आंध्र प्रदेश (Andra Pradesh) में नई सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी (Jagan Mohan Reddy) की वाईएसआर कांग्रेस (YSR Congress) सरकार ने प्रदेश में रंग और नाम बदलने का अभियान शुरू कर दिया है, जिससे कि प्रमुख प्रतिद्वंद्वी पार्टी तेदेपा के असर को कम किया जा सके. इस क्रम में सबसे पहले प्रदेश में चल रहे लोकप्रिय अम्मा कैंटीनों (Amma Canteen) का रंग-रूप बदला गया. लोगों को सस्ता भोजन उपलब्ध करवाने की यह योजना तमिलनाडु में दिवंगत मुख्यमंत्री जयललिता ने शुरू की थी. बाद में इस का विस्तार आंध्र प्रदेश में भी हुआ. ये कैंटीन अम्मा कैंटीन के नाम से चल रहे हैं.

जगन मोहन रेड्डी (Jagan Mohan Reddy) की सरकार ने राज्य में चल रहे इन सभी कैंटीनों को अपनी पार्टी के रंग से रंग दिया है. इससे साथ ही इनका नाम बदलकर राजन्ना कैंटीन (Rajanna Canteen) कर दिया गया है. YSRPC के झंडे में नीला, हरा और सफेद रंग प्रमुख है. अम्मा कैंटीनों को इसी रंग में पुतवा दिया गया है. इसके बाद अन्य सार्वजनिक, सरकारी इमारतों का भी रंग बदलने का सिलसिला शुरू हो गया है. हाल ही जगन मोहन रेड्डी की सरकार ने राज्य के 11,158 ग्राम पंचायत भवनों को नीले, हरे, सफेद रंग में रंगने के आदेश जार कर दिए हैं. पिछली चंद्रबाबू नायडू (Chandrababu Naidu) की तेलुगु देशम (TDP) सरकार ने ज्यादातर सरकारी इमारतों को अपनी पार्टी के पीले रंग में रंगवा दिया था. जगन मोहन रेड्डी नई सरकार बनने के बाद रंग बदलने की जरूरत महसूस कर रहे हैं.

जगन मोहन रेड्डी (Jagan Mohan Reddy) के नए अभियान के बाद सोशल मीडिया पर दिलचस्प तस्वीरें वायरल होने लगी हैं. विजयवाडा के तेदेपा सांसद केसिनेनी ने गुंटूर जिले में स्थित एक कब्रिस्तान की तस्वीर पोस्ट करते हुए तंज कसा है कि नई सरकार कब्रों का भी रंग बदल रही है. इस तस्वीर में कब्रिस्तान की दीवारें वाईएसआरसीपी के नीले, हरे, सफेद रंगों से रंगी दिखाई देती है. केसिनेनी के ट्वीट का जवाब देते हुए वाईआरएससीपी के समर्थकों ने भी जवाबी ट्वीट किया है कि जिसमें एक श्मशान और सार्वजनिक शौचालय की दीवार पीले रंग से पीले रंग से पुती हुई है. तेदेपा पर आरोप लगाया जा रहा है कि जब उसकी सरकार थी तब उसने श्मशान और शौचालय तक की दीवारें पीले रंग से पुतवा दी थी. नई सरकार रंग बदल रही है.

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