Politalks.News/IIS/Rajasthan. मानसरोवर स्थित आईआईएस (डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी) जयपुर एवं वैज्ञानिक दृष्टिकोंण सोसायटी के सहयोग से आठवीं राजस्थान साइंस कांग्रेस का आयोजन किया गया. तीन दिवसीय मेगा इवेंट में डॉ अशोक गुप्ता, चांसलर आईआई एस डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी के सान्निध्य में पूरे भारत के जाने-माने वैज्ञानिकों ने भाग लिया, जो कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी से संबंधित कुछ प्रमुख मुद्दों और चुनौतियों पर शोध कार्य कर रहे हैं.
विज्ञान कांग्रेस के समापन समारोह में 2 तकनीकी सत्र आयोजित किए गए. समापन भाषण में राज्यमंत्री, तकनीकी शिक्षा विभाग, डॉ सुभाष गर्ग ने युवा प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए, आठवीं राजस्थान विज्ञान कांग्रेस का आयोजन टीम को बधाई दी और युवा छात्रों के उज्जवल भविष्य की कामना की. मंत्री गर्ग ने कहा कि कैसे महामारी के दौरान युवा पीढ़ी के करियर में अवसरों पर भले ही रोक लगा दी लेकिन विज्ञान और प्रौद्योगिकी के उपयोग से स्थिरता हासिल की जा सकती है. डॉ सुभाष गर्ग ने कहा कि सरकार को युवा शोधकर्ताओं को उनके शोध कार्य में सहयोग करना चाहिए जिससे विभिन्न क्षेत्रों में हो रहे शोध को बढ़ावा मिले.
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समापन समारोह को सम्बोधित करते हुए प्रोफेसर एस एल कोठारी, उपाध्यक्ष, एएसटीआईएफ, एमिठी यूनिवर्सिटी, जयपुर ने कहा कि इकोसिस्टम में सभी जीव जंतु और भौतिक वातावरण सम्मिलित होता है. इकोसिस्टम मानव कल्याण और आजीविका के लिए हमेशा से उपयोगी रहा है. प्रो कोठारी ने बताया कि वेस्ट मटेरियल का सही उपयोग विभिन्न उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है. वहीं प्रोफेसर सी एस सोलंकी ने अपने ऊर्जावान उद्बोधन से सभी को वीडियोज के माध्यम से नेचुरल रिसोर्सेज की उपयोगिता के बारे में बताया.
आपको बता दें, ऊर्जा विज्ञान और इंजीनियरिंग विभाग आईआईटी मुंबई के प्रोफेसर सोलंकी को सोलर मैन ऑफ इंडिया भी कहा जाता है. प्रो सोलंकी मध्य प्रदेश सौर ऊर्जा के ब्रांड एंबेसडर भी हैं. प्रो सोलंकी ने कहा आर्थिक विकास दर को बनाए रखने के लिए ऊर्जा की खपत बढ़ाना आवश्यक है. वहीं डाॅ. मार्शल धयाल, एसोसिएट प्रोफेसर नैनो थैरेप्यूटिक्स एंड बायो-डिवाइसेस, आईआईटी, (बीएचयू), वाराणसी ने बायोमॉलिक्यूल्स का प्रोटींस व पैथोजन की अतक्रिया के संबंध मैं चल रहे शोध अध्ययनों के बारे में चर्चा की.
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तीन दिवसीय विज्ञान कांग्रेस के अधिवेशन में सामग्री और अनुप्रयुक्त विज्ञान, जीवन विज्ञान, पर्यावरण विज्ञान, रसायन विज्ञान, इंटरनेट विज्ञान, मनोविज्ञान, अर्थशास्त्र और विज्ञान संचार जैसे विभिन्न विषयों पर सत्र आयोजित किए गए. आपको बता दें, तीन दिवसीय कार्यक्रम में 100 प्रतिभागियों के साथ विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों के बीच प्रख्यात वक्ताओं ने भाग लिया. इस आयोजन का केंद्र बिंदु आत्मनिर्भर भारत, नवाचार और अनुसंधान, प्राकृतिक संसाधन जैसे विभिन्न विषयों पर एक प्रदर्शनी भी आयोजित की गई जिसमें मॉडल्स एवं वर्किंग मॉडल्स, पोस्टर्स प्रदर्शित किए गए और बेस्ट मॉडल्स एवं पोस्टर को अवार्ड दिए गए. इस मौके पर डॉ.अशोक गुप्ता, चांसलर, आईआईएस डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी, रजिस्ट्रार डॉ. राखी गुप्ता, वाईस चांसलर टी एन माथुर, एडवाइजर प्रो. के एस शर्मा, प्रो प्रदीप भटनागर, प्रो वाई के विजय, डायरेक्टर सीआईएसटी, तरुण कुमार जैन, संयोजक, आठवीं राजस्थान साइंस कांग्रेस एवं आयोजन सचिव डॉ. श्रीमोई चटर्जी उपस्थित रहे.