Politalks.News/RahulGandhi. हाल ही में 5 राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद कांग्रेस नेतृत्व आगामी चुनावों की तैयारियों में जुट चूका है. साल के अंत में गुजरात के साथ हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक में विधानसभा चुनाव होने हैं. फिलहाल तीनों राज्यों में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है. ऐसे में कांग्रेस अभी से इन राज्यों में चुनावी तैयारियों में जुट चुकी है. कांग्रेस को सिरे से मजबूत करने के लिए राहुल गांधी ने पहले गुजरात में कांग्रेस कार्यकर्ताओं से संवाद किया था. वहीं राहुल गांधी का दो दिवसीय कर्नाटक दौरा आज समाप्त हो गया. गुरुवार को कर्नाटक पहुंचे राहुल गांधी ने प्रदेश के सबसे बड़े समुदाय और चुनावों में अपनी निर्णायक भूमिका निभाने वाले लिंगायत समुदाय को साधा. राहुल गांधी ने तुमकुरू में सिद्धगंगा मठ पहुंच शिवकुमार स्वामीजी को श्रद्धांजलि दी. तो वहीं आज कांग्रेस कार्यकर्ताओं के एक सम्मलेन को संबोधित करते हुए उनसे आगामी चुनाव में 150 से ज्यादा सीटें जीतवाने का वादा लिया.
गुरूवार को कर्नाटक पहुंचे राहुल गांधी ने सिद्धगंगा मठ पहुंच लिंगायत समुदाय के धर्मगुरुओं से आशीर्वाद लिया. मठ में शिवकुमार स्वामीजी को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद राहुल गांधी ने कहा कि, ‘देश को भाईचारा सीखने और नफरत मिटाने की सख्त जरूरत है, जैसा कि 12वीं सदी के समाज सुधारक बसवेश्वर ने शिक्षा दी थी. आपने वही शिक्षा दी, जैसा कि बसवेश्वर ने कहा था कि हम सभी एक हैं, हमें एक साथ रहना है, नफरत मिटाना है और जाति तथा धर्म से ऊपर उठना है.’ राहुल गांधी ने आगे कहा कि, ‘एक अप्रैल को संत शिवकुमार स्वामीजी की 115वीं जयंती है. बसवेश्वर 12वीं शताब्दी के समाज सुधारक थे, जिन्होंने करुणा, प्रेम, और परोपकार के आधार पर लिंगायत संप्रदाय की स्थापना की थी. वह समाज में समानता लाने के पक्षधर थे.’
इस दौरान राहुल गांधी ने आश्वासन दिया कि ‘जब कभी भी मठ को जरुरत होगी, वह निश्चित रूप से मदद करेंगे.’ आपको बता दें कि, लिंगायत, कर्नाटक का एक शक्तिशाली एवं प्रभावशाली समुदाय है जिसकी अच्छी खासी आबादी है. वहीं शुक्रवार को राहुल गांधी ने प्रदेश कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के सम्मलेन में भी भाग लिया. राहुल गांधी ने कहा कि, ‘आज देश के सामने कर्नाटक के सामने सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी का है.हिंदुस्तान की आर्थिक तबाही से महंगाई और बेरोजगारी बढ़ी है और हमारी स्ट्रेंथ ‘अर्थव्यवस्था’ का कमजोर होना हिंदुस्तान के सामने सबसे बड़ा मुद्दा है. नोटबंदी, गलत जीएसटी, किसान बिलों के कारण इस देश को नुकसान हुआ है. आज देश की हालत यह है कि भाजपा सरकार चाहे भी तो देश को रोजगार नहीं दे सकती है, क्योंकि जो शक्ति देश को रोजगार देती है उनको भाजपा ने तबाह कर दिया है.’
राहुल गांधी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि, ‘इस चुनाव में हमें दो चीजों पर फोकस करना है – युवा और महिला. हम युवाओं और महिलाओं को आगे ला सकते हैं, चाहे वो टिकट डिसीजन में हो या संगठन में हो. हमें अपनी पूरी शक्ति के साथ इन्हें आगे लाना है. आपके लिए मेरा संदेश यही है कि 150 सीटों से कम एक भी सीट नहीं लानी है. मैं यही कहना चाहता हूं कि आप सभी को एक साथ लड़ना पड़ेगा, अपनी जिम्मेदारी गहराई से पूरी करनी पड़ेगी. आप सभी को एक साथ मिलकर 150 सीट कांग्रेस पार्टी को जितवानी है.’ राहुल ने कहा कि, ‘आज का हिंदुस्तान अपने युवाओं को रोजगार नहीं दे सकता और इससे देश को जबरदस्त नुकसान हो गया है और इससे भी ज्यादा होने वाला है. अब यह जो मुद्दे हैं, इन पर भाजपा बात नहीं कर सकती है, क्योंकि उनका रिकॉर्ड क्लियर है.’
भ्रष्टाचार का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि, ‘कर्नाटक का कोई भी नेता, भाजपा का नेता, हिंदुस्तान का कोई भी भाजपा का नेता आज मंच पर रोजगार, इकोनॉमी और भ्रष्टाचार की बात नहीं कर सकता है. भाजपा का लक्ष्य है कि गरीबों का हक उनसे छीनकर दो तीन सबसे उद्योगपतियों के हवाले करने का है.’ राहुल गांधी ने कहा कि, ‘हमारी जब सरकार थी तो हमने कर्नाटक और दिल्ली में बहुत अच्छे काम किए थे. हमारी सरकार का रिकॉर्ड बहुत अच्छा है और बहुत अच्छा परफॉर्मेंस रहा था तो उसे भी हमें दोहराना पड़ेगा कि हमने क्या किया था और आने वाले समय में भी हम क्या करने जा रहे हैं.
राहुल गांधी ने कहा कि, ‘हमारी जिम्मेदारी जरूरी मुद्दों को उठाने की है; रोजगार की बात करने की है; अर्थव्यवस्था को ठीक करने की है, हमारी जिम्मेदारी देश के अलग अलग लोगों, धर्मों, जाति को एक साथ लाने की है. ये सब कांग्रेस करती है, वो तोड़ते हैं, हम जोड़ते हैं.’ भाजपा पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा कि, ‘भाजपा का काम तोड़ने का है, नफरत फैलाने का है और हमारा काम जोड़ने का है, सभी को साथ लाने का है. ये हमें कर्नाटक में करके दिखाना है.’ राहुल गांधी ने कहा कि, ‘मैं आपको बधाई देना चाहता हूं कि देश में सबसे ज्यादा 60 लाख मेंबर कर्नाटक में हैं. 60 लाख कोई छोटी संख्या नहीं है और इसमें ज्यादातर मेंबर युवा हैं, जो नई सोच के साथ कांग्रेस पार्टी में आए हैं.’