भरतपुर में फूटा कोरोना बम, एक दिन में 42 मरीज आए सामने वहीं जयपुर में एक दिन में 5 की हुई मौत

किसानों की फसल को बिचौलियों से बचाने एवं बेसहारा व निराश्रित के कल्याण के लिए सरकार ने उठाए कदम, बढ़ते संक्रमण के बीच भीलवाड़ा में सभी कोरोना पॉजिटिव मरीजों के नेगिटिव होने की मिली खुशखबरी वहीं जयपुर में पिछले दो दिन में कम हुआ कोरोना का कहर

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पॉलिटॉक्स न्यूज़/राजस्थान. प्रदेश में शनिवार को 122 नए कोरोना पॉजिटिव के मामले सामने आए, जिनमें भरतपुर में 42 (अकेले बयाना में 41), जोधपुर में 26, जयपुर में 25, नागौर में 17, अजेमर में 3, कोटा में 5, टोंक में 2, बांसवाड़ा और जैसलमेर 1-1 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आए. वहीं अकेले जयपुर में कोरोना से एक दिन में 5 मौतें हुईं, इसी के साथ प्रदेश में कुल कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 1351 हो गई जिनमें से अब तक 22 मरीजों की मौत हो गई है.

शनिवार को भरतपुर में सबसे ज्यादा 42 मरीजों के एक साथ सामने आने से वहां कोरोना बम फूट गया. भरतपुर के बयाना स्थित कसाईपाड़ा मोहल्ला जयपुर के रामगंज की तरह ही अब एपिसेंटर बनता जा रहा है, यहां 19 घंटे में ही 41 कोरोना पॉजिटिव सामने आ चुके हैं, जबकि एक पॉजिटिव केस नगर के गांव रुस्तमपुर का बास में सात वर्षीय बालक का सामने आया है. ऐसे में पिछले 17 दिन के अंदर भरतपुर जिले में 85 कोरोना पॉजिटिव सामने आ चुके हैं. इनमें से एक की रिपोर्ट पॉजिटिव से नेगेटिव आने के बाद जयपुर के एसएमएस अस्पताल से डिस्चार्ज किया जा चुका है.

प्रदेश में लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण के खतरे के बीच एक बड़ी खुशखबरी भी मिली है. खुशखबरी यह कि प्रदेश में सबसे पहले कोरोना संक्रमण का एपिसेंटर बने भीलवाडा में अब सभी कोरोना पॉजिटिव मरीज अब नेगेटिव हो चुके हैं. वहीं भीलवाड़ा के बाद दूसरा सबसे बड़ा हॉटस्पॉट बने राजधानी जयपुर के रामगंज इलाके में भी कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या अब पिछले दिनों के मुकाबले घटने लगी है. इस पर चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार अपने स्लोगन के अनुसार पूरी तरह सतर्क और मुस्तैद है. सर्तकता के चलते भीलवाड़ा में कई दिनों से कोई पाॅजीटिव केस सामने नहीं आया है. वहीं दूसरा हाॅटस्पाॅट बना रामगंज भी पूरी तरह नियंत्रण में है और यहां भी पाॅजीटिव मरीजों की संख्या में पिछले दो दिन में खासी गिरावट आई है.

मंत्री रघु शर्मा ने बताया कि प्रदेश में शनिवार देर रात तक 1381 पाॅजीटिव केस चिन्हित किए गए हैं. इनमें से 200 लोग पाॅजीटिव से नेगेटिव हो चुके हैं और 93 लोगों को डिस्चार्ज भी कर दिया गया है. मंत्री शर्मा ने आगे बताया कि एहतियात के तौर प्रदेश में 49 जगहों पर कर्फ्यू लगाया हुआ है.

इसके साथ ही राजधानी में तैयार किए गए नए क्वारेंटाइन सेंटर्स की जानकारी देते हुए मंत्री रघु शर्मा ने बताया कि रामगंज में अधिक जनसंख्या घनत्व के चलते नायला और महला में सरकार ने क्वारेंटाइन सेंटर विकसित किए हैं. इन क्वारेंटाइन सेंटर में 12 से 15 हजार लोगों को क्वारेंटाइन किया जा सकता है. मंत्री शर्मा ने आगे कहा कि समझाइश के बाद वर्तमान में रामगंज के 1800 से ज्यादा लोग क्वारेंटाइन सुविधाओं का लाभ उठा रहे हैं. प्रदेश में रैपिड टेस्टिंग किट भी आ गई हैं. रैपिड टेस्ट किट के इस्तेमाल से कोरोना संक्रमण को फैलने से रोका जा सकेगा.

मंत्री रघु शर्मा ने बताया कि सीएम गहलोत ने पिछले दिनों सभी जिला कलेक्टर्स को 10 दिनों में सभी जिलों के चिकित्सा अधिकारियों से बैठक कर चिकित्सकीय व्यवस्थाओं को मजबूत करने का खाका बनाने के निर्देश दिए हैं. प्रदेश के सभी जिला अस्पतालों में पर्याप्त वेंटिलेटर्स, आईसीयू, बैड, डायलेसिस, एक्स-रे की नवनीतम मशीन, सोनोग्राफी मशीन, पैथोलाॅजी की बेहतर लैब व अन्य आवश्यक सुविधाओं से लैस हो. सभी व्यवस्थाएं इतनी सुदृढ़ हो किसी भी मरीज को रैफर करने की जरूरत नहीं पड़े. मंत्री शर्मा ने आगे कहा कि 10 दिनों में आए सुझावों को किसी भी बजट से पूरा करने की व्यवस्था की जाएगी, ताकि कोई बीमारी या महामारी में प्रदेशवासियों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े.

किसानों की फसल को बिचौलियों से बचाने एवं बेसहारा व निराश्रित के कल्याण के लिए सरकार द्वारा किए गए प्रयासों के बारे में बताते हुए मंत्री शर्मा ने बताया कि प्रदेश के किसानों की फसल समर्थन मूल्य पर बिक सके इसके लिए सरकार ने 400 जगहों पर 1500 लोगों को खरीद के अधिकार दिए हैं, ताकि कोई बिचैलिया इसका फायदा ना उठा सके. सरकार ने 31 लाख से ज्यादा लोगों के खाते में 2500-2500 रुपए जमा करवाएं है. मंत्री शर्मा ने आगे बताया कि राजस्थान पहला ऐसा राज्य है जहां बेसहारा और निराश्रित लोगों का डाटा इकट्ठा कर उन्हें सरकार द्वारा जारी कल्याणकारी योजनाओं में स्थायी तौर पर जोड़ा जाएगा. प्रदेश में ऐसे करीब 1.5 लाख लोगों को चिन्हित किया गया है. कोरोना जैसी महामारी के बीच सरकार का ऐसा फैसला उन्हें संबल देने के लिए काफी रहेगा.

बता दें, राजस्थान में अब तक 25 जिलों में कोरोना का संक्रमण फैल चुका है. प्रदेश में शनिवार देर रात तक जयपुर में 519, जोधपुर-180, कोटा-97, टोंक-95, भरतपुर-85, बांसवाडा-60, झुंझुनू-36, बीकानेर-35, जैसलमेर और नागौर में 31-31, भीलवाडा-28, झालावाड और अजमेर में 18-18, चुरू-14, दौसा-13, अलवर-7, डूंगरपुर-5, उदयपुर-4, करौली-3, प्रतापगढ, हनुमानगढ, सीकर और पाली में 2-2, धौलपुर और बाडमेर में अब तक एक एक कोरोना पॉजिटिव केस सामने आया है.

वहीं जयपुर के सबसे बड़े एमएमएस अस्पताल में शनिवार को पांच कोरोना पॉजिटिव मरीजों की मौत हो गई. अस्पताल प्रशासन ने मरीजों के शव प्रोटोकॉल के तहत परिजनों की मौजूदगी में प्रशासन को सुपुर्द किए. मृतकों में सुभाष चौक निवासी 76 वर्षीय बुजुर्ग, 60 वर्षीय धोबीपाड़ा रामगंज निवासी बुजुर्ग महिला, शास्त्री नगर निवासी 47 वर्षीय व्यक्ति व नाहरी का नाका निवासी एक व्यक्ति शामिल है. इसके अलावा देर रात को राजधानी के निजी अस्पताल में पांचवी मौत हुई.

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गौरतलब है कि जोधपुर और जैसलमेर में ईरान से रेस्क्यू कर लाये गये भारतीयों में से 60 पॉजिटिव केस सामने आ चुके है. इसके अलावा जयपुर में इटली के 2, इन सभी को मिलाकर अब तक प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 1351 तो शनिवार को हुई 4 मौत से कोरोना से मरने वालों की संख्या बढकर 21 हो चुकी है. वहीं प्रदेश में अब तक सामने आए 1351 कोरोना पॉजिटिव मरीजों में से 200 मरीज पॉजिटिव से नेगेटिव हो चुके है जिनमें से 93 को डिस्चार्ज किया जा चुका है.

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