NCP प्रमुख शरद पवार ने अडानी मामले में सहयोगी दल कांग्रेस से विपरीत दिया बयान, पवार ने कहा- जेपीसी से सच्चाई नहीं आएगी सामने, दरअसल अडानी ग्रुप पर हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद कांग्रेस केंद्र पर है हमलावर, वहीं उसकी सहयोगी एनसीपी की राय इस मामले में है अलग, एनसीपी चीफ शरद पवार ने अपने बयान में गौतम अडानी का समर्थन करते हुए कहा- एक इंडस्ट्रियल ग्रुप को टारगेट किया गया, इस मामले में संयुक्त संसदीय समिति की जांच की मांग है व्यर्थ, JPC की मांग हमारे सभी साथियों ने की, ये बात सच है मगर हमें लगता है कि JPC में 21 में से 15 सदस्य सत्ताधारी पार्टी के होंगे, यहां ज्यादातर लोग सत्ताधारी पर्टी के हों वहां देश के सामने सच्चाई कहां तक आएगी, पवार ने एक टीवी न्यूज चैनल से बातचीत में कहा- हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को आवश्यकता से अधिक तूल दिया गया और इस मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट कमिटी से ही कराई जानी चाहिए, वह महाराष्ट्र में अपने सहयोगी दल के विचारों से नहीं है सहमत, इससे पहले भी शरद पवार ने कहा था कि- जब देश में इस तरह के मुद्दे उठते हैं तो हो जाता है हंगामा, इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ती है, इसका असर पड़ता है देश की अर्थव्यवस्था पर, ऐसी चीजों को बिल्कुल भी नहीं किया जा सकता है नजरअंदाज