लगता है कि भारतीय जनता पार्टी गुजरात विधानसभा को विपक्ष विहीन करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है. 182 सदस्यों वाली गुजरात विधानसभा में विपक्ष की उपस्थिति पहले से ही कम थी जो केवल 15 महीनों में घटती जा रही है. 2022 के विधानसभा चुनाव में विपक्ष की ओर से जीतकर आए विधायकों की संख्या 26 थी जो अब घटकर 22 रह गयी है. इसमें सबसे अधिक नुकसान कांग्रेस पार्टी को हुआ है जिसके तीन विधायक पार्टी छोड़ गए हैं. आप का भी एक विधायक पार्टी का साथ छोड़ चुका है. इसी कड़ी में लोकसभा चुनाव से ऐन वक्त पहले गुजरात में कांग्रेस को एक ही दिन में दो बड़े झटके लगे हैं.
गुजरात के दो बड़े नेताओं ने पार्टी की सदस्यता छोड़ बीजेपी का दामन थाम लिया है. इनमें से एक पोरबंदर से वर्तमान विधायक और दूसरे किसानों के बड़े नेता एवं पूर्व विधायक हैं. अब वर्तमान विधायक के विधायकी से इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस के गुजरात में केवल 14 विधायक रह गए हैं.
गुजरात कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और पोरबंदर से वर्तमान विधायक अर्जुन मोढवाडिया ने पार्टी और विधायकी दोनों से इस्तीफा दे दिया. मोढवाडिया ने विधानसभा अध्यक्ष शंकर चौधरी को इस्तीफा सौंपा. पोरबंदर से ताल्लूख रखने वाले अर्जुन मोढवाडिया करीब 40 साल कांग्रेस की पृष्ठभूमि से से जुड़े रहे. वे गुजरात के कांग्रेस प्रमुख और विधानसभा में विपक्ष के नेता भी रहे. 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में मोढवाडिया ने बीजेपी के कद्दावर बाबू बोखिरिया को हराया था.
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इससे पहले पूर्व विधायक और दिग्गज नेता अंबरीश डेर ने भी पार्टी छोड़ दी. अंबरीश डेर अमरेली की राजुला सीट पर 2017-22 तक विधायक (कांग्रेस) रहे थे. अंबरीश ने तब भाजपा के कद्दावर नेता हीरा सोलंकी को हराया था. हीरा, गुजरात में मंत्री परषोत्तम सोलंकी के छोटे भाई हैं. 2022 में गुजरात चुनाव से पहले अंबरीश को कांग्रेस का वर्किंग प्रेसिडेंट बनाया था. मंगलवार को मोढवाडिया और अंबरीश डेर ने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कर ली.
दोनों दिग्गजों ने राम मंदिर के उद्घाटन में न जाने के कांग्रेस के फैसले को पार्टी छोड़ने की वजह बताया. दोनों नेताओं ने पार्टी छोड़ने का ऐलान उस वक्त किया, जब तीन दिन बाद राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा गुजरात पहुंचने वाली है. इन दोनों से पहले दिसंबर में चिराग पटेल और जनवरी में सीजे चावड़ा ने विधायकी पद छोड़ा था. वर्तमान में गुजरात विधानसभा में कांग्रेस विधायकों की संख्या 14 रह गयी है. इनके अलावा, आम आदमी पार्टी के 4 विधायक और 4 विधायक अन्य से हैं. बीते साल आप के एक विधायक ने सदस्यता छोड़ दी थी. चंद पहले ही गुजरात में कांग्रेस के राज्यसभा मेंबर और पूर्व केंद्रीय मंत्री नारण भाई राठवा अपने सुपुत्र और कई समर्थकों के साथ बीजेपी में शामिल हो गए थे.