Anil Kumar Latest News – पेशे से प्राफेसर रहे अनिल कुमार जीतन राम की पार्टी हम (हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और बिहार के टिकारी विधानसभा क्षेत्र से पार्टी के विधायक है. उनपर पिछले महीने प्रचार के दौरान हमला हुआ था. उनके वाहन पर भी कुछ लोगो ने हमला किया था. हमलें में, वे आंशिक तौर पर घायल हो गए थे. यह हमला उन्ही के विधानसभा क्षेत्र में हुआ था. 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में भी वे टिकारी विधानसभा क्षेत्र से हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा पार्टी के उम्मीदार है. इस लेख में हम आपको अनिल कुमार की जीवनी (Anil Kumar Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.
अनिल कुमार की जीवनी (Anil Kumar Biography in Hindi)
| पूरा नाम | अनिल कुमार |
| उम्र | 51 साल |
| जन्म तारीख | 2 अगस्त 1960 |
| जन्म स्थान | जहानाबाद, बिहार |
| शिक्षा | एमए |
| कॉलेज | पटना विश्वविद्यालय |
| वर्तमान पद | – |
| व्यवसाय | राजनीतिक |
| राजनीतिक दल | हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा |
| वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
| पिता का नाम | ब्रजनंदन शर्मा |
| माता का नाम | – |
| पत्नी का नाम | मीना सिंह |
| बेटें का नाम | – |
| बेटी का नाम | – |
| स्थाई पता | पटना |
| वर्तमान पता | – |
| फोन नंबर | – |
| ईमेल | – |
अनिल कुमार का जन्म और परिवार (Anil Kumar Birth & Family)
अनिल कुमार का जन्म 2 अगस्त 1960 को बिहार के जहानाबाद जिले के मखदुमपुर में हुआ था. उनके पिता का नाम ब्रजनंदन शर्मा था.
उनके भाई अरुण कुमार है, जो जहानाबाद से सांसद रह चुके है. इसके साथ ही वे ‘भारतीय सबलोग पार्टी’ के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं. राज्य में, ‘भारतीय सबलोग पार्टी’ उपेंद्र कुशवाहा ने गठित किया है. अनिल कुमार हिन्दू है. अनिल कुमार पर 4 आपराधिक मामला है.
अनिल कुमार की शिक्षा
अनिल कुमार ने वर्ष 1983 में पटना विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर (एमए) किया.
अनिल कुमार का राजनीतिक करियर (Anil Kumar Political Career)
पेशे से प्रोफेसर रहे अनिल कुमार की राजनैतिक यात्रा नब्बे के दशक से पहले आरंभ हुई थी. पहली बार उन्होंने 1990 के बिहार विधान सभा चुनाव में जनता दल के टिकट पर मखदुमपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा था पर कांग्रेस प्रत्याशी राम जतन सिन्हा से वे हार गये थे.
विधायक के तौर पर अनिल कुमार की पहली जीत 2005 में हुई. उन्होंने फरवरी 2005 के बिहार विधान सभा चुनाव में लोजपा के टिकट पर कोंच विधानसभा क्षेत्र से जीत हासिल की थी. इस दौरान विधानसभा भंग हो गई और लोजपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र सिंह के नेतृत्व में लोजपा से अलग होकर एक गुट का गठन किया गया. उन्होंने जदयू के टिकट पर फिर से चुनाव लड़ा और अक्टूबर 2005 के बिहार विधान सभा चुनाव में कोंच विधानसभा क्षेत्र से जीत हासिल की.
परिसीमन के बाद राज्य की यह विधानसभा सीट इतिहास बन गई और इसी के बाद एक नयी विधानसभा सीट का उदय हुआ जिसका नाम टेकारी है. 2010 के बिहार विधान सभा चुनाव में अनिल कुमार ने जनता दल (यूनाइटेड) के टिकट पर टेकारी विधानसभा क्षेत्र से जीत हासिल की. पर 2015 में वे हार गए. उन्हें जेडीयू से हार का सामना करना पड़ा क्योकि इस बार ‘हम’ पार्टी जेडीयू से अलग होकर चुनाव लड़ रही थी.
2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में एक बार फिर ‘हम’ ने जेडयू का साथ लिया और इस कारण ‘हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम)’ के टिकट पर चुनाव लड़ रहे अनिल कुमार की जीत हुई. उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस प्रत्याशी सुमंत कुमार को 2,800 वोटो के अंतराल से पराजित किया. इस तरह अनिल कुमार बिहार विधानसभा चुनाव 2005, 2005, 2015 और 2020 में कुल चार बार विधायक चुने जा चुके है. दरअसल 2005 में बिहार में दो बार चुनाव हुए थे.
2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में भी एक बार फिर से अनिल कुमार जीतन राम की पार्टी हम (हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा) पार्टी के टिकट पर टिकारी से चुनाव लड़ रहे है. 2020 की तरह इस बार भी चुनाव पूर्व ‘हम’ पार्टी का राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) के साथ गठबंधन है.
राजग के साथ गठबंधन होने के कारण यहां से भाजपा और जेडीयू ने अपने अपने उम्मीदवार खड़े नहीं किये है. इस कारण हम पार्टी के उम्मीदवार व यहां से सिटींग विधायक अनिल कुमार का सीधा मुकाबला राजद के साथ है. इसलिए कहा जा सकता है कि यहां जीतन राम की पार्टी काफी हद तक सुरक्षित स्थिति में है और उनकी पार्टी के उम्मीदवार अनिल कुमार की जीत की संभावना अधिक है.
अब यहां जानें, टिकारी विधानसभा सीट का क्या है राजनैतिक इतिहास
टिकारी ‘औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र’ में पड़ती है जबकि यदि जिले की बात करें, तो यह गया जिले में है. औरंगाबाद लोकसभा सीट में छः विधानसभा सीट आती है, उन्ही छह विधानसभा सीटों में एक ‘टिकारी विधानसभा सीट’ भी है. बिहार की यह विधानसभा सीट 2008 से पहले नहीं थी. संसदीय एवं विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के परिसीमन आदेश 2008 के पारित होने के बाद यह सीट राज्य में विधानसभा सीट के तौर पर अस्तित्व में आयी. राज्य की इस विधानसभा सीट में गया ज़िले के कोंच और टेकारी सीडी ब्लॉक शामिल हैं. परिसीमन के बाद बनी राज्य इस विधानसभा सीट पर जनता दल (यूनाइटेड) का प्रभाव है. परिसीमन के बाद बनी इस सीट पर दो बार, 2010 और 2015 में जनता दल (यूनाइटेड) जबकि 2020 में हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) की जीत हुई थी.
अनिल कुमार की संपत्ति (Anil Kumar Property)
2020 के विधानसभा चुनाव में दाखिल किये गए घोषणापत्र के अनुसार अनिल कुमार की कुल संपत्ति 1.27 करोड़ रूपये हैं जबकि उनपर 14.58 लाख रूपये का कर्ज भी है.
इस लेख में हमने आपको अनिल कुमार की जीवनी (Anil Kumar Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.



























