Politalks.News/NarendraModi. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे. यहां उन्होंने राजघाट पर दीप प्रज्ज्वलित कर देव दीपावली का शुभारंभ किया. पीएम मोदी के दीप प्रज्ज्वलित करते ही लोगों ने भी घाटों को रोशन किया. इस मौके पर अपने भाषण में कांग्रेस और गांधी परिवार पर बिना नाम लिए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारे लिए विरासत का मतलब होता है धरोहर, जबकि कुछ लोगों के लिए विरासत का मतलब होता है अपना परिवार. इसके साथ ही किसान आंदोलन पर पीएम मोदी ने कहा कि सच अपने आप सामने आ जाएगा. वहीं प्रकाश पर्व पर पीएम मोदी ने गुरु नानक देव को याद करते हुए उनके जीवन से सीख लेने की बात भी कही है.
पीएम मोदी के आगमन पर काशी के सभी घाटों को रंग-बिरंगी झालरों की रोशनी से जगमग किया गया. गंगा घाट पर दीप प्रज्ज्वलित करने से पहले पीएम मोदी ने क्रूज की सवारी भी की. इस मौके पर देव दिवाली पर काशी के 15 घाटों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए. इससे पहले PM मोदी ने प्रयागराज से वाराणसी के लिए 6 लेन हाईवे का लोकार्पण किया. इसके बाद पीएम मोदी बाबा विश्वनाथ के मंदिर भी पहुंचे और यहां बाबा विश्वनाथ का अभिषेक किया. इस दौरान उनके साथ यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे.
कार्तिक पूर्णिमा पर देव दीपावली मनाने के लिए पीएम मोदी दूसरे कार्यकाल में तीसरी बार अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे. यहां उन्होंने गांव खजुरी में हुई एक जनसभा में शिव घोष करते हुए अपने संबोधन की शुरुआत की, साथ ही देश के किसानों को MSP को लेकर चल रहे भ्रम पर सरकार की राय स्पष्ट की. प्रधानमंत्री मोदी ने काशी की पवित्र धरती से विपक्ष पर जमकर निशाना साधा और भ्रम फैलाकर राजनीति करने का आरोप लगाया. पीएम ने कहा कि किसानों को बरगलाया जा रहा है लेकिन अब छल से नहीं गंगाजल जैसी पवित्र नीयत से काम हो रहा है.
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प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बीते वर्षों में काशी के सौंदर्यीकरण के साथ-साथ यहां की कनेक्टिविटी पर जो काम हुआ है, उसका लाभ अब आप सभी देख रहे हैं. नए हाईवे हो, पुल-फ्लाईओवर हो, ट्रैफिक जाम कम करने के लिए रास्तों को चौड़ा करना हो, जितना काम बनारस और आसपास में अभी हो रहा है, उतना आजादी के बाद कभी नहीं हुआ. जब किसी क्षेत्र में आधुनिक कनेक्टिविटी का विस्तार होता है, तो इसका बहुत लाभ हमारे किसानों को होता है.
पीएम मोदी ने बताया कि सरकार के प्रयासों औऱ आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर से किसानों को कितना लाभ हो रहा है, इसका एक बेहतरीन उदाहरण चंदौली का काला चावल-ब्लैक राइस है. ये चावल चंदौली के किसानों के घरों में समृद्धि लेकर आ रहा है. सामान्य चावल जहां 35-40 रुपए किलो के हिसाब से बिकता है, वहीं ये बेहतरीन चावल 300 रुपए तक बिक रहा है. बड़ी बात ये भी है कि ब्लैक राइस को विदेशी बाजार भी मिल गया है. पहली बार ऑस्ट्रेलिया को ये चावल करीब साढ़े 800 रुपए किलो के हिसाब से निर्यात हुआ है.
