समर्थन मूल्य पर खरीद के लिए सरकारी प्रबंधन नाकाम, राइडर हटे और खरीद की जाए पूरी उपज- बेनीवाल

नागौर प्रदेश भर में मूंग उत्पादक जिलों में है सबसे अग्रणी, खरीफ फसल, मूंग कटाई के बाद लंबे समय तक सरकार ने समर्थन मूल्य पर खरीद प्रक्रिया को नहीं किया है शुरू, सरकारी तंत्र के समुचित प्रबंधन के अभाव के चलते किसानों को भुगतना पड़ रहा है इसका खामियाजा, किसानों को मजबूरी में औने पौने दामों पर बैचनी पड़ रही है अपनी उपज- हनुमान बेनीवाल

किसानों की आवाज बने बेनीवाल
किसानों की आवाज बने बेनीवाल

Hanuman Beniwal. राजस्थान सरकार द्वारा खरीफ की फसल में मूंग उड़द मूंगफली व सोयाबीन की सरकारी खरीद शुरू कर दी गई है. लेकिन मूंग व मुंगफली के खरीद के लिए बनाए गए खरीद केंद्रों बारदाने की कमी से लगातार किसान बेहद परेशान हो रहे हैं. ऐसे में नागौर सहित अन्य जिलों के किसानों ने अपनी फसल बेचने में हो रही परेशानी को लेकर जब नागौर सांसद एवं राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के मुखिया हनुमान बेनीवाल को अवगत करवाया. किसानों की समस्याओं के निराकरण को लेकर उचित कदम उठाते हुए सांसद हनुमान बेनीवाल ने अधिकारीयों के साथ साथ मंत्री से भी फ़ोन पर बात कर उचित निर्देश दिए. यही नहीं सांसद हनुमान बेनीवाल ने किसानों की इस आवाज को सदन में भी उठाने की बात कही.

मंगलवार को नागौर सांसद एवं राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के मुखिया हनुमान बेनीवाल ने नागौर सहित प्रदेश भर में समर्थन मूल्य पर मूंग व मुंगफली के खरीद के लिए बनाए गए खरीद केंद्रों व उप केंद्रों पर बारदाने की कमी से प्रभावित हो रही खरीद से किसानों के सामने आ रही समस्या को लेकर प्रदेश के सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना व राजफैड की प्रबंध निदेशक उर्मिला राजोरिया से दूरभाष पर वार्ता कर बारदाना की उपलब्धता शीघ्रता से करवाने का आग्रह किया. सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि, ‘नागौर जिले के मुंडवा में बनाए गए खरीद के उप केंद्र व मेड़ता, लाडनूं व नागौर सहित एक दर्जन से अधिक खरीद केंद्रों व उप केंद्रों में बारदाना उपलब्ध नहीं होने के कारण समर्थन मूल्य पर मूंग व मुंगफली बैचने के लिए रजिस्ट्रेशन करवा चुके किसान अपनी उपज नहीं बैच नही पा रहे हैं.’

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संसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि, ‘नागौर प्रदेश भर में मूंग उत्पादक जिलों में सबसे अग्रणी है. खरीफ फसल, मूंग कटाई के बाद लंबे समय तक सरकार ने समर्थन मूल्य पर खरीद प्रक्रिया को शुरू तक नहीं किया है. ऐसे में किसानों को मजबूरी में औने पौने दामों पर अपनी उपज बैचनी पड़ी और जो किसान शेष बचे उन्हे समर्थन मूल्य पर खरीद शुरू होने के बावजूद बारदाना की कमी के कारण दर दर भटकना पड़ रहा है.’ बेनीवाल ने कहा कि, ‘किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य मिल सके इस उद्देश्य से एमएसपी पर खरीद शुरू की जाती है. मगर सरकारी तंत्र के समुचित प्रबंधन के अभाव और रजिस्ट्रेशन हो जाने के बावजूद खरीद के आंकलन में कमी के कारण इस प्रकार की समस्या आती है जिसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ता है.’

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इस मुद्दे को लेकर सांसद हनुमान बेनीवाल ने एक के बाद एक कई ट्वीट भी किए. वहीं सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि, ‘मैं लोक सभा में समर्थन मूल्य पर खरीद की जाने वाली उपज पर लगे को राइडर हटाकर किसान की पूरी उपज खरीद करने का प्रावधान बनाने की मांग कर चूका हूं और आगामी सत्र में भी इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाऊंगा. किसानों की मुश्किलों का समाधान करना मेरे साथ साथ पार्टी कार्यकर्ताओं का भी फर्ज है. RLP सदैव किसानों, युवाओं, दलितों एवं पीड़ितों की आवाज को हर हाल में उठाने के लिए प्रतिबद्ध है.

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