Amitabh Thakur Latest News – पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर एक बार फिर चर्चा में है. लेकिन इस बार चर्चा उनकी अचानक से हुई गिरफ्तारी को लेकर है. शुरुआत में, उनकी गिरफ्तारी गुप्त रखी गई थी. गिरफ्तारी से पहले आशंका जताई जा रही थी कि उनका अपरहरण हो गया है पर बाद में यूपी पुलिस ने इसकी जानकारी दी है कि उन्हें 9 दिसंबर की रात्रि को गिरफ्तार कर लिया गया है. यह गिरफ्तारी 1999 के जमीन की खरीद से जुड़ी एक पुराने मामले को लेकर हुई है. अमिताभ ठाकुर भारतीय पुलिस सेवा के पूर्व अधिकारी और एक राजनीतिक कार्यकर्ता हैं. उन्हें मार्च 2021 में अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी गई थी. सेवा के दौरान, अमिताभ नियमों और विनियमों के कड़ाई से पालन के साथ-साथ प्रशासनिक जवाबदेही के क्षेत्र में अपने काम के लिए जाने जाते रहे है. सेवानिवृत्ति के बाद से उन्होंने आज़ाद अधिकार सेना नाम की एक राजनीतिक पार्टी का गठन किया था और योगी आदित्यनाथ के विरुद्ध चुनाव लड़ने का एलान किया था. इस लेख में हम आपको पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर की जीवनी (IAS Amitabh Thakur Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.
अमिताभ ठाकुर की जीवनी (Amitabh Thakur Biography in Hindi)
| पूरा नाम | अमिताभ ठाकुर |
| उम्र | 57 साल |
| जन्म तारीख | 16 जून 1968 |
| जन्म स्थान | मुजफ्फरपुर, बिहार |
| शिक्षा | बीटेक |
| कॉलेज | आईआईटी कानपुर |
| वर्तमान पद | – |
| व्यवसाय | सेवानिवृत्त आईपीएस |
| बैच | 1992 |
| वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
| पिता का नाम | तपेश्वर नारायण ठाकुर |
| माता का नाम | माधुरी बाला |
| पत्नी का नाम | डॉ. नूतन ठाकुर |
| बच्चे | एक बेटा और एक बेटी |
| स्थाई पता | – |
| वर्तमान पता | – |
| फोन नंबर | – |
| ईमेल | – |
अमिताभ ठाकुर का जन्म और परिवार (Amitabh Thakur Birth & Family)
पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर का जन्म 16 जून 1968 को बिहार के मुजफ्फरपुर में हुआ था. हालांकि अमिताभ ठाकुर का पालन-पोषण बोकारो स्टील सिटी, झारखंड (तब बिहार) में हुआ था. उनके पिता का नाम तपेश्वर नारायण ठाकुर और माता का नाम माधुरी बाला था. उनके पिता विद्युत अभियंता थे जबकि उनकी माता हिंदी की व्याख्याता थी.
अमिताभ ठाकुर का विवाह वर्ष 1993 में डॉ. नूतन ठाकुर से हुआ था, जो पेशे से एक पत्रकार रही है. इसके अलावे वह इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ बेंच में कार्यरत एक वकील भी हैं. उनके दो बच्चे हैं, एक बेटा और एक बेटी हैं. बेटी का नाम तनाया है तो बेटे का नाम आदित्य है.
अमिताभ ठाकुर के भाई अविनाश कुमार झारखंड कैडर के आईएएस अधिकारी है और वर्तमान में वह झारखंड में पोस्टेड है.
अमिताभ ठाकुर की शिक्षा (Amitabh Thakur Education)
अमिताभ ठाकुर ने 1983 में केंद्रीय विद्यालय, नंबर-1, बोकारो स्टील सिटी से मैट्रिक तो 1985 में इंटरमीडिएट किया. उन्होंने 1985 में आईआईटी कानपुर में प्रवेश लिया, जहाँ से उन्होंने 1989 में मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया.
