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लोकसभा चुनाव के सातों चरणों के मतदान संपन्न होने के बाद अब हर कोई नतीजों के इंतजार में है. गली-मोहल्ले, नुक्कड़-चौराहे हर जगह बस यही चर्चा है कि दिल्ली में सत्ता पर आखिर कौन? हांलाकि अंतिम चरण के मतदान के बाद आया एग्जिट पोल का जिन्न अपने साथ ईवीएम का बवाल लेकर आ गया है. जिसके बाद से ही देश की सियासत में खासा हंगामा देखा जा रहा है. इसी को ध्यान में रखते हुए गृह मंत्रालयम ने सभी राज्यों को अलर्ट जारी किया है. जिसमें कल 23 मई को होने वाली मतगणना के दौरान हर हाल में कानून-व्यवस्था को बनाए रखने को कहा गया है.

जब से न्यूज चैनल्स व सर्वे एजेंसियों ने एग्जिट पोल जारी किए हैं तब से ही कई राजनीतिक पार्टियों की टेंशन बढ़ी हुई है. विपक्ष द्वारा ईवीएम की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े किए गए है. वहीं पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी भी ईवीएम सुरक्षा पर चिंता जता चुके हैं. इसी को ध्यान में रखते हुए गृह मंत्रालय ने सभी प्रदेशों के मुख्य सचिव और डीजीपी को अलर्ट जारी किया है. जिसमें कल 23 मई को मतगणना के दौरान हर हाल में कानून-व्यवस्था बनाए रखने को कहा है. इसके अलावा केंद्र शासित प्रदेशों को भी अलर्ट किया गया है.

बता दें कि आखिरी चरण के मतदान के बाद ईवीएम बदलने की कई खबरें आई थी. हांलाकि निर्वाचन आयोग द्वारा ऐसी किसी घटना से इनकार किया गया है. लेकिन विपक्ष लगातार ईवीएम सुरक्षा को लेकर आयोग पर सवाल खड़े कर रहा है. पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की टिप्पण की बाद तो विपक्ष की आवाज को और बल मिल गया. गृह मंत्रालयों को आशंका है कि देश के कई राज्यों में वोट काउटिंग के दिन दंगे भड़क सकते हैं. इसी को ध्यान में रखते हुए सभी राज्यों के मुख्य सचिव व डीजीपी को अलर्ट किया गया है.

गौरतलब है कि मतगणना से पहले ईवीएम को केंद्रीय सुरक्षा बलों के घेरे में रखा गया है. जहां कड़े सुरक्षा बंदोबस्त किए गए. हर हाल में कानून-व्यवस्था को बनाए रखने के लिए प्रदेशों को अलर्ट करने के साथ ही विशेष निर्देश जारी कर दिए गए है. ताकि समय रहते किसी भी घटना को रोका जा सके और निपटा जा सके. चूंकि मतदान के दौरान कई राज्यों से हिंसक घटनाओं की खबरें मिली थी. लेकिन मतगणना को लेकर खासी सतर्कता बरती जा रही है.

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