हुमायूँ कबीर की जीवनी | Humayun Kabir Biography in Hindi

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Humayun Kabir Latest News – इन दिनों पश्चिम बंगाल के नेता हुमायूं कबीर अपने देश विरोधी कार्यो के कारण मीडिया में छाये हुए है. पूर्व टीएमसी विधायक ने पश्चिम बंगाल में बाबर के नाम पर मस्जिद बनाने का एलान किया था. हालांकि यह पहली बार नहीं है जब हुमायुं ने अपने कार्यो से विवाद पैदा किया हो, 62 वर्षीय हुमायुं पहले भी कई बार विवाद से घिरे रहे है. आपराधिक छवि वाले नेता हुमायुं ने इससे पहले भी देश में अशांति पैदा करने वाले बयान दिए है. इस्लामिक कट्टरता से भरे हुमायुं ने एक मौके पर भारतीय जनता पार्टी के समर्थको को यानि हिन्दुओ को नदी में फेंकने का ऐलान किया था. उन्होंने कहा था, जीतने के दो घंटे के भीतर वह हिंदुओं को भागीरथी नदी में फेंक देंगे, क्योंकि मुर्शिदाबाद की 70% आबादी मुसलमानों की है. इस लेख में हम आपको हुमायूँ कबीर की जीवनी (Humayun Kabir Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.

हुमायूँ कबीर की जीवनी (Humayun Kabir Biography in Hindi)

पूरा नाम हुमायूँ कबीर
उम्र 42 साल
जन्म तारीख 3 जनवरी 1963
जन्म स्थान नारकेलबारी , पश्चिम बंगाल
शिक्षा 12वीं उत्तीर्ण
कॉलेज
वर्तमान पद पश्चिम बंगाल के भरतपुर से विधायक
व्यवसाय राजनीतिक
राजनीतिक दल निर्दलीय
वैवाहिक स्थिति विवाहित
पिता का नाम
माता का नाम
पत्नी का नाम मीरा सुल्ताना
बेटें का नाम
बेटी का नाम
स्थाई पता
वर्तमान पता रेजिनगर
फोन नंबर
ईमेल

हुमायूँ कबीर का जन्म और परिवार (Humayun Kabir Birth & Family)

हुमायूँ कबीर का जन्म 3 जनवरी 1963 को पश्चिम बंगाल के नारकेलबारी में हुआ था. हुमायूँ कबीर की पत्नी का नाम मीरा सुल्ताना है. उसके दो बच्चे है. हुमायूँ कबीर मुस्लिम है. उनपर 10 आपराधिक मामले  हैं.

हुमायूँ कबीर की शिक्षा (Humayun Kabir Education)

हुमायूँ कबीर ने वर्ष 2013 में महाराष्ट्र के भारतीय मुक्त विद्यालय परिषद से 12वीं उत्तीर्ण (उच्च माध्यमिक परीक्षा) पास किया है.

हुमायूँ कबीर का राजनीतिक करियर (Humayun Kabir Political Career)

सामान्य परिवार से आने वाले हुमायूँ कबीर बंगाल के विवादास्पद नेता है. उनपर कई मुकदमे भी दर्ज है, जिनपर अभी सुनवाई होनी शेष है. कबीर ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत कांग्रेस से की थी. उन्हें कांग्रेस में लाने का श्रेय अधीर रंजन चौधरी को जाता है, पहली बार कबीर ने पंचायत चुनाव लड़ा. शुरूआती समय में कबीर का अधीर रंजन से घनिष्ठ रिस्ता हुआ करता था.

अपने राजनीतिक यात्रा के कर्म में कबीर 2009 में मुर्शिदाबाद जिला कांग्रेस के महासचिव के पद पर थे. बाद में, वर्ष 2011 में कबीर ने कांग्रेस के टिकट पर बंगाल के रेजिनगार से विधानसभा चुनाव लड़ा था और जीत गए. रेजिनगर विधानसभा क्षेत्र परिसीमन के बाद पहली बार 2011 में अस्तित्व में आया था. इस तरह इस सीट पर हुए पहले चुनाव में हुमायूँ कबीर ने जीत हासिल की. रेजिनगर विधानसभा क्षेत्र पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में है.

लेकिन एक वर्ष बाद 2012 में अधीर रंजन के साथ बिगड़े संबंध के कारण हुमायुं ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए और दल बदल अधिनियम के कारण उन्हें विधायक पद से हाथ धोना पड़ा. जब 2013 में यहाँ उपचुनाव हुआ तब हुमायुं हार गए. कांग्रेस छोड़ने के बाद हुमायुं टीएमसी में भी शांति से नहीं रह पाएं और 2015 में पार्टी विरोधी कामों के कारण टीएमसी ने उन्हें छह वर्ष से सस्पेंड कर दिया. कपडे की तरह पार्टी बदलने वाले हुमायुं ने 2018 में बीजेपी ज्यॉइन कर ली. हुमायुं के लिए बीजेपी असहज पार्टी थी क्योकि हुमायुं का स्वभाव इस्लामिक कट्टरता का रहा है फिर भी हुमायुं ने 2019 का लोकसभा चुनाव बीजेपी के टिकट पर लड़ा. बीजेपी ने उन्हें मुर्शिदाबाद से अपना उम्मीदवार बनाया था पर वह हार गए. हार के बाद एक बार फिर से हुमायुं ने टीएमसी की ओर कदम बढ़ाया और 2021 में हुए बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले टीएमसी से शामिल हो गए. टीएमसी ने उन्हें भरतपुर से टिकट दिया और वे जीत गए.

लेकिन हुमायुं कबीर के बाबरी मस्जिद बनाने वाले बयान से उपजे विवाद के बाद टीएमसी ने उन्हें पार्टी से सस्पेंड कर दिया. पार्टी से निलंबन के बाद हुमायुं ने मीडिया को बताया कि अब वे अपनी पार्टी बनाएंगे और भाजपा व टीएमसी के विरुद्ध अपने उम्मीदवार खड़े करेंगे.

हुमायुं कबीर का विवाद से पुराना रिस्ता रहा है. हुमायुं अपने विवादित बयान के लिए जाने जाते है. 2024 के लोकसभा चुनाव के दौरान तृणमूल कांग्रेस की ओर से प्रचार करते हुए कबीर ने कहा था कि जीतने के दो घंटे के भीतर वह हिंदुओं को पश्चिम बंगाल की भागीरथी नदी में फेंक देंगे, क्योंकि मुर्शिदाबाद की 70% आबादी मुसलमानों की है.

हुमायूँ कबीर की संपत्ति (Humayun Kabir Property)

2021 के बंगाल विधानसभा चुनाव में दाखिल किये गए घोषणापत्र के अनुसार हुमायूँ कबीर की कुल संपत्ति 3 करोड़ रूपये हैं जबकि उनपर 29 लाख रूपये का कर्ज है.

इस लेख में हमने आपको भाजपा का राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष हुमायूँ कबीर की जीवनी (Humayun Kabir Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.

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