कांग्रेस का तो पता नहीं लेकिन राजस्थान भाजपा में दो फाड़ की है पूरी संभावना:
राजस्थान बीजेपी में लगातार की जा रही है मैडम वसुंधरा राजे की उपेक्षा, बात चाहे पंचायत राज, नगर निकाय, जिला परिषद चुनावों में टिकट वितरण की हो, या चाहे हनुमान बेनीवाल द्वारा लगातार मैडम राजे को लेकर दिए जा रहे बयानों की हो, रालोपा मुखिया हनुमान बेनीवाल के बयानों पर राजे गुट के बीजेपी नेताओं ने हाल ही में जताई थी गहरी आपत्ति, वहीं बीजेपी के दूसरे धड़े ने साधे रखी है चुप्पी, यहां तक कि मीडिया में आ रहा हनुमान बेनिवाल का दो टूक बयान- ‘मैं जैसा हूं वैसा ही रहूंगा और देता रहूंगा वसुंधरा राजे के खिलाफ बयान,’ दो बार की मुख्यमंत्री के साथ पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के लिए इस तरह के बयानों के बाद आया प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां का बयान- केन्द्र की पहल पर आरएलपी से हुआ गठबंधन, पूरा मामला है केन्द्र के संज्ञान में, समय-समय पर यहां से भी रिपोर्ट बनाकर हैं भेजते हैं, गठबंधन के मामले में केन्द्र के निर्देश की होगी पालना, बाकी ऐसी कोई विशेष बात नहीं है,’ वहीं गुलाब चंद कटारिया और राजेन्द्र राठौड़ को भी नहीं नजर आती बेनीवाल के बयानों में कोई विशेष बात, लेकिन सियासत के बड़े राजनीतिज्ञों का यह है आंकलन, वसुंधरा राजे को कहीं से भी कम आंकना पड़ सकता इन सभी को भारी, आज भी पूरी प्रदेश भाजपा में नहीं है मैडम राजे के कद का कोई नेता, वहीं दूसरी और लोगों में जाग रही एक और जिज्ञासा, आखिर हनुमान बेनीवाल को झेलने की ऐसी भी क्या है बीजेपी की मजबूरी, इससे हनुमान बेनीवाल के दावों में नजर आती है सच्चाई, बेनीवाल का दावा- ‘लोकसभा में 15 सीटों पर मैंने दिलवाई भारतीय जनता पार्टी को जीत,’ शायद इसीलिए बेनीवाल को किसी भी हाल में नाराज नहीं करना चाहती है बीजेपी