पॉलिटॉक्स न्यूज़/राजस्थान. राजस्थान के नागौर जिले में दलित युवकों के साथ बर्बरतापूर्वक पिटाई और एक युवक के गुप्तांग में पेट्रोल डालने की घटना पर आलाकमान के निर्देश पर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री व पीसीसी चीफ सचिन पायलट द्वारा घटित जांच समिति ने अपने रिपोर्ट सौंप दी है. अब उपमुख्यमंत्री पायलट अपनी रिपोर्ट जल्द ही कांग्रेस आलाकमान सोनिया गांधी को सौपेंगे. बुधवार को प्रदेश कांग्रेस कमेटी मुख्यालय पहुंचे सचिन पायलट ने पत्रकारों से मुखातिब होते हुए यह बात कही.
घटना बेहद शर्मनाक, घटनाओं पर लगेगा अंकुश
उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने बताया कि नागौर दलित उत्पीडन मामले में तीन सदस्यीय समिति को पीड़ितों से मिलने भेजा गया था, समिति ने घटना की पूरी जानकारी लेकर रिपोर्ट मुझे सौंप दी है. इस रिपोर्ट को मैं सोनिया गांधी जी और एआईसीसी महासचिव के साथ शेयर करूंगा. पायलट ने कहा इस प्रकार की घटनाएं हम सभी के लिए शर्मनाक हैं. दलित समाज के जहन में सुरक्षा का माहौल पैदा हो यह हम सब की सामुहिक जिम्मेदारी है. इस मामले को लेकर विधानसभा में संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल जी ने भी वक्तव्य दिया है. दोषियों पर कार्रवाई भी की गई है, दोषियों को गिरफ्तार भी किया गया है. कानून व्यवस्था को लेकर दलित समाज को प्रदेश की सरकार से बहुत उम्मीदें है. हम इसको लेकर पूरी कोशिश कर रहे हैं ओर जहां कमियां हैं वहां सख्ती से कार्रवाई करेंगे. इस तरह की बढ रही घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए हमें और मजबूती से काम करना पडेगा.
दिल्ली में जारी हिंसा में आ रही ध्रुवीकरण की बू, जो कि हमारे लिए है बड़ा खतरा
नागरिकता कानून के विरोध और समर्थन को लेकर दिल्ली में फैली हिंसा पर सचिन पायलट ने कहा कि ऐसा पहली बार देखने को मिल रहा है कि देश की राजधानी में हिंसा का माहौल बना है और इतने सारे लोगों की मौत हो गयी है. केंद्र सरकार की नाक के नीचे इस तरह कि हिंसक वारदात हो रही है. इस पूरे घटनाक्रम में तीन दिन बाद भी अभी तक कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई है. केंद्र और दिल्ली की सरकार को ये समझना पडेगा की सभ्य समाज में यह स्वीकार करने योग्य नहीं है. जिस प्रकार का माहौल दिल्ली में निर्मित हो रहा है इसमें कहीं ना कहीं ध्रूवीकरण की बू आ रही है, जो कि हमारे लिए बहुत बडा खतरा है. यह देश सभी का है, सभी को यहां इज्जत और सम्मान से जीने का अधिकार है. किसी भी आंदोलन का वार्ता के माध्यम से निराकरण हो सकता है.
खुफिया तंत्र की सक्रियता पर सवाल
सचिन पायलट ने कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति जिस दिन दिल्ली आये उसी दिन हिंसा भडकी इस तरह की घटना का अंदेशा खुफिया तंत्र को पहले से होना चाहिए था. हिंसा को कंट्रोल करने में इतना समय लग रहा है इसको लेकर मैं चिंतित हूं. वहीं अपील करते हुए पायलट ने कहा कि कोई भी मुददा हो जान माल की सुरक्षा की जिम्मेदारी सरकारों की है. सभी लोग हिंसा से परहेज करें. भीड हिंसक हो रही है तो किसी को भी कानून को हाथ में लेने की इजाजत नहीं होनी चाहिए, उस पर सख्ती से कार्रवाई करनी चाहिए.
जीरो टॉलरेन्स अगेंस्ट करप्शन
परिवहन विभाग में हुए महाघूंसकांड मामले में विपक्ष द्वारा मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास के इस्तीफे की मांग करने को लेकर पायलट ने कहा कि मैं पहले भी कह चुका हूं कि हमारी सरकार को जीरो टॉलरेन्स अगेंस्ट करप्शन स्थापित करना है, हम कर भी रहे है. भ्रष्टाचार के मामले जहां सामने आ रहे हैं उस पर हम कठोर कदम उठा रहे हैं. जिन विभागों में प्रमाण के साथ साबित हुआ है, वहां कार्रवाई भी कर रहे है. भ्रष्टाचार इस देश को खोखला कर रहा है. भ्रष्टाचार के मामलों में सख्ती से कार्रवाई होनी चाहिए.
दोषी कोई भी हो होनी चाहिए कार्रवाई
सचिन पायलट ने आगे कहा कि निर्दोषों पर कार्रवाई नहीं होनी चाहिए, दोषी कोई भी हो उसके संपर्क किसी भी दल या नेता से हो उस पर कठोर कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि जनता को लगे की कांग्रेस की सरकार आने के बाद स्थिती में परिवर्तन आया है और भ्रष्टाचार के खिलाफ हमारी यही जीरो टॉलरेंस की नीति रहेगी. वहीं पकडे गये दलाल जसवंत सिंह के खाचरियावास के करीबी होने के सवाल पर पायलट ने कहा कि आरोप लगाना अलग बात है अगर दोषी पाया जाता है तो कार्रवाई होनी चाहिए. हमारी सरकार ने किसी को छिपाने की कोई कोशिश नहीं की है जो कार्रवाई हुई है वह सबके सामने है. भविष्य में भी किसी विभाग में भ्रष्टाचार का कोई मामला सामने आएगा तो तुरंत प्रभाव से सरकार काम करेगी.
राज्यसभा चुनाव में 2 सीट कांग्रेस की पक्की
आगामी 26 मार्च को होने वाले राज्यसभा चुनाव में राजस्थान से कौन उम्मीदवार होगा इस पर पायलट ने कहा कि राज्यसभा की तीन सीटों पर चुनाव होगा इसमें दो सीट कांग्रेस जीतेगी. इस चुनाव में उम्मीदवार कोन होगें इस पर अभी चर्चा चल रही है. उम्मीदवारों पर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा निर्णय लिया जाता है. जिस प्रकार से पिछले उप चुनाव में डॉ मनमोहन सिंह जी प्रत्याशी बने थे. इस बार पार्टी के नेताओं से चर्चा करने के बाद हम तय करेगें. राजस्थान की बात जो लोग अच्छे से रख सकें, जिन्हें पहले मौका नहीं मिला हो, जनाधार वाले लोग और जो लोग राज्यसभा में जाके प्रदेश की बात को रखें, प्रदेश के हितों की रक्षा करें, मजबूती से अपनी बात रखें उन लोगों को मौका मिले तो प्रदेश की भलाई है. वहीं राजस्थान से प्रियंका गांधी के राज्यसभा भेजे जाने के सवाल पर कहा कि उसका निर्णय एआईसीसी करेगी.