पॉलिटॉक्स न्यूज/पंजाब. मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने नागरिकता संशोधन कानून को केंद्र की मोदी सरकार की भारी गलती बताया. सीएम अमरिंदर सिंह ने दिल्ली में हो रही हिंसा पर कहा कि सीएए पर ऐसी सार्वजनिक प्रतिक्रिया स्वाभाविक है. सीएम सिंह ने ये भी कहा कि जब तक केंद्र सरकार सीएए पर अपनी गलती का अहसास नहीं करती और इसे हटा नहीं देती तब तक लोगों का गुस्सा खत्म नहीं होगा बल्कि बढ़ता ही जाएगा. मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने ये बात विधानसभा के बाहर मीडिया से साझा की.
कै.अमरिंदर ने कहा कि सीएए लाना केंद्र सरकार की गलती है. उन्होंने ये भी कहा कि मुझे डर है…अगर देश के लोकतंत्र को ऐसे अलोकतांत्रिक तरीके से बदलने की कोशिश की जाएगी तो एक्शन का रिएक्शन भी होगा. केंद्र सरकार को इस पर गंभीरता से विचार करना होगा और कोई ठोस कदम उठाना होगा.
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वहीं पंजाब सीएम ने दरबार साहिब के ‘खुले दर्शन दीदार’ के लिए करतारपुर गलियारा हमेशा खुल रहने की भी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि सुरक्षा की चिंताओं की परवाह किए बगैर गुरुद्वारा दरबार साहिब के ‘खुले दर्शन दीदार’ के लिए करतारपुर गलियारा सदा खुला रहेगा.
डीजीपी दिनकर गुप्ता के बयान के बाद उठे विवाद पर अमरिंदर सिंह ने कहा कि डीजीपी ने अफसोस जाहिर कर दिया है. हरेक व्यक्ति से गलती हो सकती है. मामला समाप्त हो चुका है. उन्होंने कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशू पर पूर्व डीएसपी के आरोपों को रद्द करते हुए कहा कि आशू को टाडा व अन्य अदालतों ने पहले ही क्लीन चिट दी है. सभी मामलों की जांच के बाद ये कार्यवाही की गई है.
बता दें, एक कार्यक्रम में हिस्सा लेते हुए डीजीपी ने करतारपुर कॉरिडोर से एंट्री फ्री किए जाने पर एतराज जताते हुए कहा था कि करतारपुर जाने वाले श्रद्धालु वहां छह घंटे रुकते हैं. इस दौरान किसी को भी आतंकवाद का पाठ पढ़ाया जा सकता है और बम बनाने की ट्रेनिंग भी दी जा सकती है. करतारपुर कॉरिडोर पर डीजीपी के बयान पर पंजाब की राजनीति में भूचाल मच गया था. डीजीपी के बयान का कड़ा विरोध करते हुए दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि उनका बयान कांग्रेस की एंटी-सिख सोच को दर्शाता है.