Congress brought no-confidence motion against Shivraj Government. मध्यप्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस भाजपा की शिवराज सिंह सरकार को घेरने की कोई भी संभावना को कांग्रेस छोड़ना नहीं चाहती. इसलिए मध्य प्रदेश विधानसभा सत्र में कांग्रेस शिवराज सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आई है, जिस पर सदन में चर्चा जारी है. बुधवार देर रात तक सदन में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा जारी रहने की संभावना है. वहीं अब तक अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष में तीखी नोंक-झोंक देखने को मिली है. वहीं कांग्रेस की ओर पेश अविश्वास प्रस्ताव के दौरान कमलनाथ की गैरमौजदूगी का मुद्दा भी सदन में बहस और सियासी गलियारों में चर्चा का विषय रहा.
आपको बता दें कि अविश्वास प्रस्ताव के चलते कांग्रेस ने मंगलवार को व्हिप जारी कर अपने विधायकों को सदन में रहने के निर्देश दिए थे. इसके बाद से ही सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्षी दल कांग्रेस अपने अलग-अलग दावे कर रहे हैं. कांग्रेस ने 51 मुद्दों पर करीब 104 पन्ने का आरोप पत्र तैयार किया है. नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने विधानसभा अध्यक्ष को यह आरोप पत्र सौंपा है. इस अविश्वास प्रस्ताव में कांग्रेस जहां भाजपा सरकार को पूरी तरह गिराने के मूड में दिख रही है, वहीं भाजपा सरकार भी निश्चिंत नजर आ रही है. वहीं, कांग्रेस के अविश्वास प्रस्ताव पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने तंज कसा है. मिश्रा ने कहा कि, गोविंद सिंह जी को कमलनाथ जी के बारे में अविश्वास प्रस्ताव लाना था, लेकिन हमारे खिलाफ लेकर आ गए, फिर भी स्वागत है, हम हर सवाल का जवाब फ्लोर पर देंगे.
वहीं विपक्ष द्वारा सरकार के खिलाफ लाए गए 51 बिंदुओं के अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की शुरुआत नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने की. गोविंद सिंह ने सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि आज कलेक्टर और एसपी विधायकों का सम्मान नहीं कर रहे. आज प्रजातंत्र में से प्रजा रह गई और तंत्र हावी हो गया है. एक भी अधिकारी आज नियमों का पालन नहीं कर रहा. विपक्ष के किसी भी नेता के पत्र को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा. सिर्फ एक नेता नितिन गडकरी को छोड़कर कोई पत्र का जवाब नहीं देता. आज विपक्षी दल का अपमान किया जा रहा है. प्रमुख सचिव को फोन लगाओ तो फोन नहीं उठाते.
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यही नहीं नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने आगे कहा कि बीजेपी के विधायकों से 15-15 करोड़ के विकास कार्यों की सूची मांगी गई. हमने (विपक्ष) ने क्या अपराध किया है? विपक्ष के विधायक का क्या दोष है? नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि विकास कार्यों की पट्टिकाओं में कांग्रेस विधायकों के नाम नहीं लिखे जाते. इस तरह विपक्ष के विधायकों का अपमान किया जा रहा. डॉ. गोविंद सिंह ने आगे मुख्यमंत्री के प्रदेश में खराब सड़क का मुद्दा उठाते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के अधिकारियों के गड्डे में दफना देने वाले और टांग देने वाले बयान का जिक्र करते हुए शिवराज सिंह पर तंज कसा. इसके साथ नेता प्रतिपक्ष ने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष ने कोरोना काल में चिरायु अस्पातल को 70 करोड़ रूपए देने का मुदा उठाने के साथ महाकाल लोक में भष्टाचार का मुद्दा भी उठा .
वहीं विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर सरकार की तरफ से मोर्चा संभालते हुए गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को इतिहास पुरुष बता दिया. मिश्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में इतिहास बनाने का काम किया है. चर्चा के दौरान नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस पर हमलावर होते हुए किसानों की कर्ज माफी, बेरोजगारों को 4 हजार भत्ता देने के नाम पर धोखा देने का आरोप लगाते हुए कहा कि गुजरात की तरह ही मध्यप्रदेश में 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का हाल होगा और कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष बनाने के लायक भी नहीं रहेगी.
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यही नहीं नरोत्तम मिश्रा ने चर्चा के दौरान कमल नाथ के सदन में उपस्थित न रहने का मुद्दा भी उठाया. नरोत्तम मिश्रा ने कहा अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा महत्वपूर्ण चर्चा होती है इसमें भी कमल नाथ नहीं हैं. ये खुद अपने नेता प्रतिपक्ष पर अविश्वास है. कांग्रेस की सरकार में नक्सली घर में घुसकर हत्या कर देते थे, आज किसी नक्सली में दम नहीं है सिर उठा ले. पुलिस फोर्स नक्सलियों को मारती है लेकिन कांग्रेस के नेता हौसला अफजाई तक नहीं करते. सीएम शिवराज के आने के बाद डाकू गिरोह पूरी तरह खत्म हो गए. मिश्रा ने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस की दिग्विजय सरकार में जेल से डाकू भाग जाते थे. 21 हजार एकड़ जमीन माफियाओं से मुक्त कराकर गरीबों के आवास बना रहे हैं,
नरोत्तम मिश्रा ने आगे कहा कि कांग्रेस की सरकार में इनके मुख्यमंत्री पंचम तल से नीचे नहीं उतरते थे. गणेश विसर्जन के दौरान बच्चे डूब कर मर गए लेकिन नीचे नहीं उतरे. भ्रष्टाचार का तांडव था आपके (कांग्रेस) के समय में. 15 महीने में 15 हजार ट्रांसफर कर दिए थे. पुरुष महिला के ट्रांसफर तो हर सरकार में होते हैं लेकिन कमल नाथ सरकार में 46 कुत्तों के भी ट्रांसफर कर दिए गए. हर बार हमें वोट ज्यादा मिले, पिछले बार इन्हे सीट ज्यादा मिल गई. अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस और कमलनाथ पर तंज कसते हुए कहा कि सिंधिया के चेहरा दिखा करके वोट मांगे थे और भांवरें बुड्डे आदमी से पढ़ा दी. तो फिर तो क्या था इस दिल के टुकड़े हजार हुए, कोई यहां गिरा, कोई वहां गिरा और परखच्चे उड़ गए कांग्रेस सरकार के.
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वहीं अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी ने आरोप लगाते हुए कहा कि ये सरकार कर्ज लेकर विज्ञापन पर खर्च कर रही है. 40 करोड़ रुपए बीजेपी कार्यालय में कार्यकर्ताओं के खाने पर खर्च किए गए. 250 करोड़ विदेश यात्राओं पर खर्च किए गए, 10 अरब रुपए सरकारी विज्ञापन पर खर्च किए गए. जीतू पटवारी के आरोपों पर मंत्री ओपीएस भदौरिया भड़क गए और अपनी सीट से उठकर जीतू पटवारी की तरफ आगे आ गए. ओपीएस भदौरिया के व्यवहार पर विपक्ष ने आपत्ति जताई. स्पीकर ने भी ओपीएस भदौरिया के व्यवहार को गलत माना. नेता प्रतिपक्ष ने ओपीएस भदौरिया से खेद प्रकट करने की मांग की जिस पर संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने ओपीएस भदौरिया के व्यवहार पर खेद प्रकट किया.
वहीं कांग्रेस के अविश्वास प्रस्ताव को लेकर मंत्री भारत सिंह कुशवाह ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव को लेकर कांग्रेस पूरी तरह से फेल है. सदन में आज कांग्रेस की हालात खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे वाली हालत रही. सदन में कांग्रेस को कुछ जनहित के मुद्दे उठाने थे जिससे प्रदेश की जनता का भी भला हो उन्होंने सिर्फ सदन का समय खराब करने का काम किया है