Vinod Narayan Jha Latest News – विनोद नारायण झा बिहार के चार बार के भाजपा विधायक है. वे राज्य की नीतीश कुमार सरकार में पीएचईडी विभाग के कैबिनेट मंत्री रह चुके है. इसके अलावे झा बिहार में भारतीय जनता पार्टी के उपाध्यक्ष, मुख्य प्रवक्ता और बिहार विधान परिषद के सदस्य भी रह चुके हैं. इस लेख में हम आपको विनोद नारायण झा की जीवनी (Vinod Narayan Jha Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.
विनोद नारायण झा की जीवनी (Vinod Narayan Jha Biography in Hindi)
| पूरा नाम | विनोद नारायण झा |
| उम्र | 68 साल |
| जन्म तारीख | 28 फ़रवरी 1957 |
| जन्म स्थान | घोंघौर, मधुबनी, बिहार |
| शिक्षा | स्नातक |
| कॉलेज | बीएस कॉलेज दानापुर मगध विश्वविद्यालय गया |
| वर्तमान पद | विधायक-बेनीपट्टी (जिला-मधुबनी, बिहार) |
| व्यवसाय | राजनीतिक |
| राजनीतिक दल | भारतीय जनता पार्टी |
| वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
| पिता का नाम | ब्रजनंदन शर्मा |
| माता का नाम | – |
| पत्नी का नाम | श्रीमती मीना झा |
| बेटें का नाम | एक बेटे |
| बेटी का नाम | दो बेटियां |
| स्थाई पता | – |
| वर्तमान पता | – |
| फोन नंबर | – |
| ईमेल | – |
विनोद नारायण झा का जन्म और परिवार (Vinod Narayan Jha Birth & Family)
विनोद नारायण झा का जन्म 28 फरवरी 1957 को बिहार के मधुबनी के घोंघौर में हुआ था. उनके पिता का नाम बद्रीनारायण झा था. उनकी शादी श्रीमती मीना झा से हुई है. उनकी पत्नी गृहणी है. उनके तीन संतान है. एक पुत्र और दो पुत्रियां. उनके बेटे का नाम विभय कुमार झा है जो सक्रिय राजनीति में है. बताया जाता है कि वे चिराग पासवान की पार्टी लोजपा (रामविलास) में है. विनोद नारायण झा हिन्दू है जबकि वे जाति के ब्राह्मण हैं. विनोद नारायण झा पर 1 आपराधिक मामला है.
विनोद नारायण झा की शिक्षा
विनोद नारायण झा ने वर्ष 1977 में बीएस कॉलेज दानापुर मगध विश्वविद्यालय गया से स्नातक किया.
विनोद नारायण झा का राजनीतिक करियर (Vinod Narayan Jha Political Career)
विनोद नारायण झा बिहार के वरिष्ठ नेता हैं. उनके राजनीतिक करियर की शुरुआत लगभग पांच दशक पहले शुरू हुई थी. उन्होंने आपातकाल में क्षेत्र के नेता के तौर पर नेतृत्व किया था और आंदोलन में तीन महीने के लिए जेल भी गए थे. जयप्रकाश नारायण से प्रभावित होकर उन्होंने पढाई के दौरान ही छात्र राजनीति में कदम रख दिया था. देश के सम्पूर्ण क्रांति में उन्हें बक्सर केंद्रीय कारागार में तीन महीने के लिए बंदी बनाकर रखा गया था. फिर बाद में झा ने अपनी मुख्य राजनैतिक यात्रा की शुरुआत भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्य के तौर पर की थी.
पहली बार भाजपा ने उन्हें 2005 के बिहार विधानसभा चुनाव में पंडौल विधानसभा क्षेत्र से अपना उम्मीदवार बनाया. झा अपने पहले विधानसभा चुनाव में जीत गए और पहली बार जीतकर विधायक बने. यह विधानसभा सीट राज्य के मधुबनी ज़िले में थी जो, ‘झंझारपुर लोकसभा निर्वाचन’ क्षेत्र का एक हिस्सा था. वर्तमान में, इस विधानसभा सीट का अस्तित्व नहीं है. परिसीमन के बाद यह सीट अब नहीं रही है.
पंडौल विधानसभा क्षेत्र की समाप्ति के बाद भाजपा ने उन्हें 2010 के बिहार विधानसभा चुनाव में बेनीपट्टी विधानसभा क्षेत्र से अपना उम्मीदवार बनाया. बेनीपट्टी बिहार के मधुबनी जिले का एक विधानसभा क्षेत्र है. अपने दूसरे चुनाव में उनकी जीत हुई. पर 2015 के चुनाव में उनकी इसी सीट से हार हुई. पार्टी ने उन्हें 2015 में बेनीपट्टी से टिकट दिया था. इस बार उनका मुकाबला कांग्रेस के भावना झा से था, जिससे विनोद की लगभग तीन हजार के मामूली अंतर से हार हो गई.
2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में एक बार से पार्टी ने उन्हें बेनीपट्टी से अपना उम्मीदवार बनाया. पिछले बार के चुनाव की तरह इस बार भी उनका मुकाबला कांग्रेस के तत्कालीन विधायक भावना झा से था. इस बार विनोद की जीत हो गई. इस चुनाव में विनोद नारायण झा को कुल 78,862 मत पड़े जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस के भावना झा को 46,210 मत पड़े. इस तरह विनोद नारायण ने भावना झा को 32,652 के भारी मतों के अंतर से पराजित किया.
इस जीत के साथ वे बिहार विधानसभा में तीसरी बार चुनकर पहुंचे पर इससे पहले वे नीतीश कुमार सरकार में मंत्री भी रह चुके है. हालांकि 2015 में उनकी हार हुई थी, बावजूद इसके उनकी वरिष्ठता को देखते हुए उन्हें मंत्रिमंडल में जगह मिली. इसके लिए, उन्होंने बिहार विधान सभा के सदस्य के लिए चुनाव लड़ा था और निर्विरोध चुने गए. बाद में, वे 29 जुलाई 2017 से लेकर 16 नवंबर 2020 तक बिहार सरकार में ‘लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग’ मंत्री रहे.
2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा ने उन्हें चौथी बार बेनीपट्टी से अपना उम्मीदवार बनाया है. इस बार बेनीपट्टी विधानसभा सीट पर उनका मुख्य मुकाबला कांग्रेस के नलिनी रंजन झा से है.
अब यहां जानें, बेनीपट्टी विधानसभा सीट का क्या है राजनैतिक इतिहास
बेनीपट्टी ‘मधुबनी लोकसभा क्षेत्र’ में है. इस लोकसभा सीट में छः विधानसभा सीट आती है, उन्ही छह विधानसभा सीटों में एक ‘बेनीपट्टी विधानसभा सीट’ है. इस क्षेत्र में पहले कांग्रेस और फिर वामपंथियों का कब्ज़ा हो गया था. फिर बाद में भारतीय जनता पार्टी ने यहां से अपनी जमीन मजबूत की. इसी कारण यहां एनडीए की जीत होने लगी और इस तरह यह सीट एनडीए (भाजपा और उसकी सहयोगी पार्टियों) के लिए सेफ जॉन हो गया. यहां से एनडीए कोटे से 2000 के बिहार विधानसभा चुनाव से ही जनता दल (यूनाइटेड) जीतता आ रहा है. हालांकि 2010 से यहां पहली बार भाजपा की भी जीत हुई. यहां से भाजपा के पहले विधायक विनोद नारायण झा है.
बेनीपट्टी विधानसभा सीट में ब्राह्मण मतदाताओं का दबदबा है, यही कारण है कि यहां ज्यादातर ब्राह्मण समुदाय के विधायक चुने जाते हैं. यहां अधिकांश पार्टियां ब्राह्मण उम्मीदवार ही खड़े करते है. अब इसी चुनाव को देखे तो सिटींग विधायक विनोद नारायण झा का मुख्य मुकाबला कांग्रेस के ब्राह्मण उम्मदीवार नलिनी रंजन झा से है.
विनोद नारायण झा की संपत्ति (Vinod Narayan Jha Property)
2020 के विधानसभा चुनाव में दाखिल किये गए घोषणापत्र के अनुसार विनोद नारायण झा की कुल संपत्ति 2.45 करोड़ रूपये हैं जबकि उनपर 3 लाख रूपये का कर्ज भी है.
इस लेख में हमने आपको विनोद नारायण झा की जीवनी (Vinod Narayan Jha Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.



























