राजस्थान की राजनीति से जुडी बड़ी खबर, विधानसभा में 6 विधायकों के खिलाफ सत्ता पक्ष लाया निलंबन का प्रस्ताव, सदन में सत्ता पक्ष की ओर से इंदिरा गांधी के बयान पर हंगामा करने के बाद बजट सत्र की कार्यवाही से निलंबित करने का रखा प्रस्ताव, गोविंद सिंह डोटासरा, रामकेश मीणा, हाकम अली खान, अमीन कागजी, जाकिर हुसैन गैसावत और संजय जाटव हुए निलंबित,वही निलंबन पर कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने दिया बड़ा बयान, कहा- पहले भाजपा सरकार के एक मंत्री द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इन्दिरा गांधी पर अमर्यादित टिप्पणी तथा इस पर माफी ना मांगने पर विरोध करने वाले कांग्रेस विधायकों को सदन से निलंबित करना, यह दिखाता है कि राजस्थान विधानसभा में भी लोकसभा तथा राज्यसभा जैसा तरीका अपनाया जा रहा है, जैसे वहां अपनी असफलताओं को छिपाने के लिए सांसदों को सस्पेंड किया जाता है वैसे ही यहां किया गया है, आखिर प्रश्नकाल में मंत्री को अपने जवाब के अलावा ऐसी टिप्पणी करने की क्या आवश्यकता थी? देश के लिए जान देने वाली नेता पर ऐसी ओछी मानसिकता से की गईं टिप्पणी बर्दाश्त नहीं की जाएगी, अशोक गहलोत ने आगे कहा- ऐसा लगता है कि पूरी सरकार ही बन गई है तमाशा, सरकार के पास एक साल का कोई काम गिनाने के लिए नहीं था इसलिए अभिभाषण पर इनकी असफलताएं उजागर करने वाला नेता प्रतिपक्ष का नहीं होने दिया भाषण, अब हमारे प्रदेशाध्यक्ष सहित दलित, पिछड़े, आदिवासी एवं अल्पसंख्यक वर्ग से आने वाले विधायकों को बजट सत्र से सस्पेंड कर दिया गया, कहीं ये बजट पर चर्चा से ध्यान भटकाने का ही तो प्रयास नहीं है?