Sachin Pilot Big Statement: कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व छत्तीसगढ़ के प्रभारी सचिन पायलट आज अपने जयपुर स्थित सरकारी आवास पर पत्रकारों से रूबरू हुए. इस दौरान पायलट ने राहुल गांधी के लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष बनने, लोकसभा स्पीकर के चयन, नीट परीक्षा, अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी, छत्तीसगढ़ चुनाव, राजस्थान में विधानसभा उपचुनाव सहित अन्य विषयों पर अपनी बात रखी.
राहुल गांधी के नेता प्रतिपक्ष बनने से विपक्ष की उम्मीदें बढी
सचिन पायलट कांग्रेस नेता व रायबरेली से सांसद राहुल गांधी नेता प्रतिपक्ष बनाये जाने को लेकर कहा कि कांग्रेस वर्किंग कमेटी के प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए सोनिया गांधी ने राहुल गांधी को नेता प्रतिपक्ष के लिए नामांकित किया है. राहुल गांधी के नेता प्रतिपक्ष बनने से न केवल कांग्रेस में बल्कि पूरे इंडिया गठबंधन में ऊर्जा का संचार हुआ है. राहुल गांधी ने लगातार मोदी सरकार को चुनौती दी है. राहुल गांधी संसद के अंदर और संसद के बाहर लोगों की आवाज बने हैं. राहुल गांधी के नेता प्रतिपक्ष बनने से विपक्ष की उम्मीदें बढी है. देश के लाखों-करोड़ों लोग जिन्होंने लोकतंत्र को जीवित रखने के लिए और संविधान को सुरक्षित रखने के लिए इंडिया गठबंधन को वोट डाला था, उनको उम्मीद बनी है कि अब राहुल गांधी सच की लड़ाई लड़ने का काम करेंगे. राहुल गांधी के नेता प्रतिपक्ष बनने से न केवल कांग्रेस को ताकत मिलेगी बल्कि उस सोच को भी ताकत मिलेगी जो देश में अमन, चैन और भाईचारे की बात करते हैं.
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NDA सरकार का भविष्य में क्या होगा यह पता नहीं
पायलट ने एनडीए सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इस सरकार का रवैया सही नहीं है. अबतक परंपरा यह रही है कि अगर स्पीकर सत्ता पक्ष का बनता है तो डिप्टी स्पीकर विपक्ष का बनता है. हमारी सरकार के समय डिप्टी स्पीकर विपक्ष का था. अभी पता नहीं क्या निर्णय हुआ है लेकिन हमारे समय पर स्वच्छ परंपरा के तहत ऐसा हुआ है. यह एक मिली जुली सरकार है. किसी दल को पूर्ण बहुमत नहीं मिला है. बीजेपी जब चुनाव में गई थी तो उनके 303 सांसद थे, आज 240 रह गए हैं. बीजेपी के 65 सांसद कम हुए है. कांग्रेस पार्टी के 55 से 102 सांसद हुए है. इसका मतलब हमने जो बात कही वह जनता ने स्वीकार की है. एनडीए गठबंधन की सरकार बनी है. इस सरकार का भविष्य में क्या होगा यह पता नहीं है.
लोकसभा में विपक्ष को अपनी बात रखने का मौका मिले
पायलट ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को लेकर कहा कि राजस्थान से सांसद ओम बिरला दूसरी बार स्पीकर बने हैं. हम उम्मीद करते है कि वह जैसा हमारे नेता राहुल गांधी ने कहा है. ओम बिरला निष्पक्षता से काम करेंगे और स्पीकर होने का जो दायित्व होता है, उसको पारदर्शिता से निभाएंगे. लोकसभा में प्रत्येक दल को प्रत्येक सदस्य को बराबरी का मौका मिले और विपक्ष को अपनी बात रखने का मौका मिले, मैं ऐसी उम्मीद करता हूं.
अब एक तरफा कार्रवाई नहीं कर पायेंगे
पायलट ने कहा कि पूर्व में एक दिन में 147 सांसदों को निलंबित किया गया. वह इतिहास के लिए काला दिवस था. हम लोग संविधान और लोकतांत्रिक परंपराओं को सबसे ऊपर रखते हैं. मैं उम्मीद रखता हूं कि इस कार्यकाल में वैसी कोई घटना नहीं होगी. लोकसभा में विपक्ष को बोलने का मौका दिया जाएगा. लोकसभा में विपक्ष का संख्या बल जो आज है, वह पिछले कार्यकाल से कहीं ज्यादा है. सत्ता पक्ष और विपक्ष में ज्यादा गैप नहीं है. मनवाने तरीके से काम करना और एक तरफा कार्रवाई करना, उस तरह की कार्रवाई अब नहीं कर पायेंगे.
पिछली सरकार ने अपनाई थी दमनकारी नीतियां
पायलट ने अरविंद केजरीवाल को सीबीआई द्वारा गिरफ्तार किए जाने पर कहा कि केजरीवाल पर कोर्ट की कारवाई है, लेकिन सब समझ रहे हैं की जो दमनकारी नीतियां पिछली सरकार ने अपनाई थी. पिछली सरकार में शायद ही कोई एजेंसी थी जिसका दुरुपयोग नहीं हुआ. जिन एजेंसी का सरकार द्वारा मिसयूज किया गया उस पर अंकुश लगाने का काम सरकार को करना चाहिए.
अभी देश का सबसे बड़ा मुद्दा NEET की परीक्षा
पायलट ने नीट परीक्षा को लेकर कहा कि अभी देश का सबसे बड़ा मुद्दा NEET की परीक्षा का है. इस परीक्षा के विवादित होने के कारण लाखों नौजवानों को सदमा लगा है. इस परीक्षा की प्रणाली पर बड़ा सवाल खड़ा हुआ है. केंद्र सरकार ने जिस तरह से शुरू में अड़ियल रवैया अपनाया था, उन्हें अपनी गलती स्वीकार करनी पड़ी है, लेकिन अभी तक जिम्मेदारी तय नहीं की गई है. जिस तरह से लीपा पोती कर बचाव करने का काम हो रहा है, यह शोभा नहीं देता है. देश के युवाओं में भ्रम फैल रहा है कि अब हमारा भविष्य सुरक्षित नहीं है. आजाद भारत के इतिहास में आज सबसे ज्यादा शिक्षित बेरोजगार है. इसका समाधान ढूंढने के लिए सरकार को काम करना चाहिए.
NEET परीक्षा में केंद्र सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए
पायलट ने आगे कहा कि यह सरकार वह है जो सरकार नहीं बनने से पहले 100 दिन की कार्य योजना बना रही थी और अतिउत्साह में यह काम कर रहे थे. देश में सबसे महत्वपूर्ण नौजवान हैं, उन्हें लेकर सरकार को पूरी कार्रवाई करनी चाहिए. नीट परीक्षा के पेपर लीक में जो लोग जिम्मेदार हैं, उनका बचाव नहीं होना चाहिए. केंद्र सरकार को पूरी कार्रवाई भी करनी चाहिए और जनता को भी बताना चाहिए की सरकार से यह गलती हुई है. NEET की परीक्षा से बाकी परीक्षाओं को जो कैंसिल किया गया है. यह इसका प्रतीक है कि यह सिस्टेमैटिक फैलियर है. यह सरकार 10 साल से सत्ता में रही, भाषण दिए और युवाओं के नाम पर वोट भी लिया. इन्होंने परीक्षा पर चर्चा, चाय पर चर्चा चलाई लेकिन विश्वास जो युवाओं का डगमगाया है उसको बनाए रखना केंद्र सरकार की जिम्मेदारी है.
उपचुनाव में हम जीतेंगे
पायलट ने राजस्थान की पांच विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में इंडिया गठबंधन के साथ लड़ने के सवाल पर कहा कि इंडिया गठबंधन पहले भी मजबूत था, आज भी मजबूत है. प्रदेश में जहां-जहां उपचुनाव होंगे, वहां पहले से हम जीते हुए थे. देश में आने वाले समय में हरियाणा, महाराष्ट्र और अन्य राज्यों में चुनाव है, सभी जगह हम जीतेंगे. राजस्थान में अभी जो हाल बिजली-पानी के बने हुए हैं, मूलभूत सुविधाओं के लिए सरकार नाकामयाब है.
भजनलाल सरकार के काम करने के तरीके पर खड़े हो रहे है सवाल
पायलट ने कोटा में कांग्रेस नेताओं पर दर्ज हुए मुकदमें को लेकर कहा कि जिस तरह से कोटा में कार्रवाई हुई है. राजनीतिक पार्टी परमिशन लेने के बाद बिजली-पानी के लिए अपना आंदोलन कर रही है. सरकार बजाय जनता को राहत देने के प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष सहित प्रमुख लोगों पर कार्रवाई कर रही है, यह करना गलत है. हमने जो बात रखी उसपर संज्ञान लेकर सरकार को सुविधा देने का काम करना चाहिए. हम अपने विरोधियों पर कार्रवाई करें, ऐसा सरकार में कभी माहौल नहीं रहा है. यह होना भी नहीं चाहिए. भजनलाल सरकार के काम करने के तरीके पर सवालिया निशान खड़े हो रहे है.