Politalks.News/Maharashtra. कांग्रेस की नाराजगी के बाद एनसीपी प्रमुख शरद पवार द्वारा कांग्रेस नेता राहुल गांधी में ‘निरंतरता की कमी‘ वाली टिप्पणी पर पार्टी ने सफाई दी है. एनसीपी का कहना है कि ये टिप्पणी केवल केवल ‘पिता जैसी सलाह‘ थी. दरअसल बीती 3 दिसम्बर को एक साक्षात्कार के दौरान शरद पवार ने राहुल गांधी को पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा था कि उनमें कुछ हद तक ‘निरंतरता की कमी‘ लगती है. इसके बाद एनसीपी प्रमुख की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए महाराष्ट्र की मंत्री और कांग्रेस नेता यशोमति ठाकुर ने गठबंधन के सहयोगियों को दो टूक चेतावनी देते हुए कहा था कि यदि वे महाराष्ट्र में स्थिर सरकार चाहते हैं तो कांग्रेस के नेतृत्व पर टिप्पणी करना बंद करें.
बता दें, कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना मिलकर महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी गठबंधन की सरकार चला रहे हैं, लेकिन शरद पवार की टिप्पणी को लेकर कांग्रेस के एक वर्ग में खासी नाराजगी देखी गई है. अंग्रेजी और मराठी में ट्वीट्स करते हुए महाराष्ट्र सरकार में मंत्री व कांग्रेस नेता यशोमति ठाकुर ने एमवीए नेताओं के इंटरव्यू, लेखों का भी उल्लेख किया. ठाकुर ने कहा कि मैं एमवीए में सहयोगियों से अपील कर रही हूं कि यदि आप महाराष्ट्र में स्थिर सरकार चाहते हैं, तो कांग्रेस के नेतृत्व पर टिप्पणी करना बंद कर दें. ठाकुर ने कहा कि हर किसी को गठबंधन के बुनियादी नियमों का पालन करना चाहिए. ठाकुर ने आगे कहा कि हमारा नेतृत्व बहुत मजबूत और स्थिर है. एमवीए का गठन लोकतांत्रिक मूल्यों में हमारी मजबूत धारणा का परिणाम है.
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उधर, एनसीपी के प्रवक्ता महेश तापसे ने आज कहा कि शरद पवार की टिप्पणी को “पिता जैसी सलाह” के रूप में लिया जाना चाहिए. तापसे ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया की, ‘एक समाचार संगठन के साथ साक्षात्कार में शरद पवार साहब ने जो भी कहा, उसे एक अनुभवी नेता की पिता जैसी सलाह के रूप में माना जाना चाहिए. महाविकास अघाड़ी में तीनों दलों की सरकार है. यह शरद पवार थे जिन्होंने अपनी पुस्तक में राहुल गांधी पर टिप्पणी करने के लिए बराक ओबामा की आलोचना की थी. पवार साहब ने स्पष्ट कहा था कि ओबामा को अन्य देशों के नेताओं पर टिप्पणी नहीं करनी चाहिए.’
वहीं एनसीपी के प्रवक्ता उमेश पाटिल ने कहा है कि पवार के बायन को उनकी उम्र और अनुभव को देखते हुए सकारात्मक रूप से लिया जाना चाहिए. पाटिल ने कहा कि सरकार की स्थिरता पर ठाकुर की टिप्पणी अनावश्यक है, एमवीए के भीतर अच्छा समन्वय है. वहीं, शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि पवार ने राहुल गांधी के बारे में जो कुछ भी कहा है उसका एमवीए सरकार की स्थिरता से कोई लेना-देना नहीं है.
बता दें कि राष्ट्रीय नेता के रूप में राहुल गांधी की साख पर टिप्पणी करते हुए राकांपा प्रमुख शरद पवार ने 3 दिंसबर को कहा कि उनमें कुछ हद तक ‘निरंतरता की कमी‘ लगती है. शरद पवार का साक्षात्कार लोकमत मीडिया के अध्यक्ष और पूर्व सांसद विजय दर्डा ने किया. यह पूछे जाने पर कि क्या देश राहुल गांधी को नेता मानने के लिए तैयार है, तो पवार ने कहा कि इस संबंध में कुछ सवाल हैं. उनमें निरंतरता की कमी लगती है. ओबामा ने हाल ही में प्रकाशित अपने संस्मरण में कहा था कि कांग्रेस नेता शिक्षक को प्रभावित करने के लिए उस उत्सुक छात्र की तरह लगते हैं जिसमें विषय में महारत हासिल करने के लिए योग्यता और जुनून की कमी है.