Hanuman Beniwal in Parliament. संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान हर रोज जनहित के नए नए मुद्दों को लेकर केंद्र सरकार को सचेत कर रहे राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सुप्रीमो व नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने मंगलार को लोकसभा में नियम 193 के तहत मादक द्रव्यों के सेवन की समस्या और इस सम्बन्ध में सरकार द्वारा उठाये गए कदमों से जुड़े विषय पर हुई चर्चा में भाग लिया. चर्चा में सांसद बेनीवाल ने देश में बढ़ते अवैध नशे के कारोबार और युवाओं में बढ़ती नशे की लत से जुड़े मामलों में गहरी चिंता व्यक्त की. सांसद हनुमान बेनीवाल ने सदन में कहा की नशीली दवाओं का दुरूपयोग और मादक द्रव्यों का सेवन देश के लिए बहुत बड़ी समस्या बन चुका है और इसे रोकने के लिए हमारे पास कई अनिवार्य कानून होने तथा मौजुदा कानूनों में कुछ कमियां तथा कार्यान्वयन की कमी के कारण मादक पदार्थो पर प्रभावी रूप से लगाम नहीं लगा पा रहे हैं, जो सरकारो तथा सिस्टम के लिए बहुत बड़ी चुनौती है.
इस दौरान सांसद हनुमान बेनीवाल ने मोदी सरकार से सवाल करते हुए कहा की माननीय सर्वोच्चय न्यायालय ने बचपन बचाओ आन्दोलन बनाम भारत संघ और अन्य में नशीली दवाओं के दुरूपयोग के सम्बन्ध में मादक द्रव्यों के सेवन पर एक राष्ट्रीय कार्य योजना बनाने तथा नशीली दवाओं के दुरूपयोग से प्रभावित बच्चो को परामर्श और पूर्नवास की आवश्यकता को लेकर जो सुझाव दिए थे, उसके क्रियान्वयन के लिए सरकार ने अब तक क्या किया? सांसद बेनीवाल ने बताया कि वर्ष 2018 के दौरान एनडीडीटीसी, एम्स नई दिल्ली के माध्यम से भारत में नशीले पदार्थो की प्रमात्रा और पेर्टन पर किये गए राष्ट्रीय सर्वेक्षण के हवाले से कहा की 10 से 17 वर्ष आयु के बच्चों द्वारा विभिन्न नशीले पदार्थो का किये जाने वाले सेवन से जुड़े जो आंकड़े सामने आये वो बहुत चिंताजनक हैं.
इसके साथ ही सांसद हनुमान बेनीवाल ने राजस्थान के हनुमानगढ़ में नशे की लत के आदि युवा और पालम तथा त्रिपुरा राज्य के नशे के आदि युवा द्वारा उसके परिवार की हत्या कर देने से जुड़े मामलों का उदाहरण देते हुए सदन में कहा छीना झपटी, डकैती और चोरी सहित कई गंभीर अपराध और वारदातें भी नशे के कारण ही बढ़ रही हैं. यही नहीं सांसद हनुमान बेनीवाल ने विभिन्न समाचार पत्रों के हवाले से सदन में कहा की आए दिन समाचार पत्रों में देश के बन्दरगाहों में सीज़र की खबरें आती है लेकिन इसके बाद किन दोषियों पर क्या कार्यवाही होती है, इसकी कोई खबर नहीं आती. बेनीवाल ने राजस्थान का उदाहरण देते हुए कहा की केवल राजस्थान में ही विगत 3 वर्षों में नारकोटिक्स से जुड़े 45.42 प्रतिशत मामले बढ़ गए हैं.
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सांसद हनुमान बेनीवाल ने राजस्थान के सीमावर्ती जिलों गंगानगर और हनुमानगढ़ में बढ़ रही तस्करी का उदाहरण देते हुए कहा की यह प्रतीत होता है कि अंतर-राज्यीय ड्रग तस्करी आज चरम पर है और राजस्थान के युवा बहुत तेज़ी से सिंथेटिक ड्रग्स जिसमे एमडी भी आता है, की चपेट में आते जा रहे हैं, जो हमारे भविष्य को खतरे में डाल रहा है लेकिन दुख से बताना पड़ रहे है कि इस समय पूरे प्रदेश में अन्य ड्रग्स की तुलना में सिंथेटिक ड्रग्स की बड़ी खेप पहुंच रही है जो पंजाब से लेकर महाराष्ट्र तक स्मगल हो रही है. इसलिए देश के युवाओं को नशे से बचाना बहुत बड़ी चुनौती है जिस पर सरकार को गंभीरता से आवश्यक कदम उठाने ही पड़ेंगे.
भाजपा करे शुरुआत, कांग्रेस करे अनुसरण
इसके साथ ही सांसद हनुमान बेनीवाल बड़ा बयान देते हुए कहा कि राजनैतिक दलों को टिकट देते समय यह सुनिश्चित करना होगा की वो नशे के कारोबार में संलिप्त लोगो को टिकट नहीं दें. बेनीवाल ने कहा कि भाजपा इसकी शुरुआत करे उसके बाद कांग्रेस उसका अनुसरण करे. वहीं सांसद बेनीवाल ने एक बार फिर राजस्थान की मौजूदा कांग्रेस सरकार के मंत्रियों और विधायकों का नाम लिए बगैर कहा की एक दर्जन से अधिक नेता अवैध बजरी,नशे सहित कई अवैध कारोबारो में संलिप्त है.