीतिक दल भारतीय जनता पार्टी
वैवाहिक स्थिति अविवाहित
पिता का नाम स्वर्गीय माधव सिंह
माता का नाम
पत्नी का नाम
बेटें का नाम
बेटी का नाम
स्थाई पता
वर्तमान पता
फोन नंबर 094314 44912
ईमेल sanjaysinghtiger@zohomail.in

संजय सिंह टाइगर का जन्म और परिवार (Sanjay Singh Tiger Birth & Family)

संजय सिंह टाइगर का जन्म 1974 में बिहार के भोजपुर जिले के बिहिया के पास स्थित अमराई गांव में हुआ था. उनके पिता का नाम स्वर्गीय माधव सिंह है, जो एक बिहार महालेखापाल में काम करते थे. उनके बड़े भाई का नाम स्वर्गीय धर्मपाल सिंह है, जो 1990 में जनता पार्टी और फिर बाद में 1995 में जनता दल से शाहपुर विधानसभा से दो बार के विधायक थे. संजय सिंह अविवाहित है. उन्होंने विवाह नहीं किया है. संजय सिंह टाइगर हिन्दू है. संजय सिंह टाइगर पर 0 आपराधिक मामला है.

संजय सिंह टाइगर की शिक्षा (Sanjay Singh Tiger Education)

संजय सिंह टाइगर ने वर्ष 1993 में पटना के ए.एन. कॉलेज से कला से स्नातक (बी.ए.) किया. बाद में, उन्होंने एलएलबी और एम.ए. भी किया.

संजय सिंह टाइगर का राजनीतिक करियर (Sanjay Singh Tiger Political Career)

संजय सिंह टाइगर बिहार भाजपा के प्रखर प्रवक्ता और राज्य की नीतीश कुमार सरकार में ‘श्रम संसाधन मंत्री’ हैं. उनके राजनीतिक करियर की शुरुआत लगभग तीन दशक से भी पहले शुरू हो गई थी. उन्होंने अपनी राजनैतिक यात्रा की शुरुआत भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्य के तौर पर की थी.

लेकिन भाजपा में आने से पहले संजय सिंह राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़े हुए थे. संघ से उनका जुड़ाव बचपन से ही रहा है और उन्हें संघ का प्रखर वक्ता व कार्यकर्ता माना जाता रहा है. जीवन को बिलकुल सादगी से जीने वाले संजय सिंह आम नेताओ से भिन्न है. दरी पर सोना, सादा भोजन करना और जनता से जुड़े रहना, यही उनकी दिनचर्या है. न उनके पास करोड़ो की सम्पत्ति है और न ही परिवार. 51 वर्षीय सजंय सिंह अविवाहित है और योगी सन्यासी वाला जीवन जीते है. उनके नाम के साथ टाइगर लगने के पीछे का कारण उनका ओजस्वी भाषण और व्यक्तित्व है.

पहली बार भाजपा ने उन्हें 2010 के बिहार विधानसभा चुनाव में संदेश से अपना उम्मीदवार बनाया. संजय सिंह अपने पहले विधानसभा चुनाव में जीत गए और पहली बार जीतकर विधायक बने. यह विधानसभा सीट राज्य के भोजपुर ज़िले में है और जिले का मुख्यालय आरा है जो पटना से नजदीक है. बिहार विधानसभा की यह सीट ‘आरा लोकसभा निर्वाचन’ क्षेत्र का एक हिस्सा है.

विधानसभा चुनाव लड़ने से पहले संजय सिंह ‘टाइगर’ बिहार भाजपा के प्रवक्ता के तौर पर कार्यरत थे. 2010 के बिहार विधानसभा चुनाव में संजय सिंह ने रामेश्वर प्रसाद (पूर्व विधायक), विजेंद्र कुमार यादव (मौजूदा विधायक) एवं अपने छोटे भाई अरुण कुमार यादव सहित एक निर्दलीय उम्मीदवार को हराकर विधायक बने. उनके जीत का अन्तर 6,822 मत रहा.

हालांकि भाजपा ने 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में भी इसी सीट से उन्हें टिकट दिया था. देश के गृहमंत्री अमित शाह ने स्वयं उनके प्रचार के लिए क्षेत्र का दौरा किया था और जनसभा में टाइगर को जिताने की अपील की, पर बावजूद इसके उन्हें पराजय हाथ लगी. संजय सिंह टाइगर 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में संदेश से राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के उम्मीदवार अरुण कुमार यादव से हार गए.

2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा ने उन्हें आरा से अपना उम्मीदवार बनाया है और इस बार उनकी जीत हुई. इस जीत के साथ वे बिहार के दो बार के विधायक बन गए. इस बार स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनके प्रचार के लिए 2 नवंबर 2025 को आरा आए थे. इस बार के बिहार विधानसभा चुनाव में उन्हें कुल 94,201 मत पड़े जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंदी सीपीआई (माले) के कुयामुद्दीन अंसारी को 74,620 मत पड़े. इस तरह संजय सिंह ने सीपीआई (माले) उम्मीदवार को 19,581 के भारी मतों के अंतर से पराजित किया और आरा विधानसभा सीट जीत लिया. जीत के बाद उन्हें राज्य में पहली बार मंत्री बनाया गया.

वर्तमान में, संजय सिंह ‘टाइगर’ बिहार की नीतीश कुमार सरकार में ‘युवा, रोजगार और कौशल विकास मंत्री’ है.

संजय सिंह टाइगर की संपत्ति (Sanjay Singh Tiger Property)

2025 के विधानसभा चुनाव में दाखिल किये गए घोषणापत्र के अनुसार संजय सिंह ‘टाइगर’ की कुल संपत्ति 31 लाख रूपये है जबकि उनपर कोई कर्ज नहीं है.

इस लेख में हमने आपको बिहार में युवा, रोजगार और कौशल विकास मंत्री संजय सिंह टाइगर की जीवनी (Sanjay Singh Tiger Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.

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