अमिताभ ठाकुर का आईपीएस में करियर (Amitabh Thakur IPS Career)
अमिताभ ठाकुर 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी है. एसपी के तौर पर उनकी पहली पोस्टिंग यूपी के गोरखपुर में हुई. गोरखपुर योगी आदित्यनाथ की राजनैतिक कर्मभूमि है और इसी भूमि पर एसपी रहते अमिताभ ठाकुर की उनसे नोंक-झोंक हुई. बाद में, वे उत्तर प्रदेश के कई जिलों में पुलिस अधीक्षक (एसपी) रहे, जिनमें पिथौरागढ़, ललितपुर, देवरिया, गोंडा, बस्ती, संत कबीर नगर, फिरोजाबाद, बलिया और महाराजगंज प्रमुख है. पुलिस अधीक्षक के अलावे वे खुफिया, सतर्कता, भ्रष्टाचार विरोधी और पुलिस प्रशिक्षण अकादमी सहित कई विभागों में भी अपनी सेवा दे चुके है.
अमिताभ ठाकुर की छवि बेहद सख्त तेवर वाले आईपीएस अधिकारी की रही है. अमिताभ ठाकुर का अपने सख्त और अडिग रवैये के कारण विभिन्न राजनीतिक और प्रशासनिक हस्तियों के साथ कई बार टकराव हुआ है. पुलिस अधिकारी रहते उनका समाजवादी पार्टी मुखिया मुलायम सिंह यादव, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती, अखिलेश यादव और प्रदेश के वर्तमान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से टकराव हो चुका है.
सबसे ज्यादा तो उन्हें 2006 में फिरोजाबाद जिले का एसपी रहते हुआ था, जब उन्होंने सपा के तत्कालीन विधायक रामवीर सिंह यादव के अनुचित आदेशों का पालन करने से इनकार कर दिया. रामवीर सिंह, उत्तर प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के करीबी रिश्तेदार थे. मायावती के मुख्यमंत्री रहते भी उन्हें विवाद का सामना करना पड़ा था जबकि जुलाई 2015 में प्रदेश के मुख्यमंत्री रहते अखिलेश यादव ने उन्हें निलंबित कर दिया गया था.
हालांकि भाजपा के शासन आने से उनके विवाद वाले क्रम में कोई कमी नहीं आयी. जब प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी तो एक बार से अमिताभ ठाकुर का योगी आदित्यनाथ से सीधा टकराव हुआ. हालांकि योगी आदित्यनाथ से उनकी दुश्मनी नई नहीं है. अपनी पहली पोस्टिंग जो गोरखपुर में हुई थी, तभी उनका योगी आदित्यनाथ से टकराव हुआ था और जब योगी आदित्यनाथ प्रदेश के सीएम बन गए तब एक बार फिर से अमिताभ ठाकुर का उनसे टकराव हुआ. जब प्रदेश में योगी आदित्यनाथ का शासन आया तब प्रदेश के सभी अफसरों को संपत्ति का सही ब्यौरा देने को कहा गया. लेकिन अमिताभ ठाकुर सही ब्यौरा देने में असफल रहे, इसी के परिणामस्वरूप उन्हें मार्च 2021 में अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी गई.
अमिताभ ठाकुर का राजनतिक करियर (Amitabh Thakur Political Career)
योगी आदित्यनाथ के द्वारा जबरन रिटायर किये जाने के बाद अमिताभ ठाकुर ने 2022 में स्वयं की एक राजनीतिक पार्टी बनाने का निर्णय लिया जिसका नाम उन्होंने आज़ाद अधिकार सेना रखा. उन्होंने घोषणा की कि वे वही से चुनाव लड़ेंगे जहाँ से योगी आदित्यनाथ खड़े होंगे. इसके साथ ही उन्होंने योगी आदित्यनाथ पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके कार्यकाल में अराजक, दमनकारी और अलोकतांत्रिक कार्य हुए है और वह इसके विरोध में उनके विरुद्ध चुनाव लड़ेंगे. उनकी पार्टी का मुख्यालय लखनऊ में है.
वर्तमान गिरफ्तारी का मामला उनके द्वारा वर्ष 1999 में पत्नी के नाम अवैध तरीके से जमीन खरीदने को लेकर है. अब इसी मामले के तहत उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है. उन्हें लखनऊ से दिल्ली जाते समय देवरिया के पास चलती ट्रेन में गिरफ्तार कर लिया गया है. फिलहाल मामला कोर्ट के अधीन है और मामले की जाँच जारी है.
इस लेख में हमने आपको पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर की जीवनी (Amitabh Thakur Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.



























