कोटा को स्मार्ट सिटी बनाया गया लेकिन जोधपुर को नहीं, इसकी पूर्ति की जिम्मेदारी अब धारीवाल की- सीएम गहलोत

जोधपुर को स्मार्ट सिटी में भी शामिल नहीं किया, इसका कारण मैं आज तक नहीं समझ पाया, इस तरह जोधपुर के साथ अन्याय हुआ है, केन्द्र सरकार और पिछली सरकार ने जोधपुर के साथ अन्याय किया, अब धारीवाल जी केन्द्र सरकार से बात करें- सीएम गहलोत

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Politalks.News/Rajasthan. शिक्षा नगरी के नाम से मशहूर हो चुके कोटा शहर के लिए सोमवार का दिन बेहद खास रहा. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लगभग 1,058 करोड़ के विकास कार्यों का अपने निवास स्थान से ऑनलाइन शिलान्यास किया. विकास कार्यों के शिलान्यास के साथ ही कोटा में पशुपालकों के लिए लाई जा रही देव नारायण योजना के पोस्टर का भी विमोचन मुख्यमंत्री गहलोत द्वारा किया गया. इस दौरान सीएम गहलोत ने जोधपुर को स्मार्ट सिटी में शामिल नहीं करने के लिए पूर्व सीएम वसुंधरा राजे और केन्द्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया. सीएम गहलोत ने कहा कि जोधपुर को स्मार्ट सिटी में शामिल नहीं किया, इसका कारण मैं आज तक नहीं समझ पाया हूं. इस तरह जोधपुर के साथ अन्याय हुआ है. केन्द्र सरकार और पिछली सरकार ने जोधपुर के साथ अन्याय किया है. अब धारीवाल जी जोधपुर की ओर भी ध्यान देंगे तो अच्छा होगा.

लोकार्पण समारोह को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी के कारण देश और प्रदेश की अर्थव्यवस्था के मुश्किल समय में भी राजस्थान में विकास का माहौल बना हुआ है. राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के दौरान सभी को मुश्किलें आईं और कुछ कार्यों की गति धीमी रही, लेकिन प्रदेश में बेहतर प्रबंधन कर राज्य सरकार ने विकास को रूकने नहीं दिया. मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि महामारी के कारण पूरा देश कठिन दौर से गुजर रहा है और हमें इसी माहौल में विकास को निरंतर गति देनी है. सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि राज्य के सभी जिलों में विकास योजनाओं और कार्यक्रमों का योजनाबद्ध क्रियान्वयन हो और आम जनता को सुविधाओं का तय समय पर लाभ मिल सके.

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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पिछली भाजपा सरकार पर जोधपुर के साथ अन्याय करने का आरोप लगाते हुए कहा कि नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल ने कोटा का नक्शा ही बदल दिया है. जब धारीवाल पहली बार मंत्री बने तब से ही बेहतरीन कार्य किए गए. कोरोना के दौर में भी कोटा में इतने कार्य धारीवाल के प्रयासों से हो पा रहे हैं. सीएम गहलोत ने कहा, जो आर्किटेक्ट कोटा की योजनाओं के बारे में बता रहे हैं वे भी कोटा के लिए ही समर्पित हैं. कोटा के विकास की तुलना यूरोप से कर रहे हैं. इन्हें कभी जोधपुर लेकर भी आएं. अब धारीवाल जोधपुर की ओर भी ध्यान देंगे तो अच्छा होगा. जोधपुर को स्मार्ट सिटी में भी शामिल नहीं किया. इसका कारण आज तक नहीं समझ पाया हूं. इस तरह जोधपुर के साथ अन्याय हुआ है. केन्द्र सरकार और पिछली सरकार ने जोधपुर के साथ अन्याय किया है. इसकी पूर्ति की जिम्मेदारी अब धारीवाल जी की है, ये केन्द्र सरकार से बात करें. इस पर मंत्री शांति धारीवाल ने कहा, वे टीम के साथ जोधपुर जाएंगे और तीन दिन वहीं रहकर विकास की योजनाओं की संभावना तलाशेंगे.

मुख्यमंत्री आवास से ऑनलाइन आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान निम्न योजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया गया-
1. अन्टाघर सर्किल पर अण्डरपास एवं सौंदर्यकरण – 25.00 करोड़ रुपए
2. एरोड्रोम सर्किल पर अण्डरपास एवं सांन्दर्यकरण – 50.00 करोड़ रुपए
3. झालावाड़ रोड़ पर सिटी मॉल के सामने एलिवेटेड रोड – 55.00 करोड़ रुपए
4. गोबरिया बावड़ी सर्किल पर अण्डरपास एवं सौन्दर्यकरण – 25.00 करोड़ रुपए
5. अनन्तपुरा तिराहा पर फ्लाईओवर का निर्माण – 70.00 करोड़ रुपए
6. इन्दिरा गांधी तिराहा पर फ्लाईओवर का निर्माण – 70.00 करोड़ रुपए
7. आई.एल.कैम्पस में सिटी पार्क (ऑक्सीजॉन) का विकास – 80.00 करोड़ रुपए
8. मल्टीपरपज स्कूल, गुमानपुरा में पार्किंग का निर्माण – 21.00 करोड़ रुपए
9. जयपुर गोल्डन ट्रांसपोर्ट कंपनी में पार्किंग का निर्माण – 25.00 करोड़ रुपए
10. जे.के. क्रिकेट पैवेलियन में स्पोर्टस कॉम्पलेक्स – 25.00 करोड़ रुपए
11. चम्बल रिवर फ्रंट का विकास – 307.00 करोड़ रुपए
12. देव नारायण नगर योजना का विकास – 300.00 करोड़ रुपए
13. वरिष्ठ नगर नियोजक कोटा कार्यालय भवन का लोकार्पण – 3.14 करोड़ रुपए

लोकार्पण कार्यक्रम के दौरान देवनारायण नगर एकीकृत आवासीय योजना के पुस्तिका तथा इन्दिरा रसोई योजना के पोस्टर का विमोचन भी किया गया. कार्यक्रम में नगरीय विकास मंत्री श्री शांति धारीवाल, मुख्य सचिव श्री राजीव स्वरूप, अति. मुख्य सचिव वित्त श्री निरंजन आर्य, प्रमुख शासन सचिव नगरीय विकास श्री भास्कर ए सावंत, निदेशक स्थानीय स्वायत्त शासन श्री भवानी सिंह देथा, आयुक्त सूचना एवं जनसम्पर्क श्री महेन्द्र सोनी, नगरीय विकास विभाग के मुख्य अभियंता सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे.

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