कृषि कानूनों पर बोले पीएम- सच अपने आप आएगा सामने
कृषि कानूनों पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि नए कृषि सुधारों से किसानों को नए विकल्प और नए कानूनी संरक्षण दिए गए हैं. पहले मंडी के बाहर हुए लेनदेन ही गैरकानूनी थे जबकि अब छोटा किसान भी, मंडी से बाहर हुए हर सौदे को लेकर कानूनी कार्यवाही कर सकता है. किसान को अब नए विकल्प भी मिले हैं और धोखे से कानूनी संरक्षण भी मिला है. पीएम मोदी ने कहा कि सरकार का कोई फैसला अगर किसी को पसंद नहीं आता था तो उसका विरोध होता था. लेकिन बीते कुछ समय से हम देख रहे हैं कि अब विरोध का आधार फैसला नहीं बल्कि आशंकाओं को बनाया जा रहा है.
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आगे प्रधानमंत्री ने कहा कि जब इस सरकार का ट्रैक रिकॉर्ड देखेंगे तो सच अपने आप सामने आ जाएगा. हमने कहा था कि हम यूरिया की कालाबाजारी रोकेंगे और किसान को पर्याप्त यूरिया देंगे. बीते 6 साल में यूरिया की कमी नहीं होने दी. यहां तक कि लॉकडाउन तक में जब हर गतिविधि बंद थी, तब भी दिक्कत नहीं आने दी गई. हमने वादा किया था कि स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश के अनुकूल लागत का डेढ़ गुणा MSP देंगे. ये वादा सिर्फ कागजों पर ही पूरा नहीं किया गया, बल्कि किसानों के बैंक खाते तक पहुंचाया है.
काशी के घाट वैसे ही दैदीप्यमान, यही तो है मेरी अविनाशी काशी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को 23वीं बार अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे. छह लेन हाईवे के लोकार्पण के बाद शाम को पीएम मोदी काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचे और बाबा का अभिषेक किया. इसके बाद अलकनंदा क्रूज से राजघाट पहुंच कर दीप प्रज्ज्वलित किया. यहीं पर प्रधानमंत्री ने काशीवासियों को ‘काशी के कोतवाल की जय‘ उदघोष करते हुए संबोधित किया. पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना काल ने भले ही काफी कुछ बदल दिया है, लेकिन काशी की ऊर्जा, भक्ति, शक्ति उसको कोई थोड़े ही बदल सकता है. सुबह से ही काशीवासी स्नान, ध्यान और दान में ही लगे हैं. काशी वैसे ही जीवंत है, काशी की गलियां वैसी ही ऊर्जा से भरी हैं, काशी के घाट वैसे ही दैदीप्यमान हैं. यही तो मेरी अविनाशी काशी है.
बिना नाम लिए कांग्रेस पर साधा निशाना- हमारा ध्यान देश की विरासत बचाने में है जबकि कुछ लोगों के लिए विरासत का मतलब अपना परिवार
पीएम मोदी ने कहा कि 100 साल से भी पहले माता अन्नपूर्णा की जो मूर्ति काशी से चोरी हो गई थी, वो फिर वापस आ रही है. माता अन्नपूर्णा फिर एकबार अपने घर लौटकर आ रही हैं. काशी के लिए ये बड़े सौभाग्य की बात है. हमारे देवी-देवताओं की प्राचीन मूर्तियां आस्था के प्रतीक के साथ ही अमूल्य विरासत भी हैं. पीएम नरेन्द्र मोदी ने बिना नाम लिए कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि इतना प्रयास अगर पहले किया गया होता तो ऐसी कितनी ही मूर्तियां देश को काफी पहले वापस मिल जातीं, लेकिन कुछ लोगों की सोच अलग रही है.
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प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारे लिए विरासत का मतलब होता है धरोहर, जबकि कुछ लोगों के लिए विरासत का मतलब होता है अपना परिवार. मोदी ने कहा हमारे लिए विरासत का मतलब है हमारी संस्कृति, हमारी आस्था, हमारे मूल्य, जबकि कुछ लोगों के लिए विरासत का मतलब अपनी प्रतिमाएं और अपने परिवार की तस्वीरें हैं. उनका ध्यान परिवार की विरासत को बचाने में रहा. हमारा ध्यान देश की विरासत बचाने और उसे संरक्षित करने पर.
देव दीपावली का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा कि जब त्रिपुरा सुर नामक दैत्य ने पूरे संसार को आतंकित कर दिया था, तब भगवान शिव ने कार्तिक पूर्णिमा के दिन उसका अंत किया था. आतंक, अत्याचार और अंधकार के उस अंत पर देवताओं ने महादेव की नगरी में आकर दीये जलाए थे और दिवाली मनाई थी. देवों की वो दीपावली ही देव दीपावली है. पीएम ने कहा कि संतों ने लिखा है कि काशी के लोग ही देव स्वरूप हैं. काशी के नर-नारी तो देवी और शिव के ही रूप हैं. इन 84 घाटों पर इन लाखों दीपों को आज भी देवता ही प्रज्ज्वलित कर रहे हैं, देवता ही ये प्रकाश फैला रहे हैं. मोदी के संबोधन के साथ ही काशी के 84 घाट, 15 लाख दीयों से रोशन हो गए. पीएम मोदी इसके बाद सारनाथ पहुंचे और यहां लेजर शो की शुरुआत की.
शहीदों को किया नमन, चीन को दी चेतावनी, ‘लोकल फॉर वोकल’ का लगवाया नारा
इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शहीदों को नमन किया, साथ ही चीन को चेतावनी देते हुए कहा कि सीमा पर घुसपैठ की कोशिशें हों, विस्तारवादी ताकतों का दुस्साहस हो, या देश के भीतर देश को तोड़ने वाली साजिशें हों, भारत आज सबका जवाब दे रहा है और मुंहतोड़ जवाब दे रहा है. इसके साथ ही देश अब गरीबी, अन्याय और भेदभाव के अंधकार के खिलाफ भी बदलाव के दीये जला रहा है. लोकल फॉर वोकल का नारा लगवाते हुए पीएम ने कहा कि देश आज लोकल के लिए वोकल हो रहा है. प्रधानमंत्री ने कहा कि इस बार के पर्व, इस बार की दीपावली जैसे मनाई गई, जैसे देश के लोगों ने लोकल प्रोडक्ट और लोकल गिफ्ट्स के साथ अपने त्योहार मनाए वो वाकई प्रेरणादाई है. ये सिर्फ त्योहार के लिए नहीं, ये हमारी जिंदगी का हिस्सा बनने चाहिए.
गुरु नानक ने अपना पूरा जीवन ही गरीब, शोषित, वंचित की सेवा में समर्पित किया
अपने संबोधन में नरेंद्र मोदी ने गुरुनानक देव को भी याद किया. पीएम मोदी ने कहा कि गुरु नानक ने अपना पूरा जीवन ही गरीब, शोषित, वंचित की सेवा में समर्पित किया था. काशी का गुरुनानक देव से आत्मीय संबंध भी रहा है. गुरुनानक देव ने लंबा समय काशी में व्यतीत किया था. काशी का गुरुद्वारा उस दौर का साक्षी है, जब गुरुनानक जी पधारे थे और नई राह दिखाई थी. आज हम रिफॉर्म्स की बात करते हैं, लेकिन समाज और व्यवस्था में रिफॉर्म के बहुत बड़े प्रतीक तो गुरुनानक थे. जब समाज हित, राष्ट्र हित में बदलाव होते हैं तो जाने-अनजाने विरोध के स्वर जरूर उठते हैं. जब उन सुधारों की सार्थकता सामने आने लगती है तो सब ठीक हो जाता है. यही सीख हमें गुरुनानक जी के जीवन से मिलती है.