Beniwal’s open offer to the pilot: राजस्थान में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव में अब आठ माह से भी कम का समय शेष है. ऐसे में सभी राजनीतिक पार्टियां और प्रत्याशी अपने जनाधार को मजबूत करने के लिए जोड़-तोड़ का गणित भी बनाने में लग गए है. राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के मुखिया व नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल भी अपनी पार्टी का जनाधार बढ़ाने की जुगत में लग गए है. सांसद बेनीवाल ने बीते दिन एक बार फिर से पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को कांग्रेस छोड़कर नई पार्टी बनाने की सलाह दी है. इसके साथ ही सांसद बेनीवाल ने कहा कि पायलट अगर नई पार्टी बनाते हैं तो हम उनसे गठबंधन करेंगे.
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के मुखिया और सांसद हनुमान बेनीवाल ने पूर्व पीसीसी चीफ व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट को एक बार फिर से कांग्रेस छोड़कर नई पार्टी बनाने की सलाह दी है. बेनीवाल ने कहा की मैंने तो पहले भी कहा था कि सचिन पायलट अगर नई पार्टी बनाते हैं तो हम उनसे गठबंधन करेंगे. मैं तो चाहता हूं, सचिन पायलट का जिस तरह कांग्रेस में बार-बार अपमान हो रहा है, उन्हें कांग्रेस छोड़ देनी चाहिए. मैं पायलट को कहता हूं कि आप अलग पार्टी बनाएं, पायलट अगर नई पार्टी बनाते हैं तो इसका जबरदस्त माहौल बनेगा, इसका प्रभाव होगा.
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सांसद बेनीवाल ने आगे कहा कि पायलट अगर नई पार्टी बनाते है तो प्रदेश में कांग्रेस-बीजेपी बहुत पीछे चली जाएगी. हम उनके साथ फिर गठबंधन कर सकते हैं. पायलट के पार्टी बनाने से कांग्रेस की फूट का फायदा मिलेगा, बीजेपी में भी फूट है, उसका भी फायदा होगा. इसके साथ ही बेनीवाल ने कहा कि सचिन पायलट के पिता तो कांग्रेस में बहुत बड़े नेता थे. उन्होंने केंद्र में मंत्री से लेकर बड़े पदों पर काम किया. पायलट खुद भी केंद्र में मंत्री, प्रदेश में डिप्टी सीएम रहे. हम लोगों ने नई पार्टी RLP बनाई, हमारा तो कोई बड़ा राजनीतिक बैकग्राउंड ही नहीं था, हम तो कभी सत्ता में नहीं रहे. पिछले 40 साल का सफर हम तो विपक्ष में रहकर ही लड़ते रहे हैं.
सांसद बेनीवाल ने कहा की बीजेपी और कांग्रेस दोनों में फूट है. बीजेपी में 12 से 13 नेता मुख्यमंत्री के दावेदार हैं. हर कोई नेता बीजेपी में सीएम बना हुआ है. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर निशाना साधते हुए सांसद बेनीवाल ने कहा कि अब पूर्व सीएम वसुंधरा राजे का भी राजस्थान में प्रभाव नहीं रहा है. राजे का प्रभाव होता तो पिछली बार भी वे थीं, रिजल्ट क्या रहा, सबके सामने है. पिछले चुनाव में कई सीटों पर मैंने भी बीजेपी की मदद की थी, इस बार बीजेपी की राह बिल्कुल भी आसान नहीं है.
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सांसद बेनीवाल ने आगे कहा की राजस्थान में बीजेपी और कांग्रेस को रोकने के लिए हम काम करेंगे. कांग्रेस और बीजेपी से आरएलपी का कोई गठबंधन नहीं होगा. हम प्रदेश की सभी 200 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे. कांग्रेस, बीजेपी के खिलाफ जो भी दल लड़ रहे हैं, राजस्थान में जिसका जैसा प्रभाव है, उससे हम गठबंधन पर विचार करेंगे. राजस्थान में अलग-अलग इलाकों में कई दलों का प्रभाव है. कई जगह ट्राइबल पार्टी का प्रभाव है. कई जगह बसपा तो कोई दूसरी पार्टियां भी हैं. गठबंधन पर विचार हो सकता है.
बता दें, सांसद हनुमान बेनीवाल इससे पहले भी सचिन पायलट को नई पार्टी बनाने की सलाह दे चुके हैं. अब कांग्रेस की आपसी खींचतान के बीच बेनीवाल ने पायलट को नई पार्टी बनाने पर साथ देने का ऑफर देकर फिर सियासी हलकों में चर्चाएं शुरू कर दी है. राजनीतिक पंडित बेनीवाल के बयान को रणनीति से जोड़कर देख रहे हैं. राजनीतिक पंडितों के मानना है कि हनुमान बेनीवाल अपनी पार्टी का विस्तार करने और वोट शेयर बढ़ाने के लिए मजबूत गठबंधन साथी की तलाश में है. बीते दिनों सांसद बेनीवाल के एक निजी कार्यक्रम में आप प्रमुख व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, आप से पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शिरकत की थी इसके बाद से यह भी कयास लगाए जा रहे है कि बेनीवाल अपनी पार्टी आरएलपी का गठबंधन आप के साथ भी कर सकते है. आगामी समय में किसके साथ मिलकर बेनीवाल चुनाव लड़ेंगे यह अभी भविष्य के गर्थ में है लेकिन यह तय है कि सांसद बेनीवाल आगामी विधानसभा चुनाव में बीजेपी व कांग्रेस का बड़ा नुकसान करेंगे.