Politalks.News/Delhi. राज्यसभा का एक ‘मिनी चुनाव’ होने वाला है. चुनाव आयोग ने आखिरकार 6 राज्यों की 7 सीटों के लिए उपचुनाव का ऐलान कर दिया है. चुनाव की घोषणा के साथ ही एक दिलचस्प राजनीति शुरु हुई है जिसमें क्षेत्रीय दलों ने भाजपा और कांग्रेस को भाव नहीं देते हुए अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. दोनों ही दल देखते ही रह गए. दरअसल तमिलनाडु की तीन सीटें खाली थीं, जिनमें से एक सीट पर पिछले दिनों चुनाव कराया गया. बची हुई दो सीटों के लिए चुनाव की तारीखों का ऐलान हुआ है. इसके अलावा महाराष्ट्र, असम, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश और पुड्डुचेरी की एक एक सीट के लिए 15 सितंबर को चुनाव की अधिसूचना जारी होगी. अधिसूचना जारी होने के साथ ही नामांकन शुरू होगा, जो 22 सितंबर तक चलेगा और अगर जरूरत पड़ी तो चार अक्टूबर को मतदान होगा. उसी दिन शाम में नतीजे आएंगे.
राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन शुरू होने से पहले ही कांग्रेस और भाजपा को छोड़ कर क्षेत्रीय पार्टियों ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. तमिलनाडु की दोनों सीटें अन्ना डीएमके सांसदों के विधायक बन जाने की वजह से खाली हुई हैं. अन्ना डीएमके विधायक केपी मुन्नुस्वामी और आर वैद्यलिंगम ने दो मई को विधानसभा के नतीजे आने के बाद इस्तीफा दे दिया था. इनमें से एक सीट कांग्रेस को मिलने की संभावना थी लेकिन डीएमके ने दोनों सीटों से अपने उम्मीदवार के नाम घोषित कर दिए हैं. डीएमके ने कनिमोझी एनवीएम सोमू और केआरएन राजेश कुमार को उम्मीदवार बनाया है. तमिलनाडु से सटे पुड्डुचेरी में ऑल इंडिया एनआर कांग्रेस ने भाजपा के सहयोग से सरकार बनाई है. बड़ी पार्टी होने के नाते सीट पर दावा ऑल इंडिया एनआर कांग्रेस का है. दोनों पार्टियां साझा सहमति से इस बारे में फैसला करेंगी.
यह भी पढ़ें- कभी गुदगुदाते, कभी फटकारते सपने दिखाते बोले गडकरी- जब ससुर के घर पर चलवा दिया था बुल्डोजर
तमिलनाडु की दोनों सीटों पर डीएमके के अपना उम्मीदवार उतारने के बाद कांग्रेस को एकमात्र सीट महाराष्ट्र में मिलेगी. यह सीट कांग्रेस सांसद राजीव सातव के निधन से खाली हुई है. इस सीट से मुकुल वासनिक के नाम की चर्चा है और साथ ही गुलाम नबी आजाद के नाम की भी चर्चा है. भाजपा के खाते में दो सीटें जाएंगी. उसके वरिष्ठ नेता थावरचंद गहलोत ने कर्नाटक का राज्यपाल नियुक्त होने के बाद अपनी सीट से इस्तीफा दे दिया था. इस सीट भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के नाम की चर्चा है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ उनका दोस्ताना भी पिछले दिनों काफी चर्चा में रहा था. हालही में दोनों ‘ये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे….’ गाते हुए देखे गए थे. बात करें असम में विश्वजीत डिमरी के विधायक बन जाने से यह सीट खाली हुई है. यह सीट पूर्व मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल को मिलेगी. सोनोवाल केंद्र सरकार में मंत्री हैं और उनको छह महीने के भीतर संसद के किसी सदन का सदस्य बनना होता है.
यह भी पढ़ें- कांग्रेस विधायक ने थामा ‘कमल’, दिल्ली ‘तलब’ रावत बोले- जनता समझदार BJP को पड़ेगा भारी
पश्चिम बंगाल में दो सीटें खाली थीं, जिनमें से एक सीट पर पिछले दिनों चुनाव हुआ था, जिस पर ममता बनर्जी ने पूर्व आईएएस अधिकारी जवाहर सरकार को उच्च सदन में भेजा था. दूसरी सीट मानस भुइंया के विधायक बन जाने से खाली हुई है और इस एक सीट के कई दावेदार थे लेकिन ममता ने पिछले महीने कांग्रेस छोड़ कर तृणमूल में शामिल हुईं महिला कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सुष्मिता देब को अपनी पार्टी का प्रत्याशी बना दिया है.