नागौर से सांसद और RLP पार्टी के प्रमुख हनुमान बेनीवाल ने RPSC मामले पर दिया बयान, इस मुद्दे पर प्रदेश की भजनलाल सरकार पर बरसे बेनीवाल, कहा- 2006 के बाद से लेकर अब तक राजस्थान लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष रहे अधिकतर व्यक्तियों ने अपने चहेतों को अधिकारी बनाया और भारी भ्रष्टाचार किए, RPSC में व्याप्त संस्थागत भ्रष्टाचार ने इस पवित्र संस्था की साख का बंटाधार किया, एक अध्यक्ष सलाखों के पीछे भी गए, हाल ही में दो RPSC सदस्यों को गिरफ्तार किया गया और इस प्रकार की खबर भी अपने आप में यह प्रमाण है कि आखिरकार अपने चहेतों को अधिकारी बनाने के लिए इस संस्था में बैठे जिम्मेदार, सत्ता के संरक्षण में किस तरह भ्रष्टाचार कर रहे है, सांसद बेनीवाल ने आगे कहा- मैं मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को याद दिलाना चाहता हूँ कि भाजपा जब विपक्ष में थी तब RPSC से जुड़ी भर्तियों की जांच सीबीआई से करवाने की बात करती थी लेकिन सत्ता में आने के बाद इस बात को भुला दिया गया, ऐसे में समाचार पत्र में प्रकाशित इस RAS भर्ती सहित रीट व कुछ अन्य भर्ती प्रकरणों की जांच सीबीआई से करवाने की सिफारिश, राजस्थान सरकार को करनी चाहिए ताकि पर्दे के पीछे बैठकर युवाओं के सपनों का सौदा करने वाले मगरमच्छों की सच्चाई जनता के सामने आ सकें और 2006 के बाद से RPSC अध्यक्ष बने लोगों द्वारा अवैध रूप से अर्जित संपतियों की जांच के लिए एक आयोग का भी गठन सरकार को करना चाहिए