इंदौर में हुई 2 और लोगों की मौत के साथ कुल संक्रमित हुए 76, सीएम शिवराज ने ठाना कोरोना को है हराना

प्रदेश में कुल कोरोना संक्रमित हुए 99, निर्देशों का पालन न होने पर सीएम ने हटाया आयुक्त को, पिछले 24 घंटों में 12 से अधिक पॉजिटिव केस आए सामने आए, छोटे बच्चे भी हो रहे संक्रमण का शिकार, शिवराज प्रतिदिन ले रहे कार्यों की समीक्षा बैठक

Shivraj Singh Chouhan Cm Of Mp
Shivraj Singh Chouhan Cm Of Mp

पॉलिटॉक्स न्यूज/मध्यप्रदेश. यूं तो पूरे देश में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या दिनो-दिन तेजी से बढ़ती जा रही है लेकिन मध्यप्रदेश के अकेले इंदौर में यह संख्या 76 हो गई है जबकि पूरे प्रदेश में कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या 99 तक पहुंच गई है. प्रदेशभर को देखते हुए इंदौर में संख्या काफी ज्यादा है. प्रदेश में कोरोना से हुई कुल सात मौतों में से इंदौर में मरने वालों की संख्या पांच है. बाकी दो उज्जैन और एक खरगोन के हैं. इसके अलावा 675 लोग क्वारेंटाइन बताए जा रहे हैं. बताया यह भी जा रहा है कि इंदौर में कोरोना वायरस का संक्रमण बढ़ने की बड़ी वजह यहां से कुछ लोग तब्लीकी जमात के कार्यक्रम में शामिल होकर आए थे और उसी कारण यहां संक्रमण फैल रहा है.

कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के चलते गुरुवार को इंदौर में दो और लोगों की मौत हो गई और भर्ती मरीज़ों में से 6 की हालत गंभीर बनी हुई है. दोनों में से एक मृतक मोती तबेला इलाके का रहने वाला था. इससे कुछ देर पहले ही 65 साल की एक महिला की सुबह मौत हुई. उनका कई दिनों से शहर के एमआर टीबी अस्पताल में इलाज चल रहा था. बता दें, बुधवार को भी यहां 12 पॉजिटिव मरीज सामने आए थे.

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इंदौर में बुजुर्ग ही नहीं बल्कि छोटी आयु के बच्चों में भी कोरोना पॉजिटिव के केस सामने आ रहे हैं. बुधवार को एक ही परिवार के तीन बच्चे पॉजिटिव मिले जिसकी उम्र 3 साल, 5 साल और 8 साल बताई जा रही है. देश में छोटे बच्चों में कोरोना वायरस के मामले पहली बार इंदौर में सामने आए हैं. मुनासिब है कि इन बच्चों को अपने परिवार से संक्रमण लगा है. सतर्कता बरतते हुए भोपाल, इंदौर सहित कई जिलों में कर्फ्यू लगाया हुआ है जबकि सभी शहरों में धारा 144 जारी है.

वहीं कोरोना वायरस के नए पॉजिटिव मरीज सामने आने पर इंदौर प्रशासन द्वारा इन मरीजों के 5 घरों को एपिसेंटर घोषित किया है. इन घरों से व्यवहारिक दूरी के क्षेत्र को कंटेनमेंट एरिया भी घोषित किया गया है. अब इंदौर में कंटेनमेंट क्षेत्रों की कुल संख्या 26 हो गई है. इन क्षेत्रों के सभी घरों का सर्वे निर्धारित प्रपत्र में प्रशासन की टीम द्वारा अनिवार्य रूप से किया जाएगा.

कोरोना के विरुद्ध लड़ाई में मध्यप्रदेश सरकार पूरी तरह से सक्रिय है. शिवराज सिंह ने जब से मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है वे कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए हर दिन दोपहर बाद प्रतिदिन हो रहे काम की समीक्षा कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि इंदौर में बिगड़ती स्थिति और पूरे प्रदेश में पर्याप्त संशाधन उपलब्ध कराने के निर्देशों का समय पर पालन नहीं हो रहा था. जिसके चलते समीक्षा बैठक के दौरान दिए ताजा आंकड़ों में गड़बड़ी के कारण नाराज मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य आयुक्त प्रतीक हजेला को हटाने के निर्देश दे दिए. इसके एक घंटे के भीतर ही मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव फैज अहमद किदवई को इस पद का प्रभार भी सौंप दिया गया. खुद शिवराज सिंह भी इस बात को मान रहे हैं कि ये इंदौर के भीड़भाड़ वाले इलाके हैं जहां घनी आबादी है. यही वजह है कि कोरोना वायरस तेजी से इंदौर को अपनी चपेट में ले रहा है.

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हारेगा कोरोना – जीतेगा इंदौर

इसके चलते मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर के लोगों से लाॅकडाउन का पालन और प्रशासन का सहयाेग करने की अपील की है. सीएम ने कहा कि इंदौर दुनिया का अद्भुत शहर है, यहां कोरोना हारेगा, इंदौर जीतेगा. इंदौर और वहां के निवासियों के लिए हम सख्ती करेंगे, जो लोग पॉजिटिव हैं, उनको और उनके परिजनों को क्वारेंटाइन करेंगे. आप घरों में रहें और प्रशासन का सहयोग करें. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा यह बड़ा संकट है, लेकिन हमारा हौसला उससे बड़ा है, कोई कष्ट हो तो माफ करिए. सीएम शिवराज ने आगे कहा कि दिल्ली में तब्लीगी जमात में भाग लेने वाले प्रदेश के नागरिकों को चिह्नित कर क्वारेंटाइन में रखने की व्यवस्था की जाए. जानकारी मिली है कि जमात में प्रदेश से भी 100 से अधिक व्यक्ति शामिल हुए थे, इसलिए हमें पूरी तरह सजग रहने की जरूरत है.

प्रदेश में कोरोना पर नियंत्रण के लिए जांच, उपचार और आइसोलेशन की सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई हैं. निचले स्तर तक इसके इलाज के लिये अस्पताल चिन्हांकित किए गए हैं. उपार्जन को फिलहाल स्थगित करते हुए नए शेड्यूल के अनुरूप व्यवस्था की जा रही है. खेतों में फसल कटाई कार्य में कोई व्यवधान न हो, इसके लिए भी आवश्यक व्यवस्थाएं की गई हैं. हार्वेस्टर्स के परिवहन को कहीं रोका नहीं जाएगा. राज्य सरकार ने किसानों को आश्वस्त किया कि वे निश्चिंत रहें, कतई चिंतित न हों, उनका पूरा गेहूं खरीदा जाएगा. अन्य उत्पादन खरीदने की व्यवस्था भी राज्य सरकार करेगी. राज्य सरकार ने स्थानीय प्रशासन को दूध, आटा और अन्य सभी आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए हैं.

राज्य के गरीब परिवारों को एक माह का राशन नि:शुल्क प्रदान किया जा रहा है. सहरिया, बैगा और भारिया जनजाति के परिवारों को दो माह की एडवांस सहायता राशि भेजी जा रही है. श्रमिकों को एक हजार रुपए की सहायता दी जा रही है. किरायेदारों से मकान मालिकों द्वारा अभी किराया नहीं लिये जाने के निर्देश दिए गए हैं. फैक्ट्री श्रमिकों को भी वेतन और मानदेय देने के निर्देश दिये गये हैं. राज्य सरकार ने जांच, उपचार और आइसोलेशन के पूर्ण प्रबंध किये हैं.

राज्य सरकार की जानकारी के अनुसार, करीब 52 लाख विद्यार्थियों के खातों में विभिन्न छात्रवृति योजनाओं की 430 करोड़ रुपये की राशि ट्रांसफर की जा चुकी है. मध्यान्ह भोजन योजना में 66 लाख 27 हजार विद्यार्थियों के बैंक खातों में 117 करोड़ रुपये खाद्य सुरक्षा भत्ता भी ट्रांसफर कर दिया गया है. मध्यान्ह भोजन योजना के रसोइयों के लिए भी दो-दो हजार रुपए की राशि दे दी गई है. प्रोफेशनल टैक्स, संपत्ति कर, केसीसी (किसान क्रेडिट कार्ड) आदि की राशि जमा करने की तिथि बढ़ाकर 30 अप्रैल कर दी गई है. मध्यप्रदेश भवन एवं संनिर्माण कर्मकार मंडल के 8 लाख 85 हजार 89 पंजीकृत निर्माण श्रमिकों के बैंक खाते में 88 करोड़ से अधिक की सहायता राशि ट्रांसफर की जा चुकी है.

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सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को मंत्रालय में एक उच्च-स्तरीय बैठक में निजामुद्दीन की मरकज से तबलीगी जमात में शामिल होकर प्रदेश में लौटे लोगों को सभी के हित में क्वारेंटाइन में रखे जाने के संबंध में जानकारी प्राप्त की और निर्देश दिये कि भोपाल के अलावा अन्य जिलों से भी जमात में शामिल हुए लोगों की ट्रैवल हिस्ट्री प्राप्त की जाए और उसके मुताबिक एहतियाती कदम भी उठाए जाएं. उन्होंने कहा कि दिल्ली में संक्रमण की स्थिति के मद्देनजर दिल्ली से वापस मध्यप्रदेश पहुंचने वाले लोगों के संबंध में ऐहतियात बरतना जरूरी है.

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उन्होंने जानकारी दी कि तबलीगी जमात में शामिल प्रदेश के 107 नागरिकों की सूची प्राप्त हुई थी जिनमें से 67 नागरिक क्वॉरेंटाइन किए जा चुके हैं. भोपाल और प्रदेश के अन्य जिलों में विदेशों से आए करीब 50 नागरिक भी क्वॉरेंटाइन के लिए भेजे जा रहे हैं. मुख्यमंत्री शिवराज ने आम जनता से लॉक डाउन का पूर्णतः पालन कराने, लोगों को घरों से ना निकलने और अपने परिवार को पूरा समय देने की सलाह दी है. साथ ही लक्ष्मण रेखा को न लांघने को कहा.

महिला डॉक्टर के परिवार में फैला कोरोना
एमवाय अस्पताल की जिस महिला डॉक्टर में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है, उसके संपर्क में आए 13 डॉक्टरों को भी क्वारेंटाइन कर दिया गया है. महिला डॉक्टर एमवाय अस्पताल की प्रसूति विभाग में पीजी की स्टूडेंट और झांसी की रहने वाली हैं. महिला डॉक्टर के झांसी में रह रहे उनके पति और परिवार के 3 सदस्य भी कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं. डॉक्टर 17 से 25 मार्च के बीच लखनऊ गयी थीं. आशंका है कि उसी दौरान वो कोरोना संक्रमण की शिकार हुईं. ये महिला जूनियर डॉक्टर तीन दिन से गर्भवती महिलाओं और नवजातों का इलाज कर रही थी.

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