लोकसभा में बजट सत्र से पूर्व आयोजित हुई सर्वदलीय बैठक में गुरुवार को राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के अध्यक्ष व नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने राजस्थान को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग दोहराई है. इस दौरान सांसद बेनीवाल ने खड़ी फसलों को भी प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के दायरे में सम्मिलित करने तथा फसल बीमा कंपनियों द्वारा किए जा रहे भ्रष्टाचार व किसानों को समय पर क्लेम नहीं देने से जुड़े विषय को प्रमुखता से रखा| बेनीवाल ने बजट सत्र में छोटे दलों को बोलने के लिए अधिक समय देने की पैरवी करते हुए समर्थन मूल्य पर खरीद का गारंटी कानून लाने एवं नियम 193 के तहत देश में बढ़ते नशे पर व्यापक रोकथाम और बढ़ती बेरोजगारी पर विशेष चर्चा कराने की मांग भी प्रमुखता से रखी.
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केंद्र की कार्य योजना में लें सांसदों से सुझाव
नागौर सांसद ने सर्वदलीय बैठक में अपनी अन्य मांगों पर भी सभी सांसदों का ध्यान खींचा. रालोपा सुप्रीमो ने केंद्र की योजनाओं का धरातल पर क्रियान्वयन करने के लिए कार्य योजना बनाते वक्त सांसदों से सुझाव लेने पर प्रमुखता से जोर दिया. उन्होंने कहा कि विश्व के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश में प्रधानमंत्री या वित्त मंत्री द्वारा सांसदों के साथ बजट पूर्व संवाद कार्यक्रम नहीं रखा जाता. ऐसे में जिस तरह सर्वदलीय बैठक ले रहे हैं, उसी तरह एक सर्वदलीय बैठक बजट से पहले लेते तो बजट के लिए भी कई महत्पूर्ण सुझाव हम भी देते और बजट पूर्व सांसदों के साथ संवाद से देश में सरकार के प्रति अच्छा संदेश जाता. हनुमान बेनीवाल ने एमपी लैड को बढ़ाकर 25 करोड़ रुपए वार्षिक करने, सांसदों की अध्यक्षता में बनाई दिशा, डीईसी जैसी समितियों को अधिक सशक्त बनाने सहित अन्य मुद्दे भी बैठक में रखे.
प्रयागराज में हुआ हादसा बहुत दुखद
महाकुंभ के दौरान संगम नदी के तट पर हुए हादसे पर सांसद हनुमान बेनीवाल ने दुख जताया. उन्होंने कहा कि प्रयागराज महाकुंभ विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन है. जो हादसा हुआ बहुत दुःखद था, न्यायिक जांच करवाना तो ठीक है लेकिन इतने बड़े आयोजन में ऐसी घटनाओं की पुनरावृति नहीं हो, इसकी सुनिश्चितता की जानी चाहिए.