जोश और जूनून के साथ राजपथ पर मनाया गया गणतंत्र दिवस, दिखी आत्मनिर्भर भारत की झलक

कोरोना नियमों का पालन करते हुए कुछ अलग दिखा राजपथ का नजारा, राजपथ पर पहली बार दिखी लद्दाख की झांकी, राफेल विमान, कोरोना वैक्सीन के साथ-साथ राम मंदिर की झलक भी झांकी में देखने को मिली

जोश और जूनून के साथ राजपथ पर मनाया गया गणतंत्र दिवस
जोश और जूनून के साथ राजपथ पर मनाया गया गणतंत्र दिवस

Politalks.News/Delhi. आज पूरा देश देशभक्ति से ओतप्रोत है.आज पूरा देश उमंग और उत्साह के साथ 72वां गणतंत्र दिवस मना रहा है. ऐतिहासिक विजय चौक पर देश की आन-बान-शान का शानदार नजारा देखा गया. जहां भारत की अनूठी एकता में पिरोई विविधताओं वाली विरासत, आधुनिक युग की उसकी उपलब्धियां, भविष्य के भारत का खाका और देश की सुरक्षा करने की फौज की क्षमता का प्रदर्शन हुआ. राजपथ पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ध्वजारोहण किया और उसके बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अन्य नेताओं के साथ पुरे देश ने टेलीविजन और सोशल मीडिया की सहायता से भव्य परेड को देखा. कोविड-19 कारण उत्पन्न परिस्थिति के मद्देनजर इस बार गणतंत्र दिवस समारोह में कोई विदेशी शासनाध्यक्ष मुख्य अतिथि के रूप में नहीं थे.

हर साल की तरह विजय चौक से शुरू होकर परेड के लाल किले की बजाए इंडिया गेट के पास नेशनल स्टेडियम में सम्पन्न करने का पथ निर्धारित किया गया. परेड के दौरान गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस. जयशंकर समेत मोदी सरकार के ज्यादातर मंत्री मौजूद रहे. बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा सहित कई अन्य नेता भी मौजूद थे.

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इस अवसर पर राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड में देश की सैन्य ताकत के साथ ही सांस्कृतिक विरासत की झलक देखने को मिली. परेड के मुख्य आकर्षण का केंद्र राफेल लड़ाकू विमान रहा. इसके अलावा बांग्लादेश की सैन्य टुकड़ी ने पहली बार गणतंत्र दिवस समारोह में हिस्सा लिया. इस दौरान भावना कांत गणतंत्र दिवस परेड में हिस्सा लेने वाली पहली महिला फाइटर पायलट बनी.

झांकी में कोरोना वैक्सीन के साथ-साथ राम मंदिर की झलक भी देखने को मिली. कोरोना के मद्देनजर शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करते हुए यह आयोजन हुआ. इसके चलते केवल 25,000 लोगों को राजपथ पर समारोह देखने आ सके. आम तौर पर हर साल होने वाले इस आयोजन में एक लाख से अधिक दर्शक शामिल होते हैं. परेड की लंबाई भी छोटी रही लाल किले तक मार्च करने के बजाय राष्ट्रीय स्टेडियम में परेड का समापन हुआ. मोटरसाइकिल स्टंट भी देखने को नहीं मिला.

राफेल विमान के फ्लाईपास्ट से परेड का समापन हुआ. इसने आसमान में 900 किमी/घंटा की रफ्तार से वर्टिकल चर्ली का फर्मेशन किया. इसे शौर्य चक्र विजेता ग्रुप कैप्टन हरकीरत सिंह ने उड़ाया. उनके साथ 17 स्कवाड्रन के कामंडिंग ऑफिसर स्कवाड्रन लीडर किसलयकांत मौजूद रहे. इससे पहल राफेल ने एकलव्य फॉर्मेशन की अगुवाई की. राफेल के साथ दो जगुआर, दो मिग-29 लड़ाकू विमान हैं. इस फॉर्मेशन का नेतृत्व 17 स्क्वाड्रन के कैप्टन रोहित कटारिया ने की. विमानों ने 780 किमी/ प्रति घंटा की रफ्तार से 300 मीटर की ऊंचाई पर उड़ान भरी.